यह मेरे बहुत सारी सच्ची कहानियों में से एक है. उम्मीद है जनता इसे पसंद करेगी.
मेरा नाम जावेद खान है और में 51 वर्ष का हूँ. मैं गोरा, सुन्दर और काफी सेक्सी हूँ. मेरी बीबी नाज़िया जो अब 41 वर्ष की है. हमदोनो एक बहुत ही अच्छे पति पत्नी हैं और पिछले 25 वर्षो से शादी शुदा ज़िन्दगी में भरपूर सेक्स का आनंद लेते रहे हैं. एकदिन नाज़िआ बोली की क्या बात है आजकल सेक्स रोज़ नहीं कर रहे हैं, पहले तो रात तो रात दिन को भी 2-3 ट्रिप चोद लेते थे? मैं मज़ाक ही मज़ाक में बोले की अड़ोस पड़ोस की कुछ नया माल दिलवाओ चोदने के लिए ताकि फिर वही सेक्स करने की ख्वाहिस लौटे और फिर खूब सेक्स किया जाए और ज़िन्दगी के मज़े लिए जाए. नाज़िया बोली अच्छा यह बात है तो मैं इंतज़ाम करती हूँ और तुम्हारे लंड को दूसरे बूर का पानी भी चटवाती हूँ.
शाम को नाज़िया मेरे पास आयी और बोली की पड़ोस में जो अधेड़ पति पत्नी रहते हैं उनकी बेटी चंदा की उम्र 30 पार हो चुकी है और दहेज़ नहीं रहने के कारण उसकी शादी नहीं हो पा रही है. अगर मैं कोशिश करूं तो उसका बूर तुम्हे चोदने को मिल सकता है मगर दहेज़ का खर्चा तुम्हे देना होगा और अगर बोलो तो मै बात करूं. मै इसपर तैयार हो गया. नाज़िआ बोली की कल तुम ऑफिस जाओगे तो मैं चंदा को बुलाकर बात करती हूँ.
दुसरे दिन जब मैं ऑफिस चला गया तो नाज़िआ चंदा को बोलाई और पूछी तुम्हारी शादी कब हो रही है. इसपर चंदा बोली की क्या बताएं जहां शादी लग रही है लड़के वाले दहेज़ मांगने लगते हैं और हम गरीब कहाँ से लाएं? अभी कुछ दिनों पहले शादी लगी है और वो लोग 2 लाख रुपया मांग रहे है? बताएं कहाँ से हम लाएंगे? नाज़िआ बोली अगर मैं 2 लाख अपने पति जावेद से दिलवा दूँ तो क्या तुम मेरे पति जावेद को खुश कर दोगी? इसपर तो वह कुछ देर चुप रही और फिर बोली के ठीक है जब आपलोग इतना करने के लिए तैयार हैं तो क्यों नहीं मदद करने वाले से अपना बूर चोदवाकर उस दहेज़ मांगने वाले लालची को चोदा हुआ बूर ही सौपूं. नाज़िआ बोली चलो ठीक है हर 15 दिन पर आकर बूर चोदवाकर 25000 ले के जाना और 4 महीने में अपना दो लाख ले लेना और शादी कर अपना घर बसा लो. नाज़िआ बोली तुम अब जाओ शाम को आकर तुम्हारे मां बाप से मिल लेंगे.
शाम को नाज़िया खुसखबरी सुनाई और 2 लाख बजट बताई. मैं तैयार हो गया और मन में लडडू फूटने लगे की कुंवारा बूर चोदने को मिल रहा है. शाम को मै और नाज़िया चंदा के घर गए और और चंदा के मां बाप से शादी के दहेज़ के खर्चे का भार अपने ऊपर लेने की बात की. वह लोग बहुत खुश हुए. मैंने कहा की 4 महीने के बाद शादी का डेट डाल दें और हर महीने 2 बार 25000-25000 रुपया देता जायूँगा. फिर हम दोनों चले आएं. नाज़िआ हमको दुसरे दिन ओफिस से लौटते वक़्त 50000 रुपया बैंक से लेते आने को कहा. ऑफिस से लौटने पर नाज़िआ सोफे के टेबल पर 50000 रखकर तौलिये से ढक दी और मुझे से बोली की आप भी अपना झांट साफ़ करलो और यहीं लुंगी पहनकर बैठो और अपने माल को ठीक से देखलो मैं चंदा को बुलाती हूँ और कल पहला चुदाई हो जाए.
नाज़िआ के साथ मुझे बैठा देखकर चंदा थोड़ा शर्मा गयी और झिझकने लगी. नाज़िआ चंदा को बुलाकर हमदोनो के बीच बैठा दी. चंदा गोरी 32 वर्ष, लम्बा कद और 36-24-36 की सुडोल बदनवाली लड़की थी. मेरे बगल में बैठी उसकी सांसे फूल रही थी. नाज़िआ 50000 रूपये पर से तौलिया हटाते हुए बोली की चंदा यह 50000 तुम्हारे लिए आया हैं, चंदा उस पैसे को टूकर टूकर बहुत देर तक देखती रही, शायद उतना पैसा एकसाथ वह पहली बार देख रही थी. कल आकर जावेद से पहला चुदाई करवालो और इसमें से 25000 ले जाना और हर 15-15 दिनों पर आकर चोदवा लेना और अपना पैसा लेती जाना. कल रविवार है तुम दिन का खाना खाकर आज़ाना और रात को हमारे साथ खाना खाकर चली जाना. चंदा बोली ठीक है दीदी मै जाती हूँ आज भी कुछ करना है? नाज़िआ बोली ठीक है आज जावेद के लंड का दीदार करलो, थोड़ा मुंह में लंड से चोदवालो और फिर चली जाओ.
नाज़िआ बोली जावेद अपने प्यासे लंड का थोड़ा दीदार करा दो चंदा को. मैं तो इंतज़ार ही कर रहा था इसका. मैं सोफे पर बैठे बैठे अपना लुंगी ऊपर कर दिया, मेरा मूसड़ सा फन फनता मोटा लंड एकदम खड़ा था. चंदा बोल पड़ी उई मां इतना बड़ा और मोटा लंड बाज़ी? नाज़िआ बोली अरे मैं इस लंड की दीवानी हूँ, दो दिन मेरे बूर में नहीं जाए तो मैं परेशान हो जाती हूँ. तुम भी इस मूसड़ लंड का कुछ दिन मज़े लेलो तो तुम भी दीवानी हो जाओगी मैंने चंदा का हाथ खींचकर अपने लंड पर रख दिया. वह एकदम से घबरा गयी मगर लंड को पकड़ ली और धीरे धीरे दबाने लगी. जितना वह मेरे लंड को अपनी मुठ्ठी में दबाती मेरा लंड उतना ही टाइट होता गया और फन फनाने लगा. धीरे धीरे चंदा मेरे लंड को अपने हाथों से सहलाने लगी और फिर मेरे सामने आकर सोफे की नीचे बैठकर मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी और धीरे धीरे मेरा मोटा लंड पूरा का पूरा मुँह में लेने की किसिस करने लगी और अपने मुँह से मेरे लंड को चोदने लगी. मैं आँख बंदकर सोफे पर पड़े पड़े मज़े लेने लगा. चंदा नाज़िआ से बोले बाज़ी अच्छा लग रहा है मैं आज जावेद के लंड का रस (वीर्य) पीयूंगी. नाज़िआ बोली पीलो मैंने जावेद को अभी तो तुम्हारे हवाले कर दिया है. फिर चंदा मेरे लंड को बुरी तरह से चूसने लगी और मुँह से मस्ती के उऊँह उऊँह उऊँह उऊँह उऊँह उऊँह की आवाज़े निकालने लगी. धीरे धीरे मेरा लंड और टाइट होता गया और फिर फिचकारी की तरह वीर्य (Semen) निकलकर चंदा के मुँह में अंदर जाने लगा. गर्म गर्म वीर्य चंदा पीती रही और लंड को उसी तरह चूसती रही. लंड के इधर उधर फैले वीर्य को चंदा चाट चाट गयी और अपना मुँह अपने दोपट्टे से पोछते हुए बोली की बाज़ी अब मैं जाती हूँ और कल खाना खाकर 2 बजे आजायूँगी. नाज़िआ बोली ठीक है और कल अपना झांट साफ़ कर लेना क्योंकि जावेद को चिकना बूर पसंद है. चंदा के जाने पर मैं नाज़िया को शुक्रिया अदा किया.
दुसरे दिन सुबह नाज़िआ उठकर ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruit) के जूस, मधु और गर्म गर्म दूध हर घंटे पिलाती रही और बोली की टाइट माल है जमकर चोदना और मज़े लेना, एनर्जी बनालो फटा फट. ठीक 2 बजे चंदा आगयी. नाज़िआ सीधे उसे बेड रूम में ले आयी जहां मै गंजी और लुंगी पहनकर लेटा हुए था. नाज़िआ बोली लो जावेद इससे इतना प्यार करो की आज का दिन यह कभी भूल न पाए और नाज़िआ पलंग के दूसरी ओर जाकर बैठ गयी. मैं चंदा को बुलाकर अपने गोद में बैठा लिया. वह सिर्फ सलवार और समीज़ पहनी थी और अंदर कुछ भी नहीं. उसकी बदन की गर्मी से मेरा रोम रोम उसे चोदने के लिए व्याकुल हो गया. मैं उसके बदन को सहलाने लगा और धीरे धीरे अपना हाथ उसकी चूचियों पर ले गया. उसकी चूची एकदम से टाइट थी. मेरे बदन में करंट दौड़ने लगा. मैं तुरंत उसका समीज़ उतार कर फेंक दिया और अपना गंजी भी. नाज़िआ बोली धीरे धीरे जावेद इसे ज़्यादह से ज़्यादक मज़े दो और इसका मज़े लो. मैं चंदा का मुँह अपनी ओर घुमा कर उसकी चूचियों को देखा. क्या मस्त 36 साइज की चूची थी और फिर दोनों चूची का निपूल अपनी मुँह में बारी बारी लेकर कसकर चूसने लगा. चंदा धीरे धीरे ऊंह आह करने लगी और मज़े लेने लगी. और फिर चंदा का सलवार का छोरी खोलकर सलवार निकाल दिया. अब चंदा बिलकुल नंगी मेरे सामने थी और मैंने भी अपना लुंगी उतार फेंका और मैं भी नंगा हो गया. मेरा फन फनता लंड टाइट था और चंदा के बूर चोदने को व्याकुल था. हम और चंदा बेड पर खड़े हो गए, चंदा मेरा लंड पकड़ ली और मैं उसको अपने दोनों हाथों में भरकर उसके चेहरे और होठों को चूमने और चाटने लगा. फिर मैं चंदा को बेड पर लेटा दिया और 69 पोजीशन में मैं उसका बूर चाटने और चूसने लगा और चंदा मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी. 20-25 मिनट के बाद फिर मैं उठा और चंदा के पैरो को फैलाकर दोनों पैरो के बीच आगया. उसके बूर के अंदर का गुलाबी गुलाबी दिखने लगा. मैं नाज़िआ की ओर देखा तो वह बोली आगे बढ़ो जावेद और इसके बूर को चोदकर तुम दोनों निहाल हो जाओ. मैं चिकनाई के लिए अपना थूक निकाल कर लंड पर लपेट दिया और चंदा के बूर के मुँह पर अपने लंड का सोपाड़ा रखकर झटके से धक्का दिया, चंदा के मुँह से निकला उई मां मगर मेरे आधा लंड चंदा के बूर में घूस गया था वे तिलमिलाने लगी मगर मैं उसका हाथ पकड़ कर अपनी ओर खेंचा रहा और एक झटका और कसके दिया और पूरा लंड चंदा के बूर में था. चंदा चिल्लाई उई मां मैं मर गए रे, मेरे को हरामी जावेद ने चोदकर मार डाला रे, मर गए रे. और उसके आँखों से आंसू निकलने लगे और उसके बूर से थोड़ा थोड़ा खून भी. मैं अब धीरे धीरे अपना लंड अंदर बहार करके चोदना शुरू किया, चंदा चिल्लाती रही और मुझे गलियां देती रही और मैं उसको चोदता रहा. चंदा के बूर से थोड़ा थोड़ा खून पानी निकलता रहा मगर मैं चोदता रहा. धीरे धीरे मैं अपने चरम सीमा पर आने लगा और फिर अपनी बीबी नाज़िआ की ओर देखा तो बोली झाड़ दो इसके बूर के अंदर तुम अपना वीर्य और चंदा के बूर का पहला वीर्य. तबतक तो मैं अपने चरम सीमा पर आगया था और बूर के अंदर अपना पूरा वीर्य झाड़ दिया. फिचकारी की तरह मेरा पूरा पूरा वीर्य धीरे धीरे निकल गया. मैं कुछ देर चंदा पर पड़ा रहा और फिर उसके ऊपर से हट गया.
कुछ देर चंदा और मैं बेड पर वैसी ही नंगे पड़े रहे. चन्दा नाज़िआ को बोली की बाज़ी भैया तो गज़ब का चोदकक्कड़ हैं. नाज़िआ किचन से जाकर मेवे, सहद और दूध से बना जूस ले आयी और हम तीनो जूस पिएं. चंदा मेरे एक बाज़ू और नाज़िया दूसरी बाज़ू पड़े रहे और इधर उधर की गन्दी बातें करते रहे. नाज़िआ बोली इसबार मैं भी कपड़े उतारती हूँ और जावेद तुम हम दोनों के मज़े लो और मज़े दो और इतना कहकर वह भी कपड़े उतार दी. फिर मैंने दोनों को बारी बारी से चोदा और दोनों के बूर में झड़ा. तब तक शाम हो गए. चंदा और मैं कमरे में अकेले नंगे पड़े रहे और एक दूसरे का बदन उँगलियों से सहलाते रहे और बीच बीच में जूस भी पीते रहे. एक घंटे के बाद मैंने चंदा को एक बार और चोदा. और इस बार वह चोदाई के मज़े लेना सुरु करदी. फिर हम सब साथ खाना खाये और चंदा अपने 25000 रूपये लेकर चली गयी. और यह सिलसिला 4 महीनो तक चला और उसके बाद चंदा की शादी हो गए और चली गयी. आज भी वह जब भी आती है तो मुझसे चोदवाकर ही जाती है और बोलती है भैया आप ज़बरसत चोदककड़ हैं.
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