चूत चूची और जवानी – मकान मालिक की बेटी

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चारु की जांघ विनय के जांघ से एक दम सटी हुइ थी. उसकी गांड के ऊपर लेग्गिंग थी, जो की एक दम टाइट होक गांड से लिपटी हुई थी. ऊपर उसने स्लीवेलेस पीले कलर का कुरता पहना हुआ था. कैब ऑफिस की तरफ बढ़ रहा था. गर्मी का दिन था और दिन के 1 बजने वाले थे. ऐ.सि होने के बावजूद भी गर्मी लग रही थी. पसीने की एक बूँद चारु के कंधे से उसकी बगल की तरफ बढ़ रहा था. विनय नज़रें चुरा के देखने की कोशिस कर रहा था. चारु सर्वानी से बात कर रही थी. कैब में विनय के अलावा चारु, सर्वानी, रवि और मनीष थे. कैब के पीछे वाली सीट पे कुछ सामन रखा हुआ था इसी वजह से सभी लोग बहुत ठस के बैठे थे. चारु विनय के बगल में थी, उसकी बगल में सरवनी थे. सामने वाली सीट पे रवि और मनीष थे. अगले स्टॉप पे प्रिया कैब में बैठने वाली थी.

चारु वैसे थी तो हाइट में छोटी पर उसकी चूचियां और गांड बहुत मस्त थे. अभी हाल ही में शादी हुई थी उसकी. और शायद चुदाई खाने की वजह से गांड की गोलाई और साइज़ बड़ते जा रहे थे. चूचियां भी दब दब के एक दम बड़े हो रहे थे. विनय ने ये ऑफिस ज्वाइन करने के दिन ही चारु को देखा था, और 5 मिनट बाद टॉयलेट जाके मुत्थ मारा था. जब से उसने चारु को देखा , पोर्न स्टार्स भी फीके लगने लगे थे. उसकी शरारत भरी आँखें, चिकनी स्किन, स्लीवलेस पेहेनने पर नंगी बाजुयें, सुदोल गांड, विनय के सपने में भी आते थे. विनय बस एक बारउसे चोदना चाहता था. पर 2 महीने बाद उसकी शादी हो गयी, अब कोई और बंदा उसे छोड़ रहा था. क्या करेगा पांडू, जब किस्मत ही हो…. खैर..

अगला स्टॉप आया पर, प्रिया के साथ एक और बंदा भी था जो की काफी भारी भर्कम था,. जगह बनाने की ज़रूरत थी. सर्वानी ने चारु को बोला की तू विनय की गोद में बैठ जा. वो शायद मज़ाक कर रही थी, पर चारु सच में उठ के विनय की गोद में बैठ गयी. बाकी लोग ऐसे रियेक्ट कर रहे थे मानो कुछ हुआ ही नहीं, पर विनय सकपका उठा.

कैब आगे बढ़ी. सब लोग आपस में बातें कर रहे थे. चारु के शरीर की खुशबु विनय की नाक में जा रही थी. और उसका लंड अब खड़ा होने वाला था. विनय ने नीचे देखा तो उसकी नज़र चारु के कुरते के अन्दर गयी. उसने वायलेट कोलोउस की ब्रा पहनी हुई थी. उसका लंड खड़ा हो रहा था. शायद चारु को भी पता लग ही रहा होगा पर उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.

आगे का रास्ता थोडा खराब था, गाडी उचल रही थी, साथ ही में चारु की गांड भी विनय के गोद में उचल रही थी. विनय से कण्ट्रोल करना मुश्किल हो रहा था. एक और गड्ढा आया , गाडी उछली, चारु की गर्दन से पसीने की एक बूँद उचल की विनय के मुह पे गिरी. एक और गड्ढा, चारु उचल के उसके लुंड के और पास आ गयी.
एक और गढ़ह, चारू की मुलायम गांड, अब विनय के लुंड के ऊपर थी. एक और गड्ढा, अब विनय से रुका नहीं गया. उसने चारु के कन्धों को पकड़ के नीचे से झटके देना शुरू कर दिया.
रवि और मनीष ने देखा पर आँख मार के इगनोर कर दिया. विनय की चुदास बदती जा रही थी, वो चाहता था की चारु को पटक के वहीँ चोदे. उसने चुचिय्याँ दबा दी चारु की. ठीक उसी समय उसे अपने पैर पे कुछ खुजली महसूस हुई.

वो नज़र अंदाज़ करके झटके देना चाहता था, पर खुजली बदती गयी……

रवि एक झटके से नींद से जगा तो देखा की पैर पे कम से कम 15 मछर बैठे हुए थे. उसका लंड एक दम सरिये की तरह सख्त हो रखा था. वो बुदबुदाया , ” मादरचोद, थोड़ी और और रुक जाते तो सपने में ही सही, चारु की गांड तो मार लेता.”

दिन के 3:30 बज रहे थे, विनय की नींद टूट चुकी थी. उसके पास अभी टाइम पास करने को कुछ नहीं था, ऊपर से लंड खड़ा हो रखा था. उसने सोचा की छत पे जाके मुट्ठ मारेगा. वो अक्सर ऐसा करता था. वो जिस कमरे में किराए पे रहता था, वो एक ऐसी बिल्डिंग में था जो की उस इलाके में सबसे ऊँची थी. 5 मंजिला. वहाँ सामने ही मार्किट था, जहां हर टाइम कोइ न कोई माल दिख ही जाती थी. विनय के रूम से मार्किट वाली सड़क दिखाई नहीं देती थी, पर छत से अच्छा दिखाई देता था. अक्सर वो अपना कैमरा भी ले जाता था और फोटो खींच के नीचे आके मुट्ठ मारता था.

खड़े लंड के साथ , हाथ में कैमरा लिए वो छत की तरफ बढ़ा. जैसे ही उसने छत का दरवाज़ा थोडा सा खोला उसे एक बहुत ही संगीन दृश्य दिखाई दिया.

उसके मकान मालिक की बेटी दीवार से चिपकी हुई थी. उसकी जीन्स नीचे तक उतरी हुई थी. पैंटी घुटनों के पास मुड़ी हुई अटकी थी, ब्रा नाभि के पास थी और शर्ट खुली हुई थी. उसके ऊपर एक लड़का लगा हुआ था. एक हाथ से चुछियाँ दबा रहा था, दूसरा हाथ गर्दन के पीछे लड़की के बाल को खींच के पकड़ा हुआ था. और मुंह से मुंह सटा के किस कर रहा था. लड़के ने भी अपनी पेंट और चड्डी उतार राखी थी घुटनों तक. दिन की धुप में उसकी गांड चमक रही थी, और झटके मार रही थी आगे की ओर.

विनय ने कैमरा ओं करके विदोए बनान शुरू किया. उसका मन हुआ की मुट्ठ मारे, पर उसने महसूस किया की अगर आज उसने सब ठीक से कर लिया तो आगे मुट्ठ की जगह चूत मिलेगी मारने के लिए .

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