यह मेरे बहुत सारी सच्ची कहानियों में से एक है. उम्मीद है जनता इसे पसंद करेगी.
मैं दिल्ली से जावेद खान 51 वर्ष का हूँ मगर बूर चोदते समय 21 वर्ष का हो जाता हूँ. मैं गोरा, सुन्दर, सुडौल और काफी सेक्सी हूँ. यह घटना मेरे बहुत सारे घटनाओं में से एक है और उम्मीद है आप सब को भी मेरी कहानी पढ़कर खूब मज़ा आएगा और पढ़ने के बाद सेक्स उफान करने लगेगा.
कुछ समय पहले मैं एक शादी में गया था जहाँ मेरी मुलाकात राकेश से हुई जो की 38 वर्ष के करीब रहा होगा. राकेश किसी सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता था. शादी के पार्टी में ही राकेश से मेरी अच्छी दोस्ती हो गयी और फिर उसने अपनी पत्नी बबिता (28 वर्ष, गोरी, लम्बा कद, 36-28-38) से मिलवाया. बबिता लाल साड़ी और काळा ब्लाउज में बवाल दिख रही थी. उसकी आँखों में सेक्स झलक रहा था. बबिता मुझसे बहुत अच्छे से मिली और इस प्रकार से दोनों से मेरी अच्छी दोस्ती हो गयी. जाते जाते बबिता ने मुझे अपने घर बुलाया. मैंने उनके यहाँ जाने का आमंत्रण कबूल कर लिया. मैं झानभूझकर राकेश के यहाँ ऑफिस टाइम में मंगलवार को पहुंचा ताकि राकेश घर पर नहीं हो. जैसा मैंने सोंचा था वैसा ही हुआ राकेश ऑफिस गया हुआ था और बबिता ने ही दरवाज़ा खोला. बबिता मुझे देखकर काफी खुश हुई और अपने ड्राइंग रूम में ले जाकर बैठा दी और अंदर चली गयी. कुस्च देर बाद बबिता हाथों में सर्बत, नास्ता वगैरह लेकर आई और मेरे सामने टेबल पर रखकर मेरे साथ ही बैठ गयी. हम दोनों कुछ कुछ कहते रहे और इधर उधर की बातें करते रहे. अचानक से बबिता बोली जावेद मैंने जब से आपको देखा है मैं आपसे सेक्स करने के लिए पागल सा हो गयी हूँ. आपका गोरा, सुन्दर, सुडौल बदन, हँसता हुआ चेहरा मुझे पागल बना दिया है. मैं तो इसकी उम्मीद कर ही रहा था मगर फिर बोला की राकेश को इसका पता चल गया तो? बबिता बोली उसको कैसे पता चलेगा ना मैं बोलूंगी और ना ही तुम. मैंने बोला की चलो तब ठीक है आज ही पहला मज़ा लेते है और स्वर्ग का आनंद तुम्हे भी दे दूँ. बबिता बोली ठीक है अभी राकेश को आने में 6 घंटे हैं और इस 6 घंटे में मुझे भरपूर सेक्स चाहिए. बबिता बोली मुझे थोड़ा समय दो फिर मैं चेंज करके आती हूँ.
बबिता करीब 10 मिनट बाद एक लाल रंग की छोटी सी नाईटी में आई. उसकी गोरी गोरी टांग और नाईटी से बाहर आने को मचलती उसकी चूचियां मुझे दीवाना बना रही थी. उसने ब्रा और जांघिया भी नहीं पहना हुआ था जिससे कभी कभी उसका सावंला बूर भी दिख रहा था. आते के साथ वह मेरी गोद में बैठ गई और फिर खड़ी हो गई और मुझे खींचते हुए अपने बेड रूम में चली गई. काफी बड़ा पलंग था. सबसे पहले उसने अपनी नाईटी निकाल फेंकी और नंगी हो गई और मिंटो में मेरे कपड़े भी उतार कर मुझे नंगी कर दी और मेरे मोटे लण्ड को अपने मुँह में भरकर चूसने लगी. बबिता की बड़ी बड़ी चूचियां मुझे दीवाना बना रही थी मगर मैं चोदककड़ पहले औरतों को गर्म करता हूँ, २-३ बार उन्हें झाड़ता हूँ और फिर उन्हें चोदता हूँ और यही कारन है की जो एक बार मेरे से चुद गये वह बार बार मुझे ढूंढती है मुझसे से चुदने के लिए. मैं बबिता को अपने गोद में उठा लिया और पलंग पर लेटा दिया और हम 69 पोजीशन में हो गये. बबिता मेरा लण्ड पागलों की तरह चूस रही थी और मैं उसका बूर चाट रहा था और अपने ज़बान उसके बूर में डाल कर उसके बूर के पानी का आनंद ले रहा था. मैं उसके बूर के ऊपरी घुंडी को चाट रहा था और उसके बूर के घुंडी को हलके हलके दांतों से काट रहा था और देखते ही देखते बबिता उरोज़ पर पहुँच गयी और झड़ने लगी. पानी जैसा गाढ़ा तरल उसके बूर से निकलने लगा. बबिता गर्म हो गयी थी और मेरा लण्ड चूसना चोद मुझे गालियां देने लगी. बबिता झड़ने के बाद कुछ देर शांत हो गई और मैं चूचियों पर आ गया और बारी बारी से उसके चूचियों को जोड़ से चूसने लगा और कभी कभार उसके नाभि को, बदन को, गर्दन को, जांघो को, होठों को, बूर को चाटने और चूसने लगा. करीब आधे घंटे तक यह सब करते करते बबिता फिर गर्म हो गई और झड़ने लगी और पूरी तरह से झड़ गयी. फिर मैं बबिता से शहद (Honey) और आइसक्रीम लाने को कहा. जब वक लेकर आई तो मैं शहद और आइसक्रीम को मिला दिया और उसका लेप बबिता की चुची, नाभि, गर्दन, जांघ और बूर पर बारी बारी से लगाकर चाटता और चूसता रहा और धीरे धीर बबिता को गर्म करके फिर झाड़ा. बबिता अब थकने लगी थी और मुझसे आग्रह करने लगी की जावेद अब बस अब अपने लण्ड से मुझे तृप्त करदो. फिर मैं बबिता के दोनों टांगो के बीच चला गया और उसकी दुनो पेअर ऊपर उठाकर उसके मुँह के तरफ दबा दिया और इसप्रकार से उसका भूरा भूरा बूर उठ गया और उसके बूर के अंदर का गुलाबी गुलाबी सा दिखने लगा. मैं अपने लण्ड का सुपाड़ा उसका बूर पर लगाया और एक ही झटके में उसके बूर में अपना पूरा लण्ड डाल दिया. बबिता के मुँह से निकला उई माँ कितना एक्सपर्ट है रे जावेद तू साला एक ही बार में पूरा लण्ड डाल देता है… और फिर वह मुझे गाली देती रही और मैं अपना लण्ड अंदर बाहर करके चोदता रहा और उसकी चूचियों से खेलता रहा. फिर मैं गर्म होने लगा और बबिता की ओर देखने लगा. वह बोली झाड़ दे जावेद अपना वीर्य मेरे बूर में और बबिता के बूर के अंदर मैं अपना पूरा वीर्य झाड़ दिया और फिर मैं बबिता पर लेट गया. थोड़ी देर बार मैं उठा और बबिता को बोला को थोड़ा कुछ खाया जाए फिर आगे और किया जाए. बबिता झटाझट रसोई गई और ड्राई फ्रूट्स, जूस, दूध, शहद अब लेती आई. हमदोनो ने साथ साथ खाने के मज़े लिए और फिर बबिता को गीला चॉकलेट लाने को कहा. वह फटाफट ले आई. चॉकलेट का लेप बबिता की चुची, नाभि, गर्दन, जांघ और बूर पर बारी बारी से लगाकर चाटता और चूसता रहा और धीरे धीर बबिता को गर्म करके और फिर झाड़ा. उसके बाद से बबिता को उसके बाथरूम में लेजाकर चोदा और इसबार उसके मुँह में अपना वीर्य झाड़ा. यह करते करते 5 घंटे कैसे निकल गए पता ही नहीं चला. बबिता बोल पड़ी की आज उसने सेक्स का भरपूर आनंद लिया है और मुझे बोली की जावेद तुम बहुत अच्छे चोदककड़ हो. हम दोनों काफी थक चुके थे. फिर हमदोनो ने कपड़े पहने और बबिता जाते वक़्त मेरे हाथों में 25000 रूपये थमाने लगी और बोली की मैं यह पैसा इसलिए दे रही हूँ की आगे जब भी मैं बोलायूँ तुम ज़रूर से आकर मेरी प्यास बुझाना और इस पैसे से खूब खाकर अपनी बॉडी बनाओ और बोली मैं एक नया क्लाइंट भी दूंगी बिलकुल छोकडी और नया माल. मैंने पैसे लेकर बिदा लिया.
3 दिनों बाद ही बबिता का फ़ोन आया और वह किसी से मिलाने के लिए मुझे मॉल के रेस्टोरेंट में बोला रही थी. मैं अपना काम धाम छोङ बोलाए जगह पर पहुंच गया. बबिता एक बहुत ही खूबसूरत (22 वर्ष, गोरी, छोटा कद, 34-28-36) लड़की स्वाति के साथ बैठी हुई थी. मुझे देखते ही बबिता उठ खड़ी हुई और फिर अपने टेबल पर बोला लिया. बबिता बोली यह मेरी दोस्त स्वाति है और मैंने तुम्हारे बारे में बता दिया है और इसकी शादी 5 दिनों बाद होने जा रही है. इसका होने वाला पति तुम्हारे जैसा हैंडसम, गोरा, सुन्दर, सुडौल नहीं है और जब मैंने तुम्हारे बारे में बताया तो यह बोल रही है की पति मेरा जो भी रहे यह तुम्हारे बच्चे की माँ बनना चाहती है. मैं बबिता को बोला की क्या स्वाति भी कुछ बोलेगी. स्वाति झेपते हुए बोली हाँ जावेद साहब मैं यही चाहती हूँ और आपको देखने के बाद मैं तो किसी हाल में चाहूंगी आपके बच्चे की माँ बनना. स्वाति बोलती रही की 5 दिनों बाद मेरी शादी है और घर में मेहमान भी आने लगे हैं और स्वाति बोली की मैं इसके लिए आपको 50000 रूपये भी दूंगी. मेरे मन में तो लड्डू फुट रहे थे. मैं बबिता से बोला की कल राकेश के जाने के बॉस स्वाति को अपने घर ही बोला लो और मैं भी आजायूँगा और कल ही इनकी बूर की सील तोडूंगा और इन्हे अपने बच्चे की माँ भी बनायूंगा. स्वाति ने 25000 मेरे हाथ में देते हुए कहा की यह एडवांस है आपके खाने पिने के लिए क्योंकि कल हार्ड ड्यूटी जो करनी है और 25000 कल.
दूसरे दिन 11 बजे दिन मैं बबिता के घर पहुँच गया. बबिता दरवाज़ा खोली और मुझे ड्राइंग रूम में लगाकर बैठा दी और साथ में बैठ गयी. थोड़ी देर बार स्वाति छोटी सी नाईटी पहने और हाथों में सर्बत और नास्ते का ट्रे लिए आई. स्वाति स्कूल की लड़की की उम्र की लगती थी. स्वाति की गोरी और चिकनी जांघ मुझे दीवाना बना रही थी. बबिता स्वाति से बोली के आज तुम जावेद से चुदने के बाद इनका दीवाना हो जाओगी. स्वाति की चुदने की कहानी अब अगले कहानी में… बबिता और स्वाति मुझे ढेर सारे क्लाइंट दिए और रोज़ाना मुझे नए या पुराने क्लाइंट से कॉल आ ही जाते हैं और इस प्रकार से मैं बाब गया हूँ प्ले बॉय (Playboy / Gigolo) जो औरतों और लड़कियों को संतुष्ट और बहुत संतुष्ट करता है.
For feedback and contact email to [email protected]
This story औरतों और लड़कियों ने मिलकर मुझे प्ले बॉय (Playboy / Gigolo) बना दिया appeared first on new sex story dot com