अश्लील पुस्तक : बॉय फ्रेंड संग सेक्स

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फ्रेंड्स
विनिता, जोकि अपने भैया साथ शारीरिक संबंध बनाई फिर उनके साथ कौमार्य भंग कराई को शारीरिक सुख अच्छा लगा और मैं अब अपने बॉय फ्रेंड जोकि मेरे साथ ही पढ़ाई करता है को ग्रीन सिग्नल दे दी आखिर मुझे सम्भोग क्रिया में मजा आया था और फिर जवानी में मस्ती नही करती तो किसका इंतज़ार था, इसलिए मैं अब निलेश संग घूमने फिरने लगी जिसका मतलब ही उसके साथ शारीरिक संबंध बनाना था, दो तीन दिन तो वो मुझे कॉफी शॉप ले गया और फिर एक दिन बोला ” विनिता मुझे कल तुमको कुछ गिफ्ट करना है
( मै हंस दी ) कल क्यों आज क्यों नहीं
( निलेश बोला ) यहां पॉसिबल नही है, कल मेरे साथ एक रिसॉर्ट चलोगी
( मैं उसकी ओर गुस्से भरी नजरों से देखी ) लेकिन रिसोर्ट में कौन सा गिफ्ट दोगे जो यहां नही दे सकते ” निलेश मेरा हम उम्र था जिसके फिगर को देख कोई भी लड़की आकर्षित हो जाती साथ ही अमीर घराने का था तो महंगे गिफ्ट्स भी मिलते और वो मेरे से कैंटीन में अकसर मिला करता था और दोनों साथ में बातें करते और चाय नाश्ता करते लेकिन कभी भी उसके साथ कहीं घूमने फिरने नही गई, उसकी ६’० फिट की लंबाई और सुंदर चेहरा इतना ही नहीं कसरती बदन तो मैं निलेश को अब टाईम देने लगी फिर मैं कॉफी शॉप में बैठे हुए उससे पूछी ” निलेश हम दोनों सिर्फ दोस्त हैं, तुम आखिर रिजॉर्ट मुझे क्यों ले जाना चाहते हो
( वो चुप रहा फिर बोला ) ओके चलो फिर मोबाइल पर ही बात करते हैं ” और मैं उस दिन निलेश के इरादे को समझ गई फिर शाम को मेरे व्हाट्सएप पर मैसेज आया ” विनिता कल मैं तुमसे कुछ कहना चाहता हूं लेकिन दस बजे तुम्हें मेरे साथ रिसॉर्ट जाना होगा
( मैं थोड़े देर बाद रिप्लाई की ) ठीक है लेकिन ये बात किसी से नही कहोगे और मुझे तुम विजय नगर चौराहे पर ही मिलना ” और फिर रात को मैं आराम से सो गई, अगली सुबह उठकर फ्रेश हुई फिर चाय पीने के बाद स्नान करने गई तो भैया फिलहाल सो ही रहे थे और मुझे थोड़ी शकुन मिली की कहीं उनके साथ कॉलेज जाना होता तो मुझे निलेश से विजय नगर चौराहे पर मिलने में प्रोब्लम होती और मैं ब्राउन रंग की स्कर्ट साथ ही पीले रंग की टॉप्स पहन ली, स्कर्ट की लंबाई कम थी इसलिए स्टॉकिंग्स पहनकर अपने नग्न पैर से लेकर जांघो तक को ढक ली फिर अपने नोट्स बुक और पर्स लिए सैंडल पहनी, घर से निकलने लगी तो मॉम को बता दी ” आज मेरा क्लास शाम के ४:०० बजे तक है, सो आने में देर होगी ” मॉम कुछ नही बोली और मैं ऑटोस्टेंड के लिए पैदल ही निकल गई, कुछ दूरी तय की थी की मोबाइल बजने लगी और मैं कॉल रिशिभ की ” हां निलेश
( वो पूछा ) कहां हो
( मैं बोली ) अभी ऑटो स्टैंड जा रही हूं, टाईम पर पहुंच जाऊंगी
( निलेश बोला ) तुम ऑटो स्टैंड पर इंतजार करो, पांच मिनट में वहीं आ रहा हूं ” इसकी बेताबी बता रही थी की ये आज मुझे चोदने को आतुर है लेकिन मैं भी मानसिक रूप से तैयार थी की उसे अपना सब कुछ नहीं दूंगी और मैं ऑटो स्टैंड पहुंची फिर वही खड़े होकर निलेश का इंतजार करने लगी, कुछ देर बाद स्विफ्ट डिजायर कार आकर मेरे पास रुकी और मैं देखी की निलेश खुद कार ड्राइव कर रहा है, कार का गेट खोला फिर मैं उसके बगल की सीट पर बैठी और निलेश कार ड्राइव करते हुए मुझे एक नजर देखा ” आज तो तू हॉट और सेक्सी लग रही हो
( मैं उसको बोली ) क्यों कल तक बहन जी टाइप की लग रही थी ” और ये कहते हुए मैं उसके जांघ पर हाथ थपथपा दी लेकिन वो तो अनायास हो गया था और फिर निलेश कार को तेजी से हाइवे की और ड्राइव करने लगा तो मैं चुपचाप खिड़की के बाहर देख रही थी, निलेश के गिफ्ट का मुझे इंतज़ार था लेकिन वो क्या मुझे महंगा गिफ्ट साथ ही प्रोपोज कर मुझसे मेरे खुबसूरत जिस्म की सुगंध लेता ये तो कुछ देर में ही मालूम होगा।
दोनों रिसॉर्ट पहुंचे फिर होटल के एक स्टाफ ने कमरे की चाभी दी और नीलेश एक बैग लिया हुआ था तो मैं कंधे में पर्स डाल रखी थी, कमरे का दरवाजा निलेश खोला फिर दोनों अंदर आए तो किंगसाईज बेड साथ में वातानुकूलित कमरा मैं बेड के किनारे बैठी तो नीलेश बैग से बियर की बोतल निकाला और टेबल पर रख दिया फिर रिसेप्शन पर कॉल किया और कुछ सामान का ऑर्डर किया। मै चुपचाप बैठी थी तो निलेश बोला ” विनिता मैं तुम्हें यहां लेकर आया, कुछ कहना है
( मैं उठकर उसके सामने खड़ी हुई ) हां बोलो निलेश
( वो मेरे गाल सहलाने लगा ) मै तुमसे प्यार करता हूं
( मैं उसके सामने अचंभित हुई ) क्या निलेश मैं तो तुम्हें पहले ही बता दी थी की दोनों सिर्फ दोस्त हैं और ये प्यार मोहब्बत जैसे शब्द भी मुझे अच्छे नहीं लगते ” इतने में किसी ने दरवाजा नॉक किया तो मैं उसके सामने से हटकर कुर्सी पर बैठ गई और होटल का स्टाफ पानी का बोतल और कुछ शनेक्स लाकर टेबल पर रखा फिर चला गया, मैं बैठी थी तो निलेश दरवाजा बंद कर बैठा फिर बियर की बोतल खोलकर ग्लास में बीयर डालने लगा और मैं अब उसके सामने ही स्टॉकिंग्स खोल दी फिर बियर की ग्लास लेते हुए बोली ” दोस्ती है तो साथ में मौज मस्ती कर सकती हूं लेकिन प्यार
( निलेश बियर पीने लगा और मैं सिगरेट जलाई ) तुम्हारी मर्जी विनिता ” और मैं बियर पीते ही नशे के गिरफ्त में आ गई, निलेश उठकर खड़ा हुआ फिर मेरे सामने ही अपना शर्ट और पैंट उतार दिया तो मैं उसके लन्ड के उभार को चढ्ढी पर से ही देखने लगी लेकिन उसकी इच्छा यही होगी मुझे पता था, मैं अब वाशरूम चली गई फिर फ्रेश होकर बाहर आई तो वो मुझे घूर रहा था और मैं उसको बोली ” ग्लास में बियर डाल दे और फिर जिस इरादे से यहां मुझे लेकर आया है उसको बता ” निलेश ग्लास में बियर डालने लगा तो मैं कुर्सी पर बैठकर ग्लास ली और बियर पीने लगी, वो मेरे बूब्स पर हाथ लगाया और दबाने लगा तो मैं बियर पीते हुए उसके चढ्ढी पर हाथ फेरने लगी ” सही में आज कल का प्यार यही होता है क्यों निलेश
( निलेश बूब्स पर से हाथ हटाया ) ठीक है फिर बियर पी ले, आराम कर और साथ में लंच कर चलते हैं ” मैं समझ गई की ये गुस्से में है और बियर पीते हुए मैं उसके लन्ड के उभार को चढ्ढी पर से ही पकड़ दबाने लगी तो निलेश मेरे बूब्स दुबारा पकड़ कर दबाने लगा, कुछ पल में ही मैं बियर पीकर नशे में चूर थी और अब उसके सामने खड़ी होकर टॉप्स को गले से बाहर निकाल दी तो निलेश मेरे बूब्स जोकि ब्रा में कैद थी को देखता हुआ अपने ओंठ पर जीभ फेर रहा था और मैं झट से स्कर्ट को कमर से नीचे कर दी, ब्रा और पैंटी पहने मैं खड़ी थी तो निलेश उठकर मुझे बाहों में भर लिया और गाल चूमने लगा तो मैं भी उसके चेहरे को चूमने लगी और दोनों बेड पर आ गए।
मैं बेड पर लेट गई तो निलेश मेरे चेहरे को चूमते हुए चूची दबाने लगा और मैं उसके पीठ पर हाथ फेरने लगी, वो मेरे जिस्म का दीवाना था तो मुझे भी अब सेक्स में मजा आने लगा था और निलेश ज्योंहि मेरे ओंठ पर ओंठ रख चुम्बन देने लगा, मैं उसके गर्दन में हाथ डालकर उसके मुंह में ओंठ घुसाई जिसको वो चूसने लगा साथ ही मेरे स्तन को भोंपू की तरह बजाने लगा, निलेश के मुंह से ओंठ निकाल बोली ” क्या यही प्यार है ना निलेश
( वो बोला ) क्यों तुम एंजॉय नहीं करना चाहती, इस उम्र में तो सब मौज मस्ती करते हैं ” और मैं उसके ओंठ को जीभ से चाटने लगी लेकिन वो भला कैसे नहीं समझ पाता की आगे क्या करें, अपना मुंह खोल कर मेरे जीभ मुंह में लिए चूसने लगा और मैं उसके मूंह में जीभ घुसाए चुसवाने लगी, अब बदन में कामाग्नी भड़क चुकी थी तो मेरे बूब्स को ब्रा से बाहर कर निलेश दबाने लगा और मैं उसके मुंह से जीभ निकाल दी फिर खुद ही पीठ पर हाथ लगाए ब्रा की डोरी खोल बूब्स को नंगा कर दी। निलेश मेरे स्तन को मुंह में लिए चूसने लगा तो मैं कामुकता वश अपने पैर बेड पर रगड़ने लगी, गर्मी का मौसम लेकिन ए सी रूम को ठंडा कर दिया था, मैं तो आहे भरने लगी ” आआअह ऊऊह कितनी खुजली हो रही है ” और निलेश मेरे स्तन मुंह से निकाल दिया फिर दूसरे चूची को मुंह में लिए चूसने लगा, मेरी बुर से रस निकलने पर था तो मैं उसके चढ्ढी को कमर से नीचे कर लन्ड पकड़ ली और राहुल के लन्ड से इसका लन्ड अधिक लंबा था जिसे हिलाने लगी। निलेश चूची चूसकर मेरे छाती चूमने लगा और मेरे जिस्म को चूमते हुए नीचे की ओर जा रहा था, आखिर में कमर पर चुम्बन देने लगा और पेंटी की हुक खोल मेरे चूत को भी नंगा कर दिया, अब मैं पूर्णतः नग्न थी तो निलेश मेरे जांघ को चूमना शुरु किया और मेरी जांघें दो दिशा में होकर फैल गईं तो निलेश मेरे बुर पर चुम्बन देने लगा और मैं आहें भरने लगीं ” आह आआआह्हह ऊउह बुर में जीभ घुसा कर चाट ना
( वो बुर में एक उंगली घुसाया और कुरेदने लगा ) इसमें ये भी डालूंगा ( लन्ड पकड़ कर बोला,
( मैं हंस दी ) अभी मुझे वर्जिन ही रहना है ” और निलेश मेरी बुर से उंगली निकाला फिर उसमें जीभ घुसाए चाटने लगा, मैं बेड पर नंगे लेटे हुए मस्त थी लेकिन आज तो उसे हरगिज अपनी चूत नहीं दूंगी, मेरी बुर में जीभ घुसाए वो कुत्ते की तरह चाटने में लगा हुआ था और मैं ” आह आआआहह उह उई अब चूत से रस निकल जायेगा ” तो निलेश बुर के फांक मुंह में लिए चूसने लगा और मेरी बुर रसीली हो गई तो निलेश उसे चाटा फिर बेड पर लेट गया तो मैं उसके टाईट लन्ड को देख चूसने का मन बना ली फिर उठकर उसके कमर के पास बैठी और लन्ड पकड़ पूछी ” ये कितनों में घुस चुका है
( निलेश हंस दिया ) आज तक नहीं ” और मैं उसके लन्ड का चमड़ा नीचे कर सुपाड़ा को मुंह में लिए चूसने लगी तो निलेश मेरे बूब्स पर हाथ लगाए दबाने लगा और मैं मुंह खोलकर उसके लन्ड को निगल गई फिर चूसते हुए उसके जांघ पर हाथ फेरने लगी तो निलेश अब खुद ही चूतड को उपर नीचे करने लगा और मैं समझदार लड़की की तरह चेहरा का झटका देते हुए मुखमैथुन करने लगी, निलेश मेरे चूची दबाते हुए सिसकने लगा ” आह आआआह्हह्ह ऊऊऊ मजा आ रहा है बेबी बस तू अपनी चूत मुझे दे दे और देख मैं तुम्हे कितना मजा देता हूं साथ ही महंगे महंगे गिफ्ट्स
( मैं लन्ड मुंह से निकाल दी ) सो क्या मैं कोई कॉल गर्ल हूं कि पैसे और गिफ्ट्स पर मुझे चोदेगा
( निलेश बोला ) सॉरी डार्लिंग लन्ड चूस कर शांत तो कर दे फिर चूत किसी से चुदाना ” मैं उसकी ओर देख मुस्कुराई फिर लन्ड को जीभ से चाटने लगी तो निलेश मेरे बूब्स पकड़े दबाने लगा और मैं मुखमैथुन करते हुए मस्त थी तो निलेश आहे भर रहा था ” और तेज चूसो ना मेरा निकलने वाला है ” तो मैं लन्ड चूसते हुए सोची की इसके लन्ड का वीर्य पी ही लिया जाए फिर तेजी से मुखमैथुन करते हुए मस्त थी, थोड़ी देर बाद निलेश मेरे सर पर हाथ रख चूतड थोड़ा ऊपर किया और उसके लन्ड का सुपाड़ा मेरे गले तक जा अटकी तो लन्ड वीर्य स्खलित कर मेरे मुंह में गिरने लगी और मैं उसका स्वाद लेकर फिर पानी पी ली, निलेश और मैं दोनों साथ स्नान किए लेकिन अगले भाग में पढ़िए…

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