जिया की कामुक गाथा : भाग ५

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फ्रेंड्स
पिछले भाग में आप सबों ने पढ़ा की कैसे देर रात मैं और मेरा मौसेरा भाई विनय सेक्स करते वक्त पकड़े gayeb, मेरी मॉम रेणु कोई दूध की धुली नही थी और वो भी हम दोनों के साथ सेक्स का आनंद ली फिर अगली सुबह मैं उठकर फ्रेश हुई और डाइनिंग हॉल आई तो मॉम को विनय के साथ लिपटे देख शर्मशार हो गई, विनय उनके गुलाबी ओंठ को चूस रहा था तो उनकी नजर तक मुझ पर नही पड़ीं और मैं किचन जाकर चाय बनाने लगी फिर चाय का प्याला लेते हुए बाहर आई तो मॉम विनय के गोद ने बैठे अपनी जीभ उसके मुंह में डाल चुसवाने में लीन थी, साली को इस उम्र में दस जगह मुंह मारने की आदत सी लग गई थी तो मैं जानबूझकर सामने के सोफा पर बैठी और विनय की नजर मुझसे टकराई तो वो अपनी मौसी की जीभ मुंह से निकाल उसे गोद से नीचे किया, मॉम तो नाईट गाऊन में थी और उसकी डोरी खुली हुई थी जाहिर है कि उनके बड़े बड़े स्तन नग्न दिख रहे थे और वो शर्मिंदिगी के मारे झट से नाईट गाऊन की डोरी बांधने लगी ” क्या मॉम सुबह सुबह ही शुरू हो गई, रात को भी सोई थी या भैया के साथ मजे ले रही थी
( मॉम ) तेरे भैया तो मेरे पिछवाड़े को रौंद दिए, अभी तक अंदर लहर हो रही है
( मैं खिलखिलाकर हंस दी ) वाह खेत जुतवाने को तड़पती है और जुताई के बाद दिखावटी नाटक ” वो उठकर चली गई, वैसे भी सुबह के ०९:३० बजे थे और घर की कामवाली भी फिलहाल छुट्टी पर थी तो सारा काम खुद से करना था फिर मैं चाय का प्याला किचन में रख दी और वहीं बर्तन मांजने लगी, मैं तो ब्लू रंग के नाईट गाऊन में थी और बर्तन मांजने में लगी हुई थी की अनायास मुझे पीछे से किसी ने यानी विनय ने दबोच लिया फिर गाल चूमते हुए बूब्स दबाने लगा ” ओह छोड़ो भी अभी कितना काम बाकी है विनय
( वो मेरे बूब्स को दबाते हुए गर्दन चूमने में लगा हुआ था तो उसका कड़ा लौड़ा मेरी चूतड में चुभ रहा था ) ओह बेबी कोई काम नही सिर्फ मस्ती ” तो मैं हाथ धो ली फिर उससे अलग होकर डाइनिंग रूम आई तो मॉम सिर्फ ब्रा और पैंटी पहने सोफा पर बैठी हुई थी और मैं उन्हें देख पूछी ” क्यों अभी किधर से लेना है
( वो हंस दी ) जिधर से विनय डालेगा ” और मैं उनके बगल में बैठी तो विनय सामने आकर खड़ा हो गया, उसके पैंट पर से ही लन्ड का उभार दिख रहा था और मैं उसके पैंट को कमर से नीचे कर लन्ड को नंगा कर दी तो एक लन्ड के दो दीवाने थे और मैं उसके लन्ड को पकड़ जीभ निकाल सुपाड़ा को उस पर रगड़ने लगी तो मां भी उसके जांघ सहलाने लगी, तभी मैं विनय के लन्ड को मुंह में लिए चूसने लगी तो मां उसके जांघ को चूमने के लिए सोफा के किनारे पर बैठी लेकिन विनय तो मेरा दीवाना था, मेरे जुल्फों को पकड़े मुंह में ही लन्ड का धक्का देने लगा और आज सुबह के ब्रेकफास्ट में लन्ड ही मुझे मिल रहा था। एक ओर रेणु उसके लन्ड चूसने को बेकरार थी तो दूसरी ओर मैं बुर चटवाने को आतुर और मैं जल्द ही लन्ड मुंह से निकाल दी ” चलो बेड पर ही मजे लेते हैं ”
मैं तो नाईट गाउन में थी लेकिन मेरी मां रेणु सिर्फ ब्रा और पेंटी में, विनय भैया पूर्णतः नग्न थे और तीनों बेडरूम आए फिर विनय भैया को लेटने को बोली तो मैं मां की ओर देखी ” क्यों भैया का का लॉलीपॉप चूसोगी
( रेणु बोली ) हां तू पहले मुंह का प्यास बुझा ले फिर ” और रेणु झट से अपने ब्रा और पेंटी को उतार दी, उनकी बड़ी बड़ी चूचियों को विनय पकड़ कर दबाने लगा तो मैं नाईट गाऊन उतार नंगी हुई फिर विनय के लन्ड को पकड़ मुंह में ली और चूसने लगी, देखी की मॉम विनय के चेहरे के ऊपर जांघो को फैलाए बैठ गई ” ये ले इसे आराम से चाट तेरे जैसा जवान बेटा किस दिन काम आएगा
( विनय मॉम के चूतड को सहलाने लगा तो वो साली चूतड को उसके मुंह के थोड़ा ऊपर रखी थी ) मौसी तेरी बुर इतनी ढीली हो गई है की घोड़े का लन्ड ही इसे तृप्त कर सकता है ” लेकिन रेणु कुछ नही बोली और मैं लन्ड चूसते हुए देख रही थी की विनय की जीभ रेणु के बुर को चाट रहा है तो मैं मॉम के चूतड को सहलाई और विनय का लन्ड मुंह से निकाल जीभ से चाटने लगी, उधर विनय कुत्ते की तरह लपालप मौसी की बुर चाटने में लीन था तो मैं उसके जांघो को चूमने लगी फिर उसके कमर से पेट तक को चूम ली। मेरी आंखों के सामने मॉम का गोल गुंबदाकार गांड़ था तो मैं अब मॉम के चूतड सहित पीठ को सहलाने लगी और मॉम ” उह आह ओह विनय अब फांकों को मुंह में लेकर चूसो ना बहुत मजा आ रहा है ” मैं अब मॉम के सामने आकर बैठी फिर उनके चूची को पकड़ दबाने लगी तो वो मेरे गाल सहलाते हुए बोली ” बेटी जो करना हो करना लेकिन छुपकर नहीं तो समाज में मुंह दिखाने लायक नहीं रहूंगी
( मैं उनके चूची को पुचकारते हुए बोली ) समाज गई तेरी चूत में अपने दस जगह मुंह मारती है और मुझे…. ” फिर मैं मॉम के स्तन को मुंह में लेकर चूसना शुरु की तो विनय उनकी बुर में उंगली घुसाए रगड़ने लगा साथ ही उनके जांघ चूम रहा था तो रेणु आहे भरने लगी ” आह ओह बस निकल जाएगा ” और मैं मॉम के चूची चूसते हुए देखी की रेणु की बुर से रस भैया के चेहरे पर टपक रहा है लेकिन विनय जीभ से बुर चाट चाटकर उसका स्वाद लिया फिर मैं रेणु के चूची को मुंह से निकाल दी तो मां उसके चेहरे पर से उठी, विनय वाशरूम चला गया तो मां बेड पर लेट गई और मैं मॉम के दूसरे स्तन मुंह में लिए चूसने लगी और रेणु मेरे गांड़ के दरार में उंगली करते हुए बुर में घुसाई फिर मेरी ओर देख बोली ” जरूर तू साल दो साल से चुदवा रही है ” लेकिन मैं तो रेणु की चूची चूसने में मस्त थी, इतने में विनय आया और मैं तो मॉम के बदन पर डॉगी स्टाइल में हुए उनकी चूची चूस रही थी तो भैया मेरे चूतड को चूमने लगे और अब इस आसन में मेरी चुदाई तय थी लेकिन बुर में कोई प्रोटेक्शन के बैगेर चुदवाना मुस्किल था। मैं मॉम की चूची मुंह से निकाली फिर पीछे मुड़कर देखी तो विनय बोला ” चल आ जा बेबी बेड पर डॉगी स्टाइल में करूंगा ” और मैं विनय की बात मानते हुए बेड पर से उतरी फिर पर्स से गर्भनिरोधक दवाई निकाल उसे थमाई और बेड पर जांघें फैलाई लेट गई तो मॉम उठकर चली गई और विनय मेरी बुर में दवाई घुसाया फिर उंगली से अंदर तक करके मेरे ऊपर सवार हुआ और चेहरे को चूमने लगा तो मैं उसके पीठ सहला रही थी फिर विनय मेरे बूब्स मुंह में लिए चूसने लगा और मेरी बुर में तो दवाई गर्मी की वजह से पिघलने लगी, मॉम वापस आई और बोली ” तुम दोनों मस्ती करो मैं नाश्ता बनाने जा रही हूं ” मैं लेटी रही और मॉम रूम से बाहर निकल गई तो विनय मेरे बूब्स छोड़कर मेरे सपाट पेट को चूमने लगा फिर कमर तक चूमने के बाद मेरी जांघों को फैलाया और बुर को सहलाते हुए बोला ” क्या बेबी अब तो चूत तैयार है
( मैं सर हिलाकर हामी भर दी ) ओके डियर ” तो विनय अपना लन्ड पकड़े बुर के दरार में रगड़ने लगा फिर सुपाड़ा को चूत में घुसाया और धीरे धीरे २/३ लन्ड अंदर करके कमर थामा, उसका लन्ड बुर को दिन में ही तारे दिखा रहें थे फिर वो जोर का धक्का मारा और मैं चिल्ला उठी ” उई आह बुर फट गई
( विनय मेरे बूब्स दबाने लगा ) अबे रण्डी चुप कर और मजा ले ” फिर वो मेरे ऊपर सवार होकर चोदने लगा और मैं उसे बाहों में जकड़कर गाल चूमने लगी, आहिस्ते आहिस्ते अपने चूतड को ऊपर नीचे करने लगी तो बुर में लन्ड खरंजा की तरह चुभने लगा फिर भी लन्ड और बुर का मिलन तो मजा ही देता हैं और मैं चूतड उछाल उछाल कर चुदाने लगी तो विनय मेरे ओंठ चूमते हुए बोला ” अब तो मौसी और तू मेरी दीवानी हो गई
( मैं चूतड उछालते हुए बोली ) मैं किसी की दीवानी नहीं हूं मुझे बस अलग अलग स्वाद चाहिए ” और उसके लन्ड के धक्के से बुर का तार तार ढीला हो गया साथ ही अंदर गर्मी भी थी तो मैं चूतड स्थिर कर बुर के रसीला होने का इंतजार करने लगी, विनय चोदते हुए मस्त था और अनायास मेरी बुर से रस फेंक दिया तो मैं सुस्त पड़ गई। विनय मेरे ऊपर से हटा फिर वाशरूम चला गया और मैं लेटी हुई थी की मॉम रूम में आई ” नाश्ता में ब्रेड और आमलेट है पहले नाश्ता कर लो फिर मजा करना
( मैं शर्मिंदिगी के मारे पास पड़े चादर से जिस्म को ढक ली ) ठीक है बस दस मिनट बाद ”
विनय वापस रूम में आया तो मैं लेटी रही और वो मेरे तन पर से चादर हटाकर बोला ” चल डॉगी स्टाइल में हो जा
( मैं हंस दी ) पहले रात का चार्ज दो फिर आगे
( वो मेरे बूब्स पकड़ दबाने लगा ) अबे रण्डी तेरी मां को बता दूंगा की तू कॉल गर्ल का धंधा करती है तो
( मैं बोली ) होगा क्या, साली मुझसे मेरी कमाई मांगेगी ” फिर मैं कोहनी और घुटनों के बल हो गई तो विनय मेरे गांड़ के सामने बैठा फिर जांघो को पूरी तरह से फैलाकर बुर में सुपाड़ा घुसाने लगा, बुर रसीली थी सो आराम से उसका लौड़ा बुर में जा रहा था और २/३ लन्ड बुर में घुसते ही मैं अपने चूतड को पीछे की ओर धकेली और पूरा लन्ड हजम कर चुदवाने लगी, विनय पूरे गति से चुदाई कर रहा था तो मैं चूतड हिलाते हुए बुर चुदवा रही थी और वो मेरे सीने से लटकते चूची को पकड़ दबाने लगा तो मैं सेक्स में चरम सुख की प्राप्ति कर रही थी, उसके कमर से मेरी गोल गदेदार गांड़ टकरा रही थी तो लन्ड बुर में तेजी से रगड़ा दे रहा था और दोनों संभोग क्रिया में लीन थे कि विनय चोदता हुआ बोला ” रानी तेरी मां की गांड़ चोदूंगा तो क्या वीडियो बनाएगी
( मैं चूतड हिलाते हुए मस्त थी ) पहले मेरी बुर की खुजली तो मिटाओ फिर उस साली की गांड़ चोदना ” और अब मेरी बुर में लन्ड के धक्के से गर्मी होने लगी तो उसका लन्ड भी लोहे के सलाख की तरह बुर में चुभने लगा ” उह आह ओह और तेज चोदो फाड़ दो मेरी बुर उफ कितना मजा आ रहा है
( भैया चोदता हुआ हांफने लगा ) हां बेबी बस कुछ देर में ही बुर को गीला कर दूंगा ” और वो चोदता हुआ मेरे पीठ सहलाने लगा तो मैं चूतड को स्प्रिंग की तरह हिलाते हुए चुदवा रही थी, विनय मेरे बुर का कचूमर बना चुका था और कल शाम से अभी तक में तीसरी चुदाई हो रही थी ” ओह आह आह मेरा निकला ” ये बोलते हुए विनय ने बुर में वीर्य झाड़ दिया और मैं कुछ देर वैसे ही रही फिर दोनों अलग हुए तो मैं उसके लन्ड को मुंह में लिए चूसने लगी और वीर्य का स्वाद चखकर वाशरूम चली गई, सुबह के वक्त बुर चुदवा कर मस्त हो गई थी तो स्नान करके बाहर निकली फिर टॉप्स और स्कर्ट पहन डाइनिंग हॉल गई और नाश्ता करके आराम करने लगी, आगे क्या हुआ, इंतजार कीजिए अगले भाग का।

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