पड़ोस की भाभी : चोट के बहाने चुदाई

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दोस्तों,
मैं राहुल मल्होत्रा, एक २१ साल का लड़का जिसके कसरती बदन और काम वासना की कला लड़कियों और औरतों को पसंद है, ने अपने पड़ोस कि भाभी गरिमा के साथ शारीरिक संबंध कायम किया तो भाभी गरिमा २३-२४ साल की सुंदर औरत है लेकिन फिलहाल बच्चे को जन्म नहीं दी है तो शरीर तो शेप में है ही साथ ही सारे अंग भी टाईट और नशीले और फिर एक सुबह जब मैं कॉलेज के लिए निकला तो थोड़ी दूरी तय करने के बाद ही मेरी मोबाईल बजने लगी फिर मैं सड़क किनारे बाईक को रोक अपने पॉकेट से मोबाईल निकाला तो कॉल डिस्कनेक्ट हो चुका था, देखा तो गरिमा का कॉल था और मैं उनको कॉल किया ” हैलो भाभी
( गरिमा ) तुम तो कॉल तक रिसिभ नहीं करते
( मैं ) सॉरी, बाईक चला रहा था जब तक रोड किनारे बाईक किया कॉल डिस्कनेक्ट हो गया
( गरिमा दबे स्वर बोली ) देखो ना आज सुबह सुबह मैं वाशरूम में फिसल गई, एक तो पति बाहर गए हुए हैं और कामवाली बाई भी छुट्टी पर है
( मैं ) ओह, तो क्या दर्द बहुत है
( वो ) हां, फिलहाल बेड पर लेटी हुई हूं, एक काम कर दोगे
( मैं ) हां भाभी बोलिए
( वो ) दर्द की दवाई लाकर मुझे दे दो फिर कॉलेज चले जाना
( मैं ) ठीक है, मैं आता हूं ” तो मैं बाईक को वापस घर की ओर लिया फिर एक मेडिकल स्टोर पर रुककर दर्द की गोली खरीदा और फिर भाभी के घर की ओर चल पड़ा, कुछ देर बाद गरिमा के घर के बाहर बाईक पार्क करके उसके बरामदे पर गया और डोर बेल बजाने लगा लेकिन कुछ देर बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो मैं भाभी को कॉल किया ” दरवाजा खुला है राहुल सीधे मेरे बेडरूम आ जाओ ” तो मैं अंदर घुसा फिर गरिमा के बेड रूम में गया तो वो बेड पर लेटी हुई थी तो मैं उनको देखता हुआ पूछा ” बहुत दर्द है तो डॉक्टर को दिखा लाता हूं
( वो बोली ) नहीं तुम एक ग्लास पानी लाकर दो ” मैं डायनिंग हॉल गया फिर उधर से एक बोतल पानी और ग्लास लेकर आया, अब दवाई और पानी की ग्लास उन्हें बढ़ाया तो वो बेड पर किसी तरह उठकर बैठी फिर बोली ” डायनिंग रूम में ओलिव ऑयल की एक बोतल है
( मैं ) ठीक है, आप दवाई खाइए ” उठकर गया और तेल की शीशी लेकर वापस आया तो गरिमा साड़ी और ब्लाऊज पहने लेटी हुई थी तो मुझे देख बोली ” तुम इधर आकर बैठो फिर थोड़ा तेल मालिश कर दो
( मैं बेड पर बैठा ) कामवाली बाई को भी छुट्टी दे दी
( वो ) नहीं, वो कल से दो तीन दिन के लिए छुट्टी पर है ” फिर वो इशारे से और अपना हाथ साड़ी पर फेरकर चोट लगने की जगह बताई जोकि उसकी जांघ के उपरी हिस्से में था तो मैं बोला ” वहां पर तेल मालिश क्या साड़ी रहते ही लगाऊं
( वो मुझे एक टॉवेल बढ़ाई ) साड़ी और पेटीकोट ऊपर कमर तक कर दो और वहां पर टॉवेल ढक देना ” मैं गरिमा के साड़ी सहित पेटीकोट पकड़ा फिर उपर की ओर करने लगा, जब कपड़ा जांघों से उपर चला गया तो मैं उसके दोनों जांघों के बीच टॉवेल रख उसकी बुर को छुपा दिया फिर नग्न जांघों पर तेल गिराने लगा तो चोट दाहिने हिस्से में लगी थी और मैं अब पूरे जांघ पर तेल लगाकर हल्के हाथ से मालिश करने लगा तो वो ” उह ओह राहुल और जोर से लगता है तेरी मालिश से पूरा दर्द ही गायब हो जाएगा ” मैं उसकी मोटी चिकनी जांघों को तेल से मालिश करता हुआ उनके चेहरे की ओर देखा तो गोरा चेहरा कामुकता वश लाल हो चुकी थी और तभी भाभी बोली ” रुको जरा पट लेटने दो ” फिर वो किसी तरह अपने बदन को पट करके लेटी तो उनका चूत अब दिखने लगा और मैं बिना उनकी चूतड़ को टॉवेल से ढके ही जांघ के पिछले हिस्से में तेल मालिश करने लगा तो गरिमा अपने दोनों जांघों को पूरी तरह से फैलाकर बुर का दीदार कराने लगी फिर पीछे मुड़कर बोली ” कमर के नीचे तकिया डालकर जांघ की मालिश करो ” मैं गरिमा के कमर के नीचे तकिया डालकर उसके साड़ी को कमर से खोलने लगा और साड़ी निकाल फेंका तो गरिमा उदास मन से बोली ” राहुल मैं दर्द से कराह रही हूं और तुम मुझे नंगा करने पर लगे हुए हो
( मैं उसके गद्देदार चूतड़ को सहलाने लगा ) क्या है ना जान, औरत जात सीधे मुंह बोलने से हिचकिचाती है और तुम ना तो फिसली हो और ना कोई दर्द है ” तो उसके तन से पेटीकोट खोल दिया फिर ब्लाऊज का हुक खोलकर उसको पूर्णतः नग्न कर दिया तो पट लेटी सेक्सी भाभी झट से उठकर मुझसे लिपट गई और मैं उनको अपनी गोद में बिठा कर चूमने लगा तो मेरे बदन पर कपड़ा था फिर भाभी मेरे ओंठ चूमकर मुझे बेड पर धकेल दी और मेरे कमर पर नग्न अवस्था में बैठकर मेरे शर्ट को उतारने लगी तो मैं चित लेटा हुआ था फिर वो मुझे नग्न करके मेरे ऊपर सवार हुई। राहुल उसके चिकने जिस्म को सहलाता हुआ उसके ओंठ का प्यार अपने चेहरे से लेकर गर्दन तक पर पाने लगा तो उसकी दोनों चूचियों का दबाव मेरी छाती को सुखद अहसास दे रही थी, गरिमा मेरे ओंठ पर ओंठ रखकर चुम्बन देते हुए मुझसे आंखें मिलाने लगी तो उसके पैर में चोट का बहाना का रहस्य दिखने लगा फिर वो मेरे मुंह में अपना जीभ घुसाए चुसवा रही थी तो मेरा हाथ उसके गद्देदार गान्ड को सहलाता हुआ मस्त था और मेरा लंड अर्ध रूप से टाईट होकर उसके जांघों के बीच पड़ा हुआ था और पल भर बाद गरिमा खुद ही अपने जीभ मुंह से निकालकर मेरे छाती को चूमने लगी, वो अब मुझे चूमते हुए नीचे की ओर जा रही थी तो मेरे बदन में मानो काम की ज्वाला भड़कने लगी और मैं उसके हाथ में अपना लंड का एहसास पाकर सिसकने लगा ” उह उई मां आह लंड जल्दी से चूस ना साली फिर तुझे चोदूंगा ” तो वो मेरे लंड के सुपाडे को अपने मुंह में लिए चूसने लगी…. To be continued.

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