पड़ोसन भाभी :अपने जवानी का जलवा दिखाई (भाग-३)

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हैलो दोस्तों,
आखिर में मैंने पड़ोस कि भाभी गरिमा को अपनी जाल में फांस ही लिया तो गरिमा २३-२४ साल की शादीशुदा लड़की है और उसके गोरे बदन साथ ही बड़ी बड़ी चूचियां, पतली कमर साथ ही गोल गुंबदाकार गान्ड किसी को रिझाने के लिए काफी है तो उसकी लालिमा लिए चूत और ब्रेड पकोड़े की तरह दोनों फांकें मुझे मस्त कर चुकी थी तो राहुल अब भाभी के मुंह से लंड निकालकर वाशरूम चला गया, गरिमा बेड पर नग्न अवस्था में लेटी हुई थी फिर मैं फ्रेश होकर वापस आया तो गरिमा मेरे से लिपटकर मेरे चेहरा को चूमने लगी साथ ही मेरे छाती से उसकी दोनों बूब्स रगड़ खाने लगी, मेरा हाथ गरिमा की चूतड़ पर फिसलने लगा तो मैं गरिमा को बाहों में लिए उसकी ओर करवट किए बूब्स को ही अपने छाती से रगड़ते हुए मस्त था तो गरिमा भी मेरे बदन से लिपटकर तन से तन रगड़ने लगी फिर मैं उसके रसीले ओंठ पर ओंठ रखकर चुम्बन देने लगा तो मेरी एक उंगली उसके चूतड के नीचे होकर बुर को टटोलने लगी और समझदार लड़की की तरह वो अपने एक पैर को उठाकर मेरे चूतड़ पर रख दी तो मेरी एक उंगली बुर में घुस चुकी थी साथ ही मैं गरिमा के मुंह में अपना जीभ घूसाकर चुसवाने लगा तो मेरा लंड पूरी तरह से टाईट हो चुका था और वो गरिमा के दोनों जांघों के बीच यानी बुर के सामने था, तभी मेरे जीभ को निकालकर गरिमा मुझे चित लिटा दी और मेरे लंड के ऊपर दोनों पैर फैलाए बैठ गई। राहुल के लंड के उपर उसकी चूत थी तो उसका चूतड़ थोड़ा उपर और वो दोनों पैर के बल होकर मेरे लंड के उपर चूतड़ किए बैठी हुई मस्त थी तो मैं हाथ बढ़ाकर अपना लंड पकड़ा फिर सुपाड़ा को बुर के छेद में घुसा दिया तो गरिमा अपने चूत की ओर देखते हुए गान्ड को नीचे की ओर धंसाने लगी, धीरे धीरे मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया तो मैं उसकी कमर पकड़कर नीचे से जोर का धक्का बुर में दे दिया और मेरा पूरा लंड खसखसाता हुआ चूत में चला गया, अब गरिमा अपने दोनों हाथ मेरी छाती पर रख शरीर को संतुलित कि फिर अपने चूतड़ को ही उछालने लगी तो मैं लेटा हुआ उसकी चुदाई का मजा ले रहा था, फिलहाल मेरा कमर स्थिर था तो गरिमा अपने चूतड़ को उपर नीचे करते हुए चुदाई का आनंद ले रही थी और मेरा एक हाथ उसके कमर पर था तो दूसरा हाथ उसके बूब्स को पकड़ दबाने में लगा हुआ था, अब साली रण्डी खुद चुदाई करवाकर हांफने लगी तो मैं भी भारी भरकम चूतड़ का दबाव लंड पर पाकर थक सा गया और फिर वो मेरे तन पर से उतरी तो मैं गरिमा को बेड पर ही डॉगी स्टाइल में कर दिया। गरिमा की चिकनी गान्ड के सामने लंड पकड़े बैठा हुआ अब चूत के छेद में लंड घुसाने लगा फिर धीरे से थोड़ा लंड अंदर किया और एक तेज धक्का चूत में दे दिया तो लंड बुर में घुसकर चुदाई करने लगा और उसकी चूतड़ पर हाथ रखे दे दनादन लंड पेलता हुआ चुदाई कर रहा था तो गरिमा पीछे मुड़कर देखी फिर अपने चूतड़ को आगे पीछे करते हुए चुदाई का मज़ा देने लगी तो राहुल का एक हाथ भाभी के स्तन को पकड़ दबाने लगा और दोनों काम की दुनिया में खो गए, मेरा लंड उसकी गर्म चूत में दौड़ लगा रहा था तो मैं भाभी को चोद चोदकर हांफने लगा और वो ” उह ओह चोद चोद साले बुर को फाड़ दे ना आह बहुत मजा आ गया है
( मैं चोदता हुआ ) हां भाभी तुझे अब मैं चोदता ही रहूंगा
( वो मुझे देखते हुए मुस्कुराई ) हां बे जरूर चोदना अब पति का लौड़ा तो फीका लगने लगा है ” तो मेरा लंड बुर की गर्मी में झुलस रहा था, अब गरिमा भी अपनी गान्ड हिला हिलाकर हांफने लगी थी तो राहुल उसके गर्दन को पकड़ा और अब धकाधक चुदाई करने लगा, उसे इंच भर हिलने नहीं दे रहा था ताकि साली की चूत को जमकर चोद सकूं और गरिमा ” अबे साले कुत्ते, बुर लहर रही है ओह अब मेरी जान निकल जाएगी, झाड़ बे रण्डी की औलाद
( मैं उसे चोद चोदकर पसीना पसीना हो चुका था ) जरूर बेबी बस पल भर बाद तेरे बुर की सारी गर्मी शांत कर दूंगा ” तो १०-१२ धक्का मारने के बाद लंड से वीर्य स्खलित होने लगा, बुर गीली हो गई तो मैं कुछ पल लंड को बुर में ही रहने दिया फिर दोनों फ्रेश होकर बेड पर नंगे ही आराम करने लगे…..

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