मैं बनी वैश्या – Dirty Sex Tales

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हेलो दोस्तो
मैं दीपा, उम्र २७ वर्ष, गोरा बदन तो चेहरा सुंदर, चौड़ी छाती और बड़े बड़े बूब्स मानो दो पपीते छाती से लटक रहे हों और मोटी चिकनी जांघो के बीच लालिमा लिए चूत जिसकी फांकें मोटी है तो दरार खुली हुई आखिर पिछले ६ साल से काम क्रिया में लिप्त हूं और मेरे पति विवेक आर्मी में ऑफिसर हैं तो फिलहाल उनकी पोस्टिंग दानापुर केंट है, एक ४ साल का बेटा है जोकि किड्स स्कूल में पढ़ता है और एक शाम देवर जी दानापुर आए तो उनके साथ पहले भी सहवास कर चुकी हूं और उनके आते ही मेरा मुरझाया चेहरा खिल उठा कारण की पति के साथ तो बेड पर बोर हो चुकी हूं और यहां अंबाला कैंट वाला माहौल भी नहीं है की क्लब में ग्रुप सेक्स और प्लेबॉय के साथ स्वाद बदलते थे। मेरे देवर जी मुझसे उम्र में १-२ साल छोटे होंगे और उनका बदन से लेकर चेहरा तक काम रस से भरा पड़ा है, उनकी लंबाई ६ फिट के आसपास होगी तो चौड़ी छाती के साथ उनका औजार जोकि मुझे काफी मजा दिया है को मैं दुबारा अपने योनि में लेना चाहती हूं, वो शाम को आए तो घर पर उनके भैया नहीं थे और मैं जाकर दरवाजा खोली फिर वो अंदर आए साथ में एक बैग भी था ” बैठिए देवर जी कैसे हैं
( वो हंस दिया ) अभी तो थकान महसूस कर रहा हूं बस एक कप चाय बना दीजिए फिर मैं फ्रेश होकर आराम करता हूं ” मैं तो जानबूझकर शॉर्ट्स और स्लीवलेस टॉप्स पहन रखी थी ताकि राज मेरे नग्न पैर से लेकर जांघों तक को देख तड़प उठे और मैं किचन की ओर गई फिर दो प्याला चाय बना ली, ट्रे में चाय का प्याला रख एक बोतल पानी लेकर आई और झुककर टेबल पर ट्रे और पानी की बोतल रखी की राज की नजरें मेरे टॉप्स के अंदर यानी चूचियों पर टिक गई और मैं उनके आंखों की भाषा समझते हुए कुछ पल वैसे ही रही फिर बगल के कुर्सी पर बैठ जांघ पर जांघ चढ़ाए एक कप हाथ में लिए चाय पीने लगी तो राज चाय पीते हुए पूछा ” भैया अभी तक ऑफिस से नहीं आए
( मैं बोली ) हां आज उनकी ड्यूटी रात की है तो सुबह ही घर आएंगे
( राज के चेहरे पर मुस्कान थी जिसे मैं समझ चुकी थी ) तो रात को क्या घर का खाना खायेंगे या फिर बाहर से मंगवा दूं
( वो बोला ) आपकी मर्जी भाभी ” फिर वो चाय पीकर उठा और रूम में बैग लिए चला गया, मैं कुछ देर बाद रूम घुसी तो देखी की बेड पर उसका पैजामा रखा हुआ है साथ ही वो जींस और टीशर्ट खोल हेंगर में टांग दिए थे तो मैं समझ गई की राज वाशरूम से सिर्फ टॉवल कमर से लपेटे निकलेगा और मैं उसके इंतजार में थी ताकि उसके टॉवल खींच उसका लन्ड देख सकूं और कुछ देर बाद वाशरूम का दरवाजा वो खोला तो मैं उसे देख हतप्रभ रह गई साथ ही तड़प भी उठी आखिर वो नंगा था और मेरे पर जैसे ही उसकी नजर पड़ी वो हड़बड़ा सा गया लेकिन उसके लन्ड को देख मैं तो अपने ओंठ पर ही जीभ फेरने लगी तो वो नजर झुकाए बाहर आया फिर पैजामा हाथ में लिया तो मैं उसके हाथ थाम उठ खड़ी हुई और फिर उसके बदन पर हाथ फेरते हुए गाल चूम ली ” तुम्हारी सारी थकान दूर किए देती हूं बहुत आंखें फाड़ फाड़कर मेरी बूब्स घूर रहा था
( राज मेरे गर्दन में हाथ डाल ओंठ चूम लिया फिर मेरे चूतड को सहलाने लगा ) मेरे इंतजार में क्या मस्त ड्रेस पहनकर तैयार हैं और फिर मुझे नंगे ही दबोच कर शुरू ” मैं उसके ओंठ चूम बोली ” तुम आराम से लेट जाओ डियर वैसे भी भैया तुम्हारे दो घंटे में आ ही जायेंगे तब तक थोड़ा बहुत मजा किया जाए ”
मैं अब बेड पर बैठी तो राज नंगे ही लेटा था फिर मैं उसके सामने ही टॉप्स उतार अर्ध नग्न हो गई और उसके बदन को सहलाने लगी तो वो मेरे बूब्स पकड़े दबाने लगा फिर मैं उसके ऊपर सवार हुई, उसके गाल चूमने लगी तो वो मेरे बदन को सहलाने लगा। मैं बिस्तर पर मर्दों के ऊपर हावी होने की मंशा रखती थी तो राज के ऊपर लेट उसके चेहरे चूम रही थी तो वो मेरे गर्दन चूमने लगा फिर मैं उसके ओंठ पर ओंठ रख चुम्बन दी और जीभ बाहर कर उसके मुंह में घुसाई, वो मेरे जीभ चूसने लगा साथ ही मेरे चूतड को सहला रहा था तो मैं जीभ चुसवाते हुए उसके छाती से बूब्स रगड़ना शुरु की और राज मेरे चूतड को सहलाता हुआ शॉर्ट्स खोलने के फिराक में था तो मैं कुछ देर बाद जीभ निकाल उसके बदन को चूमने लगी और वो हाथ बढ़ाए मेरे शॉर्ट्स के बटन को खोलना चाहा लेकिन मैं हाथ झटक दी फिर उसके सपाट पेट से लेकर कमर तक चूम ली और उसके अर्ध टाईट लन्ड को पकड़ हिलाने लगी ” भाभी की चूत रात में अभी सिर्फ ओरल सेक्स ” फिर मैं लन्ड को पकड़ मुंह में भर ली और चूसने लगी तो उसके लन्ड के पास काले बाल भरे हुए थे जिसे झांट कहते हैं उसने उंगली घुमाने लगी तो राज हाथ बढ़ाए मेरे बूब्स को पकड़ दबाने लगा चूंकि मेरे जिस्म की दिशा उसके जिस्म के समानांतर लेकिन उल्टे दिशा में थी तो वो मेरे चूतड को सहलाने लगा फिर मैं लन्ड जोकि पूरी तरह से टाईट हो चुकी थी को मुंह से निकाली फिर चाटना शुरू की तो वो मेरे चूतड की गोलाई पर हाथ फेरने लगा ” भाभी प्लीज चाटने दीजिए ना
( मैं मुड़कर उसके ओर देखी ) चाटना है तो अभी रुकिए ” फिर मैं सीधे बैठ शॉर्ट्स उतार नंगी हुई और उसके बदन पर सवार हुई लेकिन उल्टे दिशा में साथ ही डॉगी स्टाइल में ताकि मेरी चूत उसके मुंह के ऊपर हो और मैं लन्ड चूस सकूं, अब मेरी फैली जांघो के बीच साथ ही नीचे राज का चेहरा था तो मैं लन्ड मुंह में भर चूसने लगी फिर मुझे एहसास हुआ की राज मेरी चूत पर चुम्बन दे रहा है और मेरे चूतड पर हाथ फेर रहा है और मै उसके लन्ड मुंह में भर झटका देते हुए मुखमैथुन करने लगी तो राज मेरी चूत को उंगली से फैलाया फिर जीभ घुसाए चाटने लगा, शायद उसकी पूरी जीभ भी मेरे चूत के अंदर तक को नहीं चाट पा रही थी और वो कुत्ते की तरह जीभ से चूत को लपलप चाटता हुआ मेरे चूतड पर हाथ फेर रहा था तो मैं ब्लोजॉब देते हुए मस्त थी, अभी तो काम क्रिया की शुरुवात हुई थी और ७-८ मिनट के अंदर ही मैं कामुकता के आगोश में आ गई। मेरी चूत में खुजली होने लगी तो बदन में सिहरन फिर मैं मुंह से लन्ड निकाल चाटने लगी ” आह ओह उह उई अब नहीं आआआह्हह्ह् मेरी चूत में इतनी खुजली चोद ना मुझे
( राज चूत से जीभ निकाल बोला ) क्या डार्लिंग अभी तो सिर्फ ओरल सेक्स की बात की थी लेकिन इतनी जल्दी चुदाने को तड़पने लगी
( मैं उसके बदन पर से उतर गई ) क्यों इतना भाव खा रहे हो तेरी भाभी के लिए मर्दों की कोई कमी है क्या ” फिर मैं उसके मुंह के ऊपर बूब्स कर दी तो राज मुंह खोले चूची को अंदर लिया और चूसने लगा साथ ही मेरे पीठ सहला रहा था तो मैं उसके चेहरे को सहलाने लगी ” उहुं आह चूस साले चूस अपनी मां का दूध पीकर उसे चोद
( वो मेरी चूची को मुंह से निकाल जीभ से चाटने लगा ) तेरी सासु मां भी एक समय में मस्त आइटम रही होगी
( मैं चेहरा फेरते हुए बोली ) धत् छीह ऐसी बात कोई बोलता है अब ले इसे चूस ” तो वो मेरी चूची मुंह में भर चूसने लगा, मेरे चूची का साइज खासकर बच्चा पैदा करने के बाद ही बढ़ा और फिलहाल मैं ३६ डी साईज की ब्रा पहनती हूं और वो मेरे चूची चूसते हुए मेरे पीठ सहलाने लगा तो मैं सिसकने लगी ” आह ओह उह उई अब चूत से रस निकलेगा ” फिर तो चूत रसीली हो गई और मैं उसके चेहरे को पीछे करके चूची मुंह से निकाल ली, उठी और फ्रेश होने चली गई और फिर रूम आई तो मुझे मोबाइल की रिंग सुनाई दी तो मैं नंगे ही डाइनिंग हॉल चली गई और कॉल रिशीभ की ” हां बोलिए
( विवेक बोला ) राज पहुंच तो गया ना
( मैं बोली ) हां वो तो आराम कर रहे हैं क्यों
( वो बोले ) क्या है की उसको कॉल कर रहा हूं लेकिन वो कॉल रिशिभ नहीं कर रहा है
( मैं बोली ) वो छोड़िए आप कितनी देर में आ रहे हैं
( वो बोले ) रात ०९:०० बजे के पहले नहीं आ पाऊंगा और सोच रहा हूं कि इधर से ही खाना पैक करा कर ले आऊं
( मैं अब नंगे रूम की ओर टहलते जाने लगी ) ठीक है लेते आइएगा ” फिर मोबाइल रखी और राज को देख मुस्कुराई ” , आपके भाई साहब का कॉल था थोडा लेट ही आयेंगे ” और मैं राज के टाईट लन्ड को पकड़ सहलाई फिर उसके ऊपर ही चूतड किए बैठी तो मेरी दोनों जांघें फैली हुई थी साथ ही चूतड लन्ड से ऊपर तो राज मेरे कमर को पकड़ा और मैं खुद लन्ड को चूत में घुसाने लगी तो मेरी फैली हुई चूत में उसका २/३ लन्ड घुस गया फिर राज ने नीचे से धक्का दिया और मेरी कमर पकड़े चोदने लगा तो मैं भी चूतड ऊपर नीचे करते हुए चुदाने लगी, मेरी चूत रस छोड़ चुकी थी और लन्ड आराम से मेरी चूत के अंदर बाहर होने लगा तभी मैं उसके लन्ड के ऊपर से हट गई फिर लेट गई तो राज मेरे जांघो को फैलाया और लन्ड घुसेड़ चोदने लगा तो मैं मस्ती में चुदाने लगी ” आह ओह उह उई आज रात तो बाहर का खाना खाना है क्यों राज
( वो मेरे ऊपर सवार होकर चोदता हुआ ओंठ चूम लिया ) हां जानू भैया ने कमाल की लड़की से शादी की है जोकि आज भी उतनी ही हॉट और सेक्सी है
( मैं उसके कमर पर हाथ लगाए चूतड उछालना शुरू की और वो भी चोद रहा था ) सो तो है लेकिन कितने दिन हाथ से काम चलाएंगे शादी क्यों नहीं कर लेते ” राज कुछ नहीं बोला और चोदता हुआ मेरे गाल चूम रहा था तो मैं चूतड उछाल उछाल कर चुदाने में मस्त थी तभी राज पूछा ” भतीजा नहीं दिखा किधर है वो
( मैं चूतड स्थिर कर बोली ) वो कामवाली बाई के साथ पार्क में घूमने गया है पूरी तरह से आपके साथ सेक्स करने की तैयारी कर रखी थी ” तो राज चोदता हुआ मस्त था और मेरी चूत अब आग की भट्टी बन चुकी थी तो मैं दुबारा चूतड उछालना शुरू की और उसका साथ देने लगी तो वो चोद चोदकर मेरी चूत का बुरा हाल कर चुका था ” ओह उह उफ और कितनी देर देवर जी
( तो वो मेरे ऊपर से उतर गया और फ्रेश होने चला गया ) अभी आया ” मैं समझ गई की राज अभी देर तक टिकेगा तो मैं लेटी रही और इतने में डोर बेल बजने लगा तो मैं झट से शॉर्ट्स और स्लीवलेस टॉप्स पहन दरवाजा खोलने गई की शायद रुकसाना हो लेकिन वहां तो पति के साथ उनका जूनियर निखिल था और मैं बोली ” अंदर आओ निखिल
( दोनों अंदर आए और मैं तो इस ड्रेस में शर्मिंदिगी महसूस कर रही थी इसलिये पति के साथ अपने बेडरूम घुसी ) तुम ये क्या पहन रखी हो
( मैं बोली ) सॉरी विवेक मुझे नहीं पता था की निखिल भी तेरे साथ आ रहा है
( विवेक कपड़ा बदलते हुए बोला ) राज क्या आराम कर रहा है
( मैं बोली ) हां हां वो तो गेस्ट रूम में ही आराम कर रहे हैं
( विवेक मुझे देख हंस दिया ) तुमको देख मैं क्या कोई भी इंसान समझ जाएगा की तुम अभी क्या कर रही थी क्यों राज के साथ हमबिस्तर हुई की नहीं ” और मैं कपड़ा क्या बदलती विवेक तो गेस्ट रूम की ओर खुद चला गया और मैं पीछे से गई तो वो नंगे ही बेड पर लेटा था तो भैया को देख वो झट से एक चादर आपने कमर पर डाल दिया लेकिन विवेक मुझे देख बोला ” क्या लगता है तुम दोनों के प्यार में ख्ल्ल्ल् डाल दिया
( राज का डर से हाल खराब था ) भैया आप गलत समझ रहे हैं दरअसल
( विवेक बोला ) मैं सब समझ रहा हूं बाकी ये साली रण्डी आज रात तीन तीन मर्द के साथ सेक्स कर समझेगी, जाकर कोई बेबी डॉल ड्रेस पहन ले ” और फिर क्या हुआ अगले भाग में…

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