चचेरी बहन ने बदला जीवन भाग 12

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बबिता की गहरी बुर में जीभ घुसा के चोदते हुए मैंने दोनो हाथ ऊपर उसके सीने पर रख कर उसकी ब्रा ऊपर सरका के उसके चूचे नंगे कर दिए और उसकी नंगी चुचियो पर हाथ फिराने लगा और फिर उसके दोनों निप्पल पकड़ कर जोर से मसलते हुए बुर को फिर से चुसने लगा वो मेरे सर को पकड़ कर बुर दबा रही थी सिसक रही थी फिर उसकी आवाज़ें तेज होने लगी aaahhhhh भैया बहोत अच्छा लग रहा है ऐसे ही चुसो राजा मेरी बुर निप्पल और दबाओ ना मैंने निप्पल को चुटकियों में पकड़ कर पूरी ताकत से मसलते हुए रगड़ दिया और बुर में अंदर तक जीभ डाल कर उसकी पेशाब वाले छेद को कुरेदने लगा उससे बर्दाश्त नही हुआ और वो aaahhhh मैं गयी भैयाआआआआआ कहती हुई झड़ने लगी उसका बदन अकड़ गया आंखे टंग गयीं और वो कमर उछालते हुए झटके लेते हुए कई मिनट तक सिसक सिसक कर झड़ती रही और मैं मज़े से उसकी बुर का नशीला रस चूस चूस कर पीता रहा…… फिर मैं उसकी जांघ पर सर रख कर लेट से गया कोई 5 मिनट बाद वो थोड़ा सम्हलते हुए हल्का सा उठी और मेरा हाथ पकड़ कर खड़ा कर के एकदम कस के मेरे नंगे बदन से लिपट गयी और बेतहाशा मेरे होंठो और चेहरे को चूमने लगी और बोली भैया सच मे इतना सुख कभी नही मिला तुमने मुझे आज अपनी दीवानी बना डाला फिर वो बोली भैया सूसू लग रही है ac की ये खासियत होती है कि पेशाब जल्दी आता है मैंने कहा क्या यार कर के आना था ना वो बोली मुझे क्या पता यहां सूसू करने की भी जगह नही होगी तभी नशे में घूमते मेरे दिमाग वो वीडियो घूम गया लड़की के मुह में पेशाब करने वाला और मैं झट से वही फर्श पर लेट गया वो मुझे देखने लगी मैंने कहा आजा मेरे मुह पर वो कुछ समझी नही मैंने कहा बबिता आ ना तो वो सर के पास आ गयी मैंने कहा बैठ जा मेरे मुह पर वो बोली पहले सूसू टोनक्सर लेने दो अभी अभी तो चाट कर पानी निकाला है मेरा मैंने वही करने के लिए बुला रहा हूँ मेरी जान जल्दी से आजा मेरी जान मेरे मुह में मूत दे पिला दे अपना गर्म गर्म मूत रानी वो अब समझी मेरी बात को पर थोड़ा सा झिझकते हुए बोली रहने दो ना भैया मैं बाहर कर आऊंगी मैंने कहा बबिता रानी मैं तरस रहा हूँ तेरी बुर का मूत पीने के लिए सिर तू मुझे तरसता छोड़ कर बाहर मुतेगी मैंने कहा था ना कल कुछ नया करने के लिए वो यही था अब आजा जल्दी से फिर वो बैठ गयी मेरे मुह पर अपने पंजो पर उसकी झड़ी हुई गीली बुर मेरे होंठो के सामने खुल गयी और मैंने से उठा कर अपने होंठ उसकी बुर से चिपका दिए और सांस रोक कर ईनतजार करने लगा वो झुक कर मुझे देख रही थी और ये भांपने की कोशिश कर रही थी कि मुझे बुरा तो नही लग रहा पर मैंने उसे आंख मार दी और फिर कुछ पल बाद उसकी बुर की दरार से गरम गरम मूत छलकने लगा पहले धीरे फिर एकदम प्रेशर से तेज धार निकल कर मेरे मुह में भरने लगी मुझे लगा इतना सारा एक साथ कैसे पियूँ पर वो समझदार कुछ सेकेंड्स मूतने के बाद उसने पेशाब रोक लिया और मैं धीरे धीरे मुह में भरा हुआ मूत गटकते हुए पीने लगा एकदम गरम नमकीन कसैला सा मुझे खास बुरा नही लगा उसका टेस्ट पूरा पीने के बाद मैंने मुह खोल कर उसे दिखाया और फिर से होंठ उसकी बुर से चिपका दिए वो फिर से मूतने लगी इस बार वो धीरे धीरे ही रिलीज कर रही थी मैं मज़े से उसकी बुर से बहता उसका मूत घूंट भर भर के पी रहा था कोई डेढ़ दो मिनट तक मूतने कर बाद उसकी टंकी खाली हुई और मेरा पेट नहर गया फिर वो उठ गई मैं भी उठ कर सोफे पर आ कर अपनी टांगे फैला कर लेट गया जैसे अभी वो लेटी अपनी बुर और गांड़ चुस्वा रही थी वो मेरे पास आई और झुक कर मेरे होंठो को चूम करबोली भैया कैसा लगा मैंने आंख मार कर कहा बीयर से ज्यादा टेस्टी और नशीला अब तो रोज पिलाना पड़ेगा वो बोली पिला दूंगी अगर आपको इतना पसन्द है तो फिर वो मेरी टांगों के बीच बैठ गयी और मेरी फ्रंची के ऊपर से लंड सहलाने लगा मैंने कहा बबिता अब इसे हाथो को नही और किसी चीज की जरूरत है उसने फ्रेंची की लास्टिक में उंगलियां फंसाई और उसे नीचे सरका दिया मैंने कमर उठा कर उसे उतर जाने दिया उसने मेरी टांगो से चड्ढी निकाल कर फेंक दी और मेरा नंगा खड़ा गोरा चिकना लंड देख कर होंठो पर जीभ फिराने लगी फिर उसने झुक कर अपने गुलाबी होंठ लंड की गोलियों पर रख दिये और उन्हें चूमते हुए लंड को मुट्ठी मे भर कर मुठियाने लगी एक बात तो थी बबिता मुठ अच्छी मारती थी मैंने सोचा किसी रात इसे चोदने की बजाय बस मुठ ही मरवाऊंगा फिर उसने मुह खोल कर दोनो गोलियां मुह में भर ली और मज़े से उन्हें चुसने लगी उसकी मुट्ठी लंड पर और कस गयी थी और उसका हाथ तेजी से चल रहा था फिर उसने दूसरे हाथ से मेरा एक पैर उठा कर अपने कंधे पर रख दिया इस तरह से मेरी गांड़ थोड़ी खुल सी गयी थी और उसने मुह से गोलियां निकाल कर जीभ फ़िराते हुए मेरी गांड़ की दरार में जीभ घुसा दी मैं मस्ती में सनसना उठा मेरा लंड और झटके लेने लगा मैंने सोफे के एकदम किनारे तक खिसक कर अपने दोनों पैर उठा कर टांगे फैला दी मेरी गांड़ याब अच्छे से खुल गयी थी फिर उसने अपने होंठ गोल कर के गांड़ के छेद पर रख दिये मेरी गांड़ को अपने होंठो में दबोच कर चुसने लगी ऐसा लग रहा था वो ये साबित कर रही थी कि उसे भी गांड़ चूसनी आती है मुठ मारते हुए उसकी ऐसी गांड़ चुसाई मुझे पागल बना रही थी किसी तरह मैंने दो मिनट तक बर्दाश्त किया फिर मुझे लगा मैं झड़ जाऊंगा तो मैंने उसके बाल पकड़ कर उसे अपने ऊपर खींच लिया उसे दर्द तो हुआ होगा पर वो खींची हुई मेरी जांघो पर चढ़ आयी मैंने उसे खुद पर चढ़ा लिया उसने भी अपने घुटने सोफे पर टिका दिए और मैने लंड पकड़ कर उसकी गीली बुर के छेद पर रख दिया वो सिसियाते हुए अपनी बुर को सुपाड़े पर रगड़ने लगी और फिर एक झटके से अपनी बुर लंड पर दबाते हुए पूरा लंड निगल कर अपनी एक चुंची मेरे होंठो पर लगा दी मैंने झट से मुह खोल निप्पल को मुह में भरा और उसका दूध चूसते हुए उसकी भारी गांड़ दोनो हाथो से थाम कर अपनी कमर के तेज झटके लगाते हुए उसकी बुर चोदने लगा मैं पूरी ताकत से झटके देते हुए चोद रहा था हर झटके पर उछल सी जाती हांलाकि उसका वजन 80 किलो के आसपास था लेकिन वो मुझे फूल सी हल्की लग रही थी उसे कस कस के चोदते हुए मैने जोर से उसकी चुंची पर दांत गड़ा दिए और उसके मुह से एक लंबी aahhh निकली और वो तेजी से अपनी बुर लंड पर दबा कर अपनी गांड़ हिलाने लगी मेरा सख्त सुपाड़ा उसकी गहरी बुर के आखिरी छोर पर रगड़ रहा था मुझे महसूस हो रहा था और मेरे पूरे बदन में मस्ती की लहरें उठ रही थी कुछ देर तक ऐसे ही लंड को बुर में घिसने के बाद वो उठी और ठंडे फर्श पर लेट गयी टांगे फैला कर और मुझे आने का इशारा किया मैं उठ कर उसकी टांगों के बीच बैठ गया और उस पर लेटते हुए दोनो हाथ उसके सीने के दोनों ओर रख पुश अप मारने जैसी पोजिशन ले ली फिर मैंने उसके होंठोओ पर होंठ रख दिये और वो मेरे होंठो को चुसने लगी और अपनी बुर की क्लिट पर छू रहे मेरे लंड पर अपनी बुर दबाने लगी पर वो बुर के चिपचिपे रस में भीगा होने की वजह फिसल फिसल कर गांड़ के छेद में घुसने की कोशिश करने लगता कई कोशिशों के बाद उसने हाथ नीचे घुसा कर लंड पकड़ कर बुर के छेद पर रखा और गांड़ उचका कर सुपाड़ा बुर में फंसा लिया मैंने भी बुर की गर्मी लंड पर महसूस कर के एक तेज धक्का मारा और पच्च की आवाज़ करता हुआ लंड बुर में समा गया फिर मैंने उसके मुह से मुह हटा कर सर नीचे कर के उसके काले काले अंगूर जैसे खड़े निप्पल के दाने बारी बारी चाटते हुए हुमच हुमच कर उसे चोदना शुरू किया और वो अपनी चुचियाँ पकड़ कर मेरे मुह में ठेलते हुए बोली आहह संजू भैया ऐसे ही चोदो फाड़ दो आज इस बुर का उसने अपनी टांगे हवा में उठा कर पूरी बुर खोल दी और मैं अब उसके निप्पल को दांतों से चबाते हुए पूरी ताकत से घमासान चुदाई करने लगा वो सिसियाते हुए कराह रही थी दर्द और मज़े से और बोली खा जाओ मेरे निप्पल साले हरामी भैया पी ले मेरा दूध मैंने कहा रण्डी उसके लिए तुझे अपनी बुर से मेरा बच्चा पैदा करना पड़ेगा तब मैं तेरा दूध पी पाऊंगा वो बोली भैया वादा है शादी के बाद पहला बच्चा तेरे लंड से चुद कर ही पैदा करूंगी aaahhhhh और तेज ठोक ना अपना लौड़ा मेरे चोदू राजा मैंने कहा बबिता रानी अब बोल अपनी माँ कब चुदवायेगी वो नीचे से गांड़ उचकाती हुई बोली भैया मेरे बस में होता तो अभी अभी मम्मी को नंगी कर के तुम्हारे लौड़े पे बिठा देती मेरे राजा पर वो मेरे बस में नही हां तुम उन्हें चोद सको तो चोद लो मैं मना थोड़े कर रही हूं मैंने और तेजी से धक्के देते हुए कहा तुझे कोई प्रॉब्लम तो नह होगी ना अगर मैं तेरी माँ को ऐसे ही रगड़ रगड़ के चोदू वो सिसियाते हुए बोली भैया उनकी बुर है अगर वो चुदवाने को तैयार हों तो मैं कौन होती तो रोकने वाली aahahhhhh भैया मैं गयी फिर से उसका बदन कांपने लगा और वो फिर से झड़ने लगी वो कस के मुझे बाहों में भर के लिपट गयी मुझसे और देर तक कांपती और हांफती रही ऐसा लग रहा था वो कई किलोमीटर दौड़ कर आई हो मैं भी रुक कर उसके नंगे बदन पर लेट गया उसकी चुचियो पर सर रख कर और वो प्यार से मेरे सर पर हाथ फिराने लगी लंड अभी भी उसकी बुर में फंसा हुआ था 5 मिनट तक हम ऐसे ही पड़े रहे……
फिर वो बोली उठो ना मैं उठ गया और मेज़ से सिगरेट की डिब्बी उठा कर एक सिगरेट जला ली और सोफे पर बैठ कर पीने लगा मेरा दिमाग बीयर और सेक्स नशे में हवा में उड़ रहा था बहोत मज़ा आ रहा था बबिता के साथ वो मस्त चुदक्कड़ लौंडिया थी एकदम बेशर्म और खुल कर मज़े लेने वाली सुनीता भी कुछ कुछ ऐसी थी पर वो बस चुदवाने में ज्यादा रुचि रखती थी बाकी कुछ कहो तो बिदकने लगती थी…… बबिता उठी वो जहां लेटी थी उसकी बुर के पास थोड़ा सा चिपचिपा रह बह कर इकट्ठा हो गया थ मैंने देखा और उसे इशारा किया वो भी उसे देखने लगी फ़ॉर मुस्कुराने लगी बोली आज बहोत मस्त चोदे आप मैंने कहा मज़ा आया वो बोली जन्नत सा….. फिर वो मेरे पास ही आ कर बैठ गयी और बोली आपका नही हुआ ना मैंने कहा नही अभी तो नही वो बोली और चोदेगें क्या मैंने जैसी तुम्हारी मर्ज़ी हो वो बोली मेरा तो अभी के लिए हो गया मैंने टाइम देखा 3 बज रहे कोई दो घंटे हो गए थे हमें मस्ती करते मैंने कहा बबिता थोड़ी देर गांड़ चोदने दे ना वो थोड़ा सोच कर बोली वहां कभी किया नही है पहले मैंने कहा आज करते हैं ना कभी तो मरवानी ही है तुझे मुझसे अपनी गांड़ आज ही मरवा ले वो खुशी खुशी बोली भैया आपके लिए तो जान भी दे दूं गांड़ क्या चीज है मैंने चल फिर कुतिया बन जा वो उठी और सोफे पर घुटने टिका कर झुक गयी टांगे फैला के मैं उसके पीछे आया और फिर से झुक कर उसकी गांड़ के कैसे हुए छेद को चूमने चाटने लगा और फिर उसकी गंड5 पर थूक कर मैंने इस बार दो उंगलियां एक साथ घुसा दी उसकी गांड़ में और दो तीन बार अंदर बाहर कर के उसकी गांड़ का छेद थोड़ा नरम और ढीला किया फिर उंगलियों को निकाल कर अपना मोटा सुपाड़ा गांड़ के छेद पर रखा और धक्का लगाया पर सुपाड़ा फिसल गया उसने एक हाथ पीछे ले कर लंड पकड़ा और गांड़ के छेद पर सुपाड़ा रख कर बोली भैया धीरे से डालिये मैंने उसकी कमर पकड़ कर अपनी कमर के दबाव डालते हुए सुपाड़ा उसकी गांड़ में पेल दिया और सुपाड़ा बड़े आराम से उसकी गांड़ में समा गया उसने एक तेज आह भरी फिर लंड छोड़ कर सर टिका लिया सोफे पर मैंने थोड़ा और दबाव डाल कर 3-4 इंच लंड गांड़ में उतार दिया ये एक अलग अहसास था कसी हुई गांड़ का छल्ला लंड को सख्ती से पकड़े था मैं उतने ही लंड को कमर हिलाते हुए गांड़ में घुसा कर उसकी गांड़ चोदने लगा फिर एक मिनट बाद मैंने लंड निकाल कर उसकी गांड़ पर फिर से थूक दिया और झट से सुपाड़ा टिका कर झटके से पेल दिया इस बार 6-7 इंच तक लंड गांड़ में सरक गया और वो अपनी मुट्ठियाँ भींच कर सिसकने लगी उसकी सिसकियां मेरी उत्तेजना बढ़ा रही थी और मैंने झुक कर हाथ घुसा कर उसके लटकते हुए बड़े बड़े थन जैसे चूचे मुट्ठी में भरे और उन्हें जोर से मसलते हुए तेज धक्के लगा कर उसकी गांड़ मारने लगा वो भी अब नार्मल हो कर मज़े लेते हुए गांड़ चुदवाने लगी और दो मिनट में ही वो फिर से आहें भरते हुए बड़बड़ाने लगी आहह भैया बड़ा मजा आ रहा है गांड़ मरवाने में भी और पेलो पूरा घुसा दो जड़ तक मैंने एक हाथ से उसके खुले बाल मुट्ठी में पकड़े और तेजी से एक झटका दे कर पूरा लंड उसकी कसी गांड़ में उतार दिया वो चीख उठी पर उसकी चीख सुन कर मैंने कोई रहम करने की जगह उसका निप्पल पूरी ताकत से उमेठ कर और तेजी से लंड उसकी गांड़ में ठोकना शुरू कर दिया वो कराहते हुए आहें भरते हुए गांड़ मरवाती रही तभी मैंने कहा बबिता वो सर घूम कर मेरी ओर देखी और बोली हां भैया मैंने कहा चाची के बारे में कुछ बात कर ना साली वो मेरी आँखों मे देखती हुई बोली भैया आप एक काम करो किसी दिन दोपहर में काम से बहाना मार के घर आ जाओ दोपहर में मम्मी घर पर अकेली होंगी आप उस दिन उन्हें अपना लंड दिखा ही चुके हो और आपका मस्त लंड शायद ही किसी औरत को ना पसन्द आये बस आप अकेले में मम्मी को पकड़ कर उनके कपड़े उतार कर उन्हें नंगी कर देना और जैसे मेरी बुर और गांड़ चूसते हैं वैसे ही पटक कर उनकी गांड़ भी चूस लेना आप दो मिनट चूस लोगे तो मम्मी खुद ही आपके लंड पर चढ़ कर अपनी बुर चुदवा लेगी पापा तो अब ठीक से चोद भी नही पाते उनको वो भी उंगली कर के काम चलाती हैं उसकी गर्म बातें सुन कर मेरे टट्टे में वीर्य उबलने लगा और मैं पूरी ताकत से गुर्राते हुए उसकी गांड़ में लंड पेलने लगा वो बी हाथ नीचे घुसा कर अपनी बुर में उंगली चलाने लगी और सिसियाते हुए बोली हां ऐसी ही मम्मी की गांड़ भी चोद देना मैंने कहा तेरी बुर चूसते हुए तेरी माँ की गांड़ चोदूगां साली मादरचोद वो आहें भरती हुई बोली हां भैया जैसे दिल करे चोदना हम दोनों को मम्मी को भी अपनी रण्डी बना लेना aahahhh भैया और तेज मैं फिर से आ रही हूं aaahhhhh और वो एक और बार झड़ने लगी ये उसका तीसरा राउंड था पता नही आज मुझे कहाँ से इतना स्टेमिना मिल रहा था इतनी देर चोदने के बाद भी मेरा लंड झड़ा नही था पर झड़ने वाला था इसलिए मैं तेजी से कमर चलाते हुए बोला बबिता कंटिन्यू ढीली मत होना मैं भी झड़ने वाला हूँ बुरचोदी वो बोली aahhhh भैया डाल दो अपना रस मम्मी की मस्त गांड़ में मम्मी को कुतिया बना के चोद दो राजा झड़ जाओ अपनी बहन की गांड़ में और इसी के साथ मेरे बदन को झटका लगा और आंखों के सामने सितारे से घूम गए मैंने पूरी शक्ति से एक झटका मार कर जड़ तक लौड़ा बबिता की गांड़ में घुसाया और मैं थरथराते हुए झड़ने लगा लंड से वीर्य की फुहारे निकलती हुई बबिता की गांड़ को भरने लगी पूरे दो मिनट तक मैं उसकी गांड़ से चिपका रहा मेरा लंड उसकी गांड़ के अंदर ठुमकियाँ ले रहा था और मेरे चेहरे को निहार रही थी आखिरी बून्द तक टपकाने के बाद मैंने लंड उसकी गांड़ से निकाला और उसकी काली गांड़ का छेद एक रुपये के सिक्के जितना खुला हुआ दिख रहा था फिर उसकी गांड़ से मेरा वीर्य बह कर उसकी जांघो से होता हुआ फर्श पर टपकने लगा मैं सोफे पर लेट गया आंखे मूंद कर और बबिता भी सोफे पर बैठ गयी मेरे सीने पर सर रख कर और हमारी आंख लग गयी………
continued…

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