मेरी कामुक चाची – भाग 4

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बबिता के साथ होटल मे मै मजे कर रहा था, वो कामुक औरत कि तरह मुझे गरम कर रही थी ! रात के 09:25 मे हमदोनो का चुदाई राउंड़ दो समाप्त हुआ, लेकिन औरत जात ही ऐसी होती है जिसको जितना चोदा जाये वो उतनी ही चुदवाने को आतुर रहती है ! चाची को दो बार जमकर चोदा था और मेरा लड़ फ़िलहाल सो रहा था, रात के 10:00 बजे बेरा खाना लेकर आया और साथ मे दो बोतल बियर भी, अब बंंद कमरे मे हमदोनो नग्न हो गये और कुर्सी पर दोनो बैठ्कर बियर पिने लगे ! मेरा एक हाथ बबिता के चुची पर था और उसको मसलने का आनंद लेते हुए मै बोला…. “चची आपकी गांड़ मारनी है क्या आप

(बबिता) तो इसमे दिक्कत क्या है राहुल, जो करना है करो

(राहुल) लेकिन पहले लंड़ तो खड़ा हो जाए

(बबिता) थोड़ी देर मे साथ स्नान करते है फ़िर खाना खाकर आराम, फ़िर तेरा लंड़ जग उठेगा. ”

बबिता मेरे साथ बियर पिकर मस्त हो चुकी थी और हमदोनो नंग़े ही बाथरूम घुसे, दोनो एक झरना के निचे बैठ गये और स्नान करने लगे ! फ़िर भिंग़े बदन पर साबुन लगाने लगे, उसकी बड़ी-2 चुचि पर साबुन रगड़ता हुआ अपने छाती पर उनके हथेली का एह्सास पा रहा था, दो जिस्म साबुन के झाग मे थे, अब दोनो खड़े थे और एक दुसरे के बदन पर साबुन लगा रहे थे! मै ज़मीन पर बैठ्कर बबिता के जङ्हा को चुमने लगा और वो दोनो पैर दो दिशा मे करके खड़ी थी ! उनके रसिले चुत को उङ्ली की मदद से फ़लकाकर लपालप जिभ से उसकी बुर को चाट्ने लगा और वो रांड़ की तरह टाण्ग फ़लकाये खड़ी थी, मेरा जिभ चाची की बुर को चोद रहा था, 2/3 जिभ चिकने बुर मे अंदर बाहर हो रहा था, वो सिसकने लगी तो मै बुर के रान को अपने मुह्न मे लेकर चुसने लगा और वो मस्त हो रही थी, पल भर बाद चिंखी….. “आअह्ह ऊओह्ह ऊम्मम राहुल मेरी बुर को तेज पिसाब लगी है. ” ये सुनकर मै बुर को चुभलाता रहा और पल भर बाद मेरी मुह्न मे बबिता की बुर से तेज पिसाब कि धार छुट पड़ी और गरम -2 मुत पिकर मजा आ गया ! दोनो अब लिपट कर स्नान करने लगे और फ़िर कमरे मे आकर खाना खाने लगे, बबिता अपबे छाती से एक तोलिया लपेट कर थी ! खाना खाने के बाद दोनो बेड़ पर सो गये, दोनो थके हुए थे और नग्न अवस्था मे ही निंद आ गयी !

हमदोनो गहरी निद्रा मे सो गये, तकरिबन 2:30 बजे सुबह मेरी निंद खुली तो मै बाथरूम जाकर हाथ मुह्न धोया और फ़िर बेड़ पर आकर नग्न चाची के चुची को कसकर पकड़ा और मसलने लगा, वो फ़िलहाल निंद मे ही थी और मै उनके दोनो बड़े-2 चुची को मसल रहा था, पल भर बाद निंद खुली तो वो मुझे देख मुस्कुराई और बाथरूम चली गयी ! मेरा लंड़ खड़ा हो चुका था और वो बेड़ पर आई तो मै उसको लेट्ने को बोला, बिल्कुल भारतीय नारी की तरह टाण्ग फ़लकाये बुर बिचकाये वो बेड़ पर लेटी हुई थी ! मै उनके चुत्तर के निचे तकिया ड़ाला और झुककर उसके गांंड़ के मुहाने को चुमने लगा, उंग़ली की मदद से गांड़ के मुहाने को फ़ैलाया और कुत्ते की तरह जिभ उसमे घुसाकर गांड़ चाट्ने लगा, वो सिसकने लगी…. “हाय रे कुत्ता मेरी गांड़ को खुब चाट आह्ह. ” फ़िर मै उनके बुर को अपने जिभ से कुरेदने लगा और गांड़ मे उंग़ली करके मजा ले रहा था, अब मेरी जिभ बबिता की बुर चाट्ने लगी और मेरा लंड़ अब खम्बे की तरह खड़ा हो चुका था ! बबिता को उल्टा लिटाकर उसके गांड़ के पास बैठा और लंड़ को गांड़ मे पेलने लगा, 1/2 लंड़ तो वो रांड़ आराम से निगल गयी लेकिन मै उनके चुत्तर के उपर बैठे जोर का झट्का गांड़ मे दिया और मेरा पुरा लंड़ बबिता के मांसल गांड़ मे था, वो चिंख पड़ी….. “हाय रे हरामी मेरी गांड़ फ़ट रही है आराम से गांड़ चोदो. ”

बबिता अब बेड़ पर कुत्तिआ की तरह हो गयी और मेरा लंड़ गांड़ के अंदर बाहर तेजी से हो रहा था, अब चाचि भी गांड़ आगे पिच्हे करते हुए मजे लेने लगी और मेरा लंड़ गांड़ की गरमी से परेशान था ! अब मै गांड़ से अपना लंड़ बाहर करके उसकी बुर मे ड़ाल दिया और तेजी से चाची को चोदने लगा, वो अपने नितम्ब को आगे पिच्हे करते हुए चुदवाने लगी और मै पुरी गति के साथ बबिता की बुर चोदने लगा, दो बार पहले ही विर्य स्खलित कर चुका था तो तीसरी बार लंड़ देर से माल फ़ेंकता ! मै बबिता के कमर को थामे पुरे जोर से चुदाई कर रहा था और वो झुम-2 कर अपना नितम्ब हिलाते हुए चुद रही थी, पल भर बाद लंड़ को चुत से बाहर किया और गांड़ के मुहाने पर थुककर एक उङ्ली से गांड़ कुरेदने लगा ! उसकी गांड़ गरम थी और मेरा लंड़ 10-12 मिनट तक उसके गांड़ और बुर को चोद चुका था, अब फ़िर से बबिता की गांड़ मे लंड़ घुस्साया और गांड़ चोदने लगा, चाची अपने नितम्ब को हिलाकर गांड़ मरवा रही थी ! मै गददेदार गांड़ मे लंड़ पेल रहा था और अंदर की गर्मी काफ़ि थी, सो मै चिंख पड़ा…… ” आह्ह ऊम्मम्मम मेरा रस फ़ेंकने वाला है आह. ” और चाची के गांड़ मे विर्य स्खलित करके निढाल हो गया…….

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