मौसी, ममी ओर बेटा – Part 1

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हाय

मेरा नाम विभा है, आज की कहानी है मेरी ओर मेरे बेटे विशाल मे कैसी चुदायी हुई उसकी, जो मै आप को अलग शब्दों मे बताने वाली हु

विभा की उम्र 46. उसके पति नही है, बेटे विशाल ओर माँ के साथ याने विशाल की दादी के साथ रहती है. विशाल जॉब करता है बाहर अच्छा खासा कमाता है वो, ओर जॉब बाहर था तो कभी कबार बीच बीच मे घर आता है. पे भी भेज ता था घर पर.

थोडा विभा के बारेमे बताती हु, जैसे मैंने कहा उसकी उम्र 46 ऊंची पाच फीट छे इंच है, थोड़ी चुबी है चालीस मंमे इकतीस की कमर पैंतालीस चुतड़ ऐसी फीगर है डबल D की ब्रासाइज़ लगती है उसको. विभा चस्मा पेहनती वो दिखने मेभी काफी strict ही दिखती है नाके वो strict ही है, स्वभाव से एकदम convent teacher की तरह लगती है.

उसकी एक संध्या नाम की छोटी बेहन भी है उसका डिवोर्स हो चुका है, वो उसके घर के पीछे की दो तीन लेन छोड के रहती है वो भी अकेली, विभा ओर संध्या दोनो मे कभी कभी अनबन होती है इसलिए संध्या अकेले रेह ना जादा पसंद करती है. विभा काफी स्ट्रीक्त है ओर संध्या फ्री मैंडेड है, विभा के रीति रिवाज रूल्स काफी होते है जो संध्या कभी पसंद नहीं करती इसलिए संध्या उनसे दूर रहना ही जादा पसंद करती है. वो भी विभा जैसे ही थोड़ी चुबी है उसके साइज़ के बारेमे आप को बाद मे पता चलेगा.

अब आगे बढ़ते है
जैसे के मैने कहा विशाल तो जॉब के सिलसिले मे हमेशा बाहर ही रहता है ओर बीच बीच मे घर आता है,
उसके यहा फ़्रेंड्स नहीं जादा तो वो घर ही जादा होता है. वो आता तो संध्या के घर आना जाना ओर संध्या का हमारे घर आना जाना चलता था. कयी बार तो वो दिन भर बाहर रहता दोस्तो के साथ.

एक दिन तो ऐसा हुआ वो नहाने चलागया उसका मोबाइल बज रहा था ओर कुछ मेसेज भी आरहे थे, तभी विभा ने देखा तो वो संध्या के कॉल थे, मेसेज भी संध्या के थे. एक दो पढे विभाने जो नोटिसीफीकेश मे दीख रहे थे
विशाल तुम कब आरहे हो,
मै इन्तजार कर रही हु,
ममी को क्या बता रहे हो,
जल्दी आओ मै इन्तजार कर रही हु,
ऐसे ही कुछ मेसेज थे.

थोड़ी ही देर मे विशाल आया बाथरूम के बाहर विभा ने उसे ब्रेकफास्ट करने कहा तभी उसने कहा “मै बाहर जा रहा हु थोड़ा जल्दी मे हु” विभा ने कहा “अरे बेटा लेकिन थोड़ा तो ब्रेकफास्ट करले” उसने कहा “ममी मै बाहर ही कर लूंगा, डोंट वरी ममी” ओर तुरंत ही निकल गया. फिर वो घरेलू काम मे लग गयी अब सुबह के दस बजे थे

थोड़े ही देर मे विभा का मोबाइल बजा मेसेज था संध्या से
“विभा दीदी एक चक्कर मारना मेरे घर करीब तीन बजे, खाली देखना सब ठीक ठाक है के नहीं, एक्सट्रा चाबी तो आप के पास है ही”
विभा ने भी मेसेज भेजा “ओके, देख लूँगी”
संध्या थोड़ी भुलक्कड है, नल, गैस चालू रहनेका डर हमेशा विभा को होता है. विशाल का तो कुछ पता नही था, विभा तीन बजे संध्या के घर गयी. सब देख रही थी तभी उसे कुछ हलचल सुनाई दी, थोड़ी आगे गयी, बाथरूम का डोर थोड़ा खुला था, अंदर पर्दा था उसके पीछे बाथटब, कुछ आवाजे सुनायी दी, देखा तो वो शॉक हो गयी, विशाल संध्या को याने इसकी छोटी बहन को बाथरूम मे चोद रहा था, उसने तुरंत ही निकलनेका सोचा लेकिन फिर थोड़ा देख ही लू, दोनों की बाते सुनने लगी. बाहर गयी दरवाजे को अंदर से कुंडी लगाके बाते सुनने लगी. वो हलचल संध्या भी समझ गयी उसे मालूम था विभा बाथरूम के बाहर है उसनेभी पर्दा थोड़ा खोला ताके उसे भी मज़ा देना चाहती थी, लेकिन उसने ऐसा दिखाया के उसे भी कुछ मालूम नही.

संध्या बोलने लगी वो चाहती थी के विभा भी सुने.
संध्या ने विशाल को कहा “ohhhh आ मज़ा आरहा है चोद मुझे चोद, अरे विशाल थैंक यू, तू बिना भूल के हर महीने मुझे भी पैसे भेज ता है, कभी कभी तो तु मुझे मेरे पति जैसा ही लगता है, काश मै तेरेसे शादी करती ohhhh ouch काश हमारी शादी होती ohhhh ouch ओर चोद मुझे”

विशाल भी बोला “हा संध्या मौसी, मै भी यही चाहता हु, हमारी शादी हो, ओर पैसो का क्या मै जभी आता हु तुम मुझे चो‍दने देती हो वो कुछ कम है थैंक यू तो मै बोलूंगा के लास्ट टाइम तुम बेगलोर मे आयी मेरे साथ कुछ दिन गुजारे वहा”

एक तरफ विशाल ओर संध्या की चुदायी चल रही थी साथ मे बाते भी.

संध्या मौसी बोली “ohhhh विशाल तुम बुलाओगे ओर मै ना आऊ, ऐसा हो ही नही सकता मालूम है मुझे बहाना बनाके आना पड़ा था तेरे पास, तुम्हारी ममी के साथ काफी बहेस हुयी, ohhhh विशाल i love you देख लेकिन मैं आयी ना तेरे पास, तुम्हारी ममी बहुत नाटक कर रही थी उसके बाद ही मैंने ये जगह ली, ताके हमे थोडी आझादी मिले, Ohhhh विशाल तुम रोक ना मत चोदो मुझे, ohhhh please चोदो मुझे
I love you ohhhh चोदो”

विशाल ने कहा “my darling संध्या मौसी हा ना, मेरी ममी भी जादा strict ही बनती है, वो आज भी मुझे छोटा बच्चा ही समझती है, वो शायद भूल गयी अब मै बच्चा नही रहा, हर चीज मे टाँग अड़ाती है”

संध्या मौसी बोली “हा रे विभा दीदी वो वैसी ही है, अभी भी ना समझ है इस उम्र मे उसे अभी भी maturity नही आयी”

संध्या ये सब जानबूझ के बोल रही थी, ताके विभा को भी पता चले.

संध्या मौसी बोली ” अरे विशाल you don’t worry मै हु ना, मै तो तुम्हें mature ही समझ ती हु, दे रहीहु न चोदने तुम्हें, don’t worry विशाल you just fuck me harder, I love your long dick, ohhhh विशाल तुम्हारा लंबा मोटा लंड मुझे पसंद है, ohh dear विशाल Love you विशाल fuck me harder fuck me चोदो ओर चोदो मुझे”

ये सब बाते बाहर विभा याने विशाल की ममी सुन रही थी, जो विशाल अपने ममी की छोटी सगी बहन याने इसकी मौसी को पीछेसे चोद रहा था बाथरूम मे.

संध्या मौसी बोली “ohhhh विशाल love you, विशाल एक सवाल पूछ ना चाहती हु तुम्हें, Ohhhh विशाल so nice ohhhh dearr it’s really big fun to fuck with you”

विशाल ने कहा “हा क्यो नही, पूछो संध्या मौसी”
संध्या मौसी बोली ” सच सच बताना, please no hiding ok. Ohhhh dear fuck me fuck me more, I want your hard dick”
विशाल बोला ” हा dear संध्या मौसी no hiding” दोनों मे चुदायी जारी थी. संध्या मौसी बोली ” क्या तुम्हारे दिल मे अपनी ममी को चोदने के विचार आये है? सच सच बता”

विशाल ने कहा “हा संध्या मौसी, मेरे दिल मे भी ममी को चोद ने के खयाल आये है, याद है जब मैने पेहेली बार तूझे चोदा था उसके बाद मेरे दिल मे ममी को भी चोद ने के विचार आने लगे, हा लेकिन”

संध्या मौसी बोली “हा लेकिन क्या, बताओ dear”
विशाल ने कहा “अरे संध्या मौसी ममी है कितनी strict, दिखती भी है एकदम convent school teacher जैसी, ओर तु तो जानती है वो कैसी है”
संध्या मौसी बोली “अरे विशाल तूने कभी try नही किया ममी को seduse करने का”
विशाल ने कहा ” ohhhh संध्या मौसी क्या बोल रही हो, उस frusted ममी किसको interest होगा seduse करने का”
संध्या मौसी बोली “तु रात को मेरे घर आता है सोने ये उसे मालूम है क्या”
विशाल बोला “नही संध्या मौसी मै तो दोस्तो के नाम से आता हु”

ये सब बाते विभा सुन रही थी. संध्या भी जानबूजके तीर्ची नजर से बाथरूम के दरवाजे के ओर देख कर ही बाते कर रही थी. संध्या बाते करते वक़्त सेक्स भरी आवाजे भी निकाल रही थी. यह सब देख के सुनके विभा मे भी उत्तेजना बढ़ रही थी.

संध्या मौसी बोली “ohhhh विशाल ऐसा क्या बोलता है ममी को, frusted woman है, ohhhh you fuck me dear love you dear, अरे तु जानता है तुझे कितना मजा आयेगा अपनी ममी को चोदने मे तू नही जानता, ओरत जितनी strict होती है उतनी ही wild होती है चुदायी मे, वो मेरेसे जादा सूख देगी तूझे चुदायीमे, ohhhh dear विशाल तु उसकी फिगर सुनेगा तो पागल होगा, मुझ से भी बडी साइज़ है उसकी मेरी तो अड़तीस-इकतीस-इकतालीस मै, तो B साइज़ का ब्रा पहनती हु अरे तेरी ममी की साइज़ जानता है, अरे तेरे ममी के मंमो को देखा
चालीस के है बडे बडे इकतीस की कमर है उसकी, नाभी देखी उसकी कितनी गेहरी है, पैंतालीस की चुतड़ है इसकी अछी खासी फैली हुयी, मजा आएगा तूझे उसकी चुतड़ मारने, एकदम टकाटक मस्त फिगर है उसकी डबल D की ब्रा साइज़ है उसकी, ऊपर से मेरे से भी गोरी, 41 की चुतड़ है उसकी सोच कितना मज़ा आएगा तूझे उसकी चुतड़ चुदवाने मे, वो इतनी गोरी है के तेरे चुदायी के झटकोसे लाल लाल हो जाएगी, ohhhh विशाल fuck me harder ohhhh dear i am cumming I am cumming, मै अब झड़ने वाली हु, put your cum inside me ohhhh विशाल डाल tera चीक मेरे चुत मे, fill my pussy with your hard cum ohhhh dear ohhhh Aa O dear cum inside me” अब दोनों उस परिसीमा पे पहुचे थे.

विशाल ने भी एक जोर का झटका दिया ओर “संध्या मौसी I Love You dear, I am Cumming dear मै भी झडनेवाला हु, Ohh dear येलो पूरा पानी अपने चुत मे लेलो”

संध्या ने भी इतनी उत्तेजना दिखायी के विभा को अब रहा नही गया, वो भी तुरंत ही उसके घर से निकल गयी, ओर अपने घर आके विशाल के नाम से हस्थमैथुन करने लगी, अपने चुत मे उंगली, केला, खीरा डालने लगी.

यहा अब विशाल ओर संध्या सो गए. अब शाम हो चुकी थी छे बजे थे, विशाल बाहर गया था यही देख के संध्या भी विभा याने विशाल की ममी के घर गयी.

संध्या ने बेल बजायी विभा ने दरवाजा खोला,
दोनो ने एक दूसरे को नजर दी, गर्दन नीचे रख कर संध्या अंदर आगयी, बाहर लिविंगरूम मे दादी बैठी थी सोफे पे, बाजू के सोफा चेयर पे संध्या बैठ गयी, थोड़ी इधर उधर की बाते हुयी, विभा भी संध्या के सामने ही बैठी थी, बीच बीच मे दोनो एकदूसरे की आखो मे देख रहे थे. थोड़ी देर मे विभा ने कहा “संध्या चाय लोगी”
संध्या ने भी हा कहा, किचन मे जाते हुये विभा ने संध्या को नजर दी, संध्या समझ गयी. संध्या ने दादी को कहा “माँ आप बैठो मै हु विभा के साथ किचन मे”

विभा ने चाय बनायी, दोनो बहने dining table पे chair पे बैठे आमने सामने. विभा एकदम चुप थी,
संध्या ने ही topic शुरु किया ” देखा ना दीदी आज तूने, अब तेरा विशाल बडा हो चुका है, देखा ना दीदी वो तेरे बारेमे क्या सोचता है वो, उसे तु आज भी amature लगती हो सोचने के मामले मे”

विभा ने कहा “संध्या लेकिन ये सब गलत है मै उसकी ममी हु” संध्या ने कहा “वो अब बडा है, गलत बीलत कुछ नही ओर ये सब बाते घर घर ही रहेगी, तु कब तक केले ओर खीरा का सहारा लेगी, एक बार उसको चांस दे, मै तो कहती हु के तु एक बार उससे चुदवाले फिर देख बादमे तुम दोनो का relation ये relationship मे turn होगा” हा ना करते करते finally विभा ready होगयी अपने ही बेटेसे चुदवाने. विभा ने कहा” लेकिन मै face पे scarf लपेटलूंगी. ठीक है” संध्या ने कहा” हा क्यो नही, लेकिन तु ऐसे कपडे या साड़ी पेहन ले जो उसने कभी देखी नही, तुम्हारी चुदायी आज रात मेरे ही घर होंगी, यहा आज रात मै रुकती हु, तुम माँ को बताना आज रात तुम्हें सहेली के साथ hospital मे रुक ना है, ओर सुन मै विशाल को बोलूंगी के तुम्हे मेरी एक सहेली को चोदना है वो काफी टाइम से तड़प रही है, तुम स्कार्फ ही पहनना face पे, ओर एक बात विशाल रात को थोडा पी के आएगा, मै ही पीलाउंगी उसे बाहर लेके जाके, तुम भी पीलेना थोड़ी daring आएगी मेरे फ्रिज के बाजू मे रखी है व्हिस्की ओके ”

विभा ने कहा “ठीक है”

संध्या ने कहा “तुम मै बोलूंगी वैसे ही करना, तुम विशाल को भी यही बताना के सहेली के पास रूक ने के लिए hospital जारही हो, मै बोलूंगी तब आना ओर किसी पड़ोसी को रखना माँ का खयाल रखने मै आनेतक”

विभा ने कहा “संध्या एक पूछू, तुम्हारा ओर विशाल का कब से चल रहा है”

संध्या ने विभा के ओर देखा smile देते हुए कहा “सच बताऊं हमारा चार सालो से चल रहा है, अब थोडे ही महीनो मे पाच साल होंगे, हम वो celebrate भी करेंगे, don’t worry दीदी तुम्हें मजा आएगा विशाल के साथ” smile देके संध्या चली गयी.
विभा भी surprise face लेके वही खड़ी रही कुछ देर.

फिर संध्या वहा से चली गयी, विशाल को बोला रिक्वेस्ट की “आज रात तु मेरी एक तड़पती हुयी सहेली की चुदायी कर” विशाल भी हा बोला लेकिन वो बोला के मै उसे फेस नही दिखाऊंगा स्कार्फ लपेटुंगा. संध्या मान गयी.

अब रात के करीब 11 बज रहे थे विभा अब संध्या के घर आगयी थी, चेक किया घर के सब लाईट और खिडकीया बंद है के नही. फ्रेश होके वो बेडरूम मे आयी. अपने सब कपडे उतारे पुरी नंगी खडी थी आयीने के सामने. उसके बेडरूम मे थी वो व्हिस्की के कुछ पैक पी चुकी थी, अब उसने खाली ऊपर दूप्पटा लपेटा था ओर कमर के नीचे भी एक दूप्पटा जो उसके नाभी के नीचे था, वैसे ही थोड़ी देर आयीने के सामने खडी रही, वो संध्या के बेडरूम मे ही थी.

यहा थोड़ी ही देर मे विशाल आगया,
संध्या ओर विशाल मे कुछ बाते हुयी, तुरंत ही संध्या वहासे निकल गयी. विशाल ने भी कुछ व्हिस्की के पैक पीए, फ्रेश हुआ फिर से व्हिस्की के पेक पिये थोड़े ओर बेडरूम मे गया. उसने कमर पर रेड silky कपड़ा लपेटा था, उसमे से भी उसका तना हुआ लंड बाहर आने के लिए तैयार था. दरवाजा बंद किया विभा उसके सामने ही खड़ी थी, रूम मे हल्कासा बेड लॅम्प का उजाला था.

काफी देर विशाल देख रहा था विभा को, विभा देख रही थी विशाल को, फिर उठके विभा के तरफ आया मेरे माथे को किस किया, लबक के अपने दोनो हात विभाके बोबलो पे लेके विभाके बोबले जोर से दबाये हल्कासा उसका स्कार्फ नीचे से ऊपर किया मु मे मु डाला, अब काफी देर विभा विशाल वैसे ही थे, एकदम lips lock कर के एक दूसरोके होटो का रस पी रहे थे,

अभी विभा ने अपना हाथ उस्के तने हुवे लंड को लगाया “ये बहुत ही बडा हुआ है ये तो आज रात मेरी चुत ओर चुतड जरूर फाडेगा” ऐसा मनमेही बोला. दोनो वैसे ही थे फिर विशाल ने विभा का हाथ पकडा और गद्दी पे लेके आया. अब विभा गद्दी पे दोनो पैर फैलाके लेट गयी वो उपर आया विभा को किस किया, नीचे तक गया मेरी चुत मे अपना मु डालके अपने जीभ से विभा की चुत चाटने लगा. विभा भी मधहोश होने लगी विभा के मु से भी आवाजे आने लगी “हू आ ओआऊच” लेकिन अभी भी विशाल ओर विभा दोनो अपने मुह पे scarf लपेटे हुवे थे,

अब विशाल ने अपना लंड विभा के चुत के होल पे रखा एक हलकासा धक्का दिया. मै थोडी हलकिसी चिल्लयी “ohhhhuuu” फिर और एक धक्का दिया. विशालका लंड थोडा अंदर गया उसने निकाला और कहा “अरे आप को तो प्रॉब्लेम है, दर्द हो रहा है ” विभा ने ना कि मुड़ी हिलायी, एक हा कि भी मुंडी हिलाके उसे आगे आने की परमिशन दी, फिर से उसने विभा की चुत चाटना शुरू किया विभा के मुह से अवाजे आनी लगी “Humm uuuu Ohh” चुत चाटचाट के गीली हो गयी, अब विशाल ने फिर से अपना लंड उसके चुत पे रखा ओर ज़ोर का झटका दिया, वो ज़ोर का झटका इतना भारी था के विशाल का लंड आधा घुस गया विभा के चुत मे, उसी वक़्त झटके कारन विभा का स्कार्फ निकल गया, तभी विशाल ने उसका face देखा ओर surprise हुआ बोला “ohhhh ममी आप” विशाल अपना लंड विभा के चुत से निकालने ही वाला था तभी विभा ने अपना
हाथ विशाल के पीछे गांड़ पे लिया ओर कहा “ohhhh विशाल अब रुक mat, fuck me dear, चोद muze, चोद आज तु अपने ममी को, fuck your mummy today, my dear son मेरे बेटे विशाल आजा चोद मुझे ohhhh, पीला तेरे लंड़ का पानी आज अपनी ममी के चुत को, ohhhh dear don’t stop fuck me ohhhh ouch”
फिर ये सब सुनके विशाल जादा उत्तेजित होगया उसने
उसने एक झटके मे लंड़ बाहर निकाला, अपना scarf निकाला जो उसके face पे था अपना नीचे लपेटा हुआ silky कपड़ा भी निकाला, तुरंत ही विभा ने ऊपर लपेटा हुआ दुपट्टा नीचे लपेटा हुआ दुपट्टा भी निकाला, अब विभा विशाल ममी बेटा पूरे नंगे थे, उसने फिर से लड़ को विभा के चुत पर रख कर ज़ोर का झटका दिया, विभा तभी फिर चिल्लायी “ahahah Ohh dear, ouch please” अब विशाल के झटके बढ़ ने लगे तभी वो बोला “ohhhh विभा I love you, Ohh dear love you” विभा भी बोली “ohhhh dear विशाल ooouch तुम मुझे ममी ही बोलो, आज मै Incest sex का आनंद लेना चाहती हु, ohhhh my son fuck me dear love you my son” विशाल भी बोला “yass ममी don’t worry i will call you ममी only” विशाल अब बेकाबू हो गया था, उसने अब ज़ोर से विभा के मंमो को पकड़ा ज़ोर से दबाया चाटने लगा काटने लगा, विभा भी अब ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी, दोनों अब एकदम जानवरो जैसे एक दूसरे को चोदने लगे थे, दोनों अब बेकाबू हो गए थे, ममी बेटे की चुदायी अब रंग ला रही थी, झटके बढ़ने लगे विभा बोली “ohhhh dear विशाल घुसा तेरा मेरे चुत मे, ज़ोर से ओर ज़ोर से, ओर ज़ोर से घुसा, आज पिला तेरा पानी मेरी चुत को आज कर अपनी ममी की चुत गीली अपने गाढे चीक से, ohhhh dear my son मेरे बेटे विशाल”
नीचे से विभा भी अपनी गांड़ उछल उछल के विशाल के झटको को साथ दे रही थी, दोनों ऊपर नीचे उछल उछल के एक दूसरे को साथ दे रहे थे, तभी विशाल बोला “ohhhh dear ममी अब मै झड़ने वाला हु, I am cumming ममी” विभा बोली “Ohh dear son I am cumming too, मै भी झड़ नेवाली हु, डाल तेरा पानी मेरे चुत मे बेटे, डाल बेटे भर दे अपनी ममी की चुत, आज तु बुझादे मेरी प्यास बेटे, कब से तड़प रही हु बिना सेक्स के, ohhhh dear I am cumming ohhhh um uhh umh Ooouch”

अब ममी बेटे की पकड़ भारी हो गयी विशाल के आखरी झटके मे उसका पूरा चीक विभा के चुत मे घुस गया, दोनों शांत हो गए वैसे ही पड़े रहे एक दूसरे को चूमने लगे, थोड़ी ही देर मे दोनों सो गये तब करीब 12 बज कर तीस मिनिट होंगे, थोडे सोगये वो लेकिन कोनसी नींदी आज तो सेक्स की रात थी, थोड़े ही देर मे एक हाद घंटे मे उठ गये, दोनों ने थोड़ी थोड़ी व्हिस्की पी,

फिर विभा ने कहा “चल बेटा, अब मेरी चुतड चुदवा” उसने विभाके पैर उपर किये लेकीन विभा थोड़ी चुबी मोटी थी इसलिये जम नही रहा था. तो विशाल कहा “ममी हम डॉगी स्टाईल मे करते है” विभा ने कहा “ओह, तो मै कुतीया बन जाऊ?” विशाल कहा “हा हम कुतों जैसे करते है” विभा कहा “ठीक है. मै तेरी कुत्ती बन जाती हू और तू मेरा कुत्ता बन जा”
फिर विभा उलटी होके घुटनो पे बैठ गयी. विभाकी चुतड उस्के तरफ थी, पूरी नंगे थे ममी ओर बेटा उसने, विशाल ने अपने लंड को थूक लगाके विभा के चूतड गांड के होल पे रखा. एक जोर का ठोका विभा चिलाई “आआऊच बेटा थोडा धिरे आऊच” विशाल का ठोकना जारी था और विभा का चिलाना जारी था. अब विशालका लंड आधे से जादा विभा के चुतड मे घुसा था, विभाभी कमर और गांड हिला हिला के बीच बीच मे चिलाके विशाल अपने बेटे को साथ देने लगी. अब विशालने अपना लंड निकाला विभाके चुतड का होल अपने दोनो हातोसे फैलाया और थूका विभा अपनी ममी की चुतड मे फिर से लंड विभाके चुतड मे घुसाया. अब विभाको भी मजा आने लगा विशालका लंड जैसा जैसा विभा के चुतड मे घुसने लगा विभाको दर्द और मजा दोनो आने लागा. अब विभाभी पुरा उसका साथ देने लगी और ममी बेटे दोनो एक दुसरे की चुतड और कमर हिला हिला के साथ देने लगे. विशाल ठोके जारी थे ठोकते वक्त वो बोला “ममी मेरा पानी निकलने वाला है” विभाने कहा “हा बेटा निकाल दे तेरा पुरा पानी मेरे चुतड मे please भर दे मेरी चुतड अपने लंड के चीक से please”
विभाकी चुतड चिपचिपासी होने लगी, उसका स्पीड बढने लगा एक तरफ विभाकी चुतड मार रहा था दुसरे तरफ विभाके मामे दबा रहा था, विशालका स्पीड बढ गया उसने जोर से एक ठोका दिया और अपने शरीर का वजन विभाके उपर डाल के उसे जखेडा, विभा समझ गयी उसका पानी चीक निकल रहा है, विभा की चुतड भी उस्के चीक से भरने लगी उसका गरम चीक विभा अपने चुतड मे मेहसुस करने लगी, वो वैसे ही पडा रहा विभा के उपर, देखा घडी मे दो बज कर तीस मिनिट हुए थे उसने विभा को पौना घंटा चोदा.

अब विभा ओर विशाल वैसे ही लेटे रहे, विभा ने विशाल के माथे पे चूमा ओर कहा “विशाल अब तु खाली बेटा नही मेरा बॉयफ्रेंड और पती भी है” अब विभा विशाल लव्हर है.

To Be Continued

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