रिया भाभी की चूदाई पाट 13

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और मै सुबह जगा और दिल्ली जाने के लिए तैयार हुआ तो बारिश आ गए तो मै उस दिन नहीं गया और भाभी बारिश में नहाने लगी तब और ज्यादा सेक्सी लगने लगीं फिर मै भी अपने कपड़े निकाल कर रिया के साथ बारिश में नहाने लगा। रिया के घर के पास किसी और का घर ऊंचा नहीं था और हम दोनों छत पर नहा रहे थे तो मैंने रिया से कहा भाभी कपड़े निकाल दो दोनों नंगा ही नहाते है कोई देख भी नहीं पाएगा फिर रिया अपने कपड़े निकाल दी फिर मैं रिया को गले लगा कर चुम्मा और रिया की चूत दबा कर पुछे भाभी बारिश में आपको छत पर चोदे फिर रिया हसते हुए छत पर सो कर बोली चोद लो देवर जी अपनी भाभी को आज बारिश में और मै निचे रिया के चूत के पास बैंठ कर बोले भाभी जब आपकी चूत में बारिश की बून्द गिरेगीं तब चूदाई शुरू करूंगा और मै भाभी कि चूत को छत पर दोनों हाथों से फैला कर बैठा करीब 5 मिनट बाद एक बुन्द बारिश जब चूत मे परी तब भाभी को चोदने लगा 40 मिनट चोदा रिया 1 घंटे से नंगी छत पर सो रहीं थी और चूदाई के कारण शरीर छिल गया फिर भी कुछ नहीं बोली फिर मै रिया के उपर से हटे तो रिया हसते हुए पुती देवर जी अब और रूम में चोदने चलो निचे चलते हैं फिर रिया नंगी मेरे आगे चलते हुए सीधी से निचे उत्तर रही थी तो गांड उछल रहे थे फिर रूम में पहुंचे रिया मेरे लण्ड को पकड़ कर चुसने लगीं तो मैं कराहने लगा है. और मेरा लंड भाभी के मुँह में झटके मारने लगा. तो मैं रिया के बूब्स को हाथों में भरते हुए कस कर मसलने लगा और हल्के से उसके निप्प्लो को मोडी तो रिया के मुँह से सिसकियाँ फूटने लगती हैं. रिया निप्प्लो से कामुकता की तरंगे निकल कर उसकी चूत तक फैल जाती हैं और वो अपनी टाँगे कस कर बंद करते हुए अपनी चूत के होंठो को आपस में रगड़ने लगी. “आअहह… उफ़फ्फ़… बहुत मज़ा आ रहा है भाभी. चूसो मेरा लंड….. ज़ोर से चूसो भाभी!” मै कराहते हुए बोले. रिया अपने हाथ मेरे पीछे ले जाकर के चुतड़ों को कस कर पकड़ ली और फिर उसे आगे अपनी ओर खींची और अपना मुँह तेज़ी से आगे पिछे कर के लण्ड को चूस रही थी मेरे लण्ड का स्वाद भाभी को इतना टेस्टी लगाता है आज रिया लगभग तीन चौथाई लंड मुँह में लेकर चूस रही थी, शायद भाभी आज पूरा लंड मूँह में ले लेती अगर यह मुमकिन होता, मगर इतना लंबा मोटा लंड पूरा मुँह में लेकर चूसना भाभी के बस के बाहर की बात थी. भाभी मेरे लंड की रब्बर जैसी त्वचा और उसके मुख से निकलने वाले हल्के हल्के नमकीन रस का वो भरपूर मज़ा ले रही थी. भाभी आज लंड पूरी कठोरता से चूस रही थी और मै संतुष्टि भरी गहरी साँसे ले रहा था मै भाभी के बाल पकड़ कर अपना लंड धीरे धीरे रिया मुँह में आगे पीछे करते हुए अपनी भाभी के मुँह को चोदने लगे. और रिया अपना हाथ नीचे ले जाकर अपनी चूत को उपर से सहलाने लगी जिससे रिया की कामुकता और उत्तेजना और भी बढ़ गई तो रिया एक उंगली चूत के होंठो पर फेरी और फिर अंदर डालकर दाने को मसलने लगी. मै रिया को अपनी चूत में उंगली करते हुए देख कर बहुत खुश हुआ और रिया का सर पकड़ कर और भी जोरों से मूहँ में चोदने लगा, मुझे अपने लण्ड में अपना वीर्य उबलता हुआ महसूस हुआ. मै रिया के सिर को पकड़े हुए तेज़ तेज़ धक्के लगाने लगा. और मेरा लण्ड भाभी के मुँह में झटके मारते हुए ऐंठने लगा. तो भाभी मेरे लंड पर तेज़ी से जीभ चलाते हुए ज़ोरों से सुपर्र सुपर्र कर चूसने लगी. और मेरा शरीर अकड़ गया और फिर एक उँची कराह भरते हुए मेरा लंड अपना रस उगलने लगा. रिया को मेरे लंड में ऐंठन का महसूस हुआ और वो खुद को तैय्यार कर ली. अपने गालों को फुलाते हुए मेरे लण्ड को ज़ोर से चूस्ने लगी जब मेरा लंड फूला था और फिर गर्म और गाढ़े रस की पिचकारियाँ रिया के मुँह में छूटने लगी. एक के बाद एक गर्म रस की धार रिया के मुँह में फूटती रही और रिया हर्षौल्लासित होकर अपने देवर के नमकीन रस का आनंद उठाने लगी. जब भाभी को यकीन हो गया कि मेरे लंड से पूरा रस निकल चुका है तो वो धीरे से अपनी मुँह मेरे लंड से हटा ली. मै अपनी आँखे फाडे अपनी भाभी को अपने लंड से मुँह हटाते हुए देखने लगा भाभी क्या कर रही है. और रिया अपनी आँखे उठाकर मुझे देखी और अपनी मुँह खोली और अपनी मुँह में भरा वीर्य मुझे दिखाने लगी. और रिया मुँह खुला रखकर सिर थोड़ा पीछे की और झुका कर मेरे सारे वीर्य पि गइ रिया द्वारा आज लंड की जबरदस्त चुसाइ के पश्चाताप मै अपना रस अपनी भाभी के मुँह में छोड़ कर आज जादा माजा आया और रिया बोली “एम्म्म…. बहुत ही स्वादिष्ट था देवर जी” भाभी! आज तो कमाल का लण्ड चुसी हो. आज तक कभी भी मेरा लण्ड इतने जबरदस्त तरीके से नही चूसी हो. मुझे इतना मज़ा आया कि मैं बता नही सकता भाभी. आप तो लाजवाब हो!” मै अत्यधिक उत्तेजित स्वार में बोले. तो रिया का दिल खुशी से झुम उठा और मेरे तरफ देखकर मुस्कराने लगीं. और रिया पुती “तो अब तैयार हो अपनी भाभी की चूत फिर चोदने के लिए. और रिया चूत पर मेरे लण्ड को पकड कर रखने के बाद भाभी आज बड़े ही नखरीले अंदाज़ में मुझ से पूछी चोदने के लिए तैयार हो देवर जी. मेरा लंड झड़ने के बाद कुछ छोटा हो गया था मगर अभी भी पूरी तरह से कठोर था. रिया को सेक्स करते हुए गंदे गाली बोलने में बहुत मज़ा आता है जब भाभी को होटल में चोदे थे तब पता चला था रिया को गाली के साथ चुदाई करने में मज़ा और भी बढ़ जाता था. रिया जानने को उत्सक थी कि क्या आज फिर प्यारा देवर की अश्लील गंदी बातों और गाली के साथ चोदेगा की नहीं? भाभी अपनी टांगे उँची उठा ली और मेरे सामने पूरा नज़ारा पेश करने लगीं और बोली देवर जी आज चूत चखो और बताओ इसका स्वाद कैसा है” रिया सीसियाते हुए बोलती है. मैं रिया टाँगो के बीच में देखे आज भाभी की चूत पर गहरे काले रंग के छोटे छोटे बाल थे. उसकी चूत के होंठ मोटे और एक बार चोदने के कारण सूजे हुए नज़र आ रहे थे मै अब और इंतज़ार नही कर सकता था. फिर से लण्ड अब बुरी तरह से झटके मार रहा था अब मैं बस भाभी की गीली चूत में अपना लण्ड दाल देना चाहता था. और भाभी की फैली टाँगो को पकड़ कर मै रिया को बेड के किनारे की ओर खींचे है और फिर उन्हे पूरी तरह से फैला दिए. और भाभी की चूत के अंदर का गुलाबीपन देखने लगे, रिया की चूत बुरी तरह से पानी छोड़ रही थी. मैंने अपना लण्ड चूत के मुहाने पर टिकाया और उसे अंदर की ओर डालने लगे रिया चूत काफ़ी सुजी थी. तो मेरा मोटा लण्ड चूत में अंदर जाते ही रिया को ददँ होने लगा तो भाभी अपने बदन को ढीला छोड़ने की कोशिस करने लगीं. रिया बेसब्री से अपनी चूत में मेरे लंड पर धकेलती है क्योंकि रिया जानती थी जितनी जल्दी देवर का लण्ड रिया की चूत में घुस कर उसे फैला देगा उतना ही जल्दी ज़यादा मज़ा आएगा. “ओह भाभी! आपकी चूत आज सुझने के कारण किसी कुवारि लड़की की तरह टाइट है….. उफफफ्फ़….. कितनी टाइट है”. भाभी बोली “असल में… आज चूत सूजी है तो बहुत ददँ हो रहा है थोड़ा धीरे चोदो देवर जी!”. मै असचर्यचकित होकर थोड़ी देर के लिए रुका और हसते हुए पुछे क्या “आप सच बोल रही हो भाभी…. क्या वाकई में आपको आज ददँ हो रहा है चूदाई में…” “हां मेरे प्यारे देवर में बिल्कुल सच बोल रही हूँ.” रिया मुझे बीच में टोकते हुए बोली “अब रूको मत. प्लीज़ देवर जी, अब जल्दी से अपना लण्ड अपनी भाभी की चूत में घुसा दो. मुझसे अब और इंतज़ार नही हो रहा है.” मैंने अपना लण्ड फिर भाभी की चूत के अंदर ठेलना. चालू कर दिए. चूत की गरम दीवारे मेरे लंड के चारों तरफ कस गयी थी. मैंने अपना लण्ड धीरे धीरे भाभी की चूत में अंदर बाहर करने लगा, हर धक्के के साथ गहरा होते हुए मेरा लण्ड आख़िर में पूरी तरह चूत में घुस गया. रिया को महसूस हुआ है कि उनकी चूत देवर के लण्ड की लंबाई, मोटाई के हिसाब से फैल चुकी थी और अपनी चूत के होंटो पर महसूस करके वो राहत की साँस लेने लगीं और अपनी चूत की दीवारों को कसी और टाइट करने लगी तो मेरे मुह से आह निकले लगीं तो शैतान भाभी मेरी भी हालत पर मुस्करा पड़ी. और बोली “चाबश मेरे देवर! आपका पूरा लण्ड मेरी चूत घुस गया है. अब जोर से अपनी भाभी की चूत. चोदो अपनी भाभी को. पूरा ज़ोर लगा कर चोदो!”. मुझे अब किसी और प्रोत्साहन की ज़रूरत नही थी. मै रिया की टांगे पकड़ कर और भी चौड़ा कर दिए और सुपाडे को छोड़ करके मैंने अपना पूरा लंड बाहर खींच लिया और. उसे उपर की ओर उठाते हुए अपना लण्ड वापिस भाभी की चूत में डालने लगे. रिया के मुह से जोरदार सिसकी निकलने लगीं. और मै पूरी ताक़त लगाते हुए भाभी की सुजी हुई चूत को चोदने लगे. “हां… हां… बस ऐसे ही! ऐसे ही… मेरे देवर. चाबश…. चोदो मुझे!” “चोदो मेरी चूत अपने इस मोटे और कड़े लंड से!” “और ज़ोर से… और ज़ोर से! हां देवर जी.. ऐसे ही… बस ऐसे ही चोदो मुझे!” मुझे तो भाभी की अश्लील भाषा प्रेरणा दे रही थी. और मै पूरी कठोरता से अपनी भाभी को चोदते हुए उसकी चूत में गाढ़े गर्म रस को उबलता हुआ महसूस करने लगा. और मेरा लण्ड भाभी की चूत में तेज़ी से अंदर होते हुए फॅक फॅक का उँचा शोर होने लगी और मै भाभी को चोदते हुए उसके चेहरे को देख रहा था. आज वाकई में एक खूबसूरत नज़ारा था. भाभी की मुँह ऐसे खुली हुई थी जैसे एक मछली पानी के लिए तरस रही हो. उनका चेहरा काम उन्माद और वासना के कारण तमतमाया हुआ था. आज मुझे लगा कि किसी अश्लील फिल्म की शूटिंग कर रहा हूं जिसका नायक मै खुद हू. भाभी बोली देवर जी “रुकना मत.. उफफफ्फ़… उफफफफफ्फ़…… और अंदर तक… और ज़ोर से…” “चोदो मेरी चूत…. चोदो अपनी भाभी की चूत….. हे भगवान…. हाए… हाए……. उफफफ्फ़…. चोदो अपनी भाभी को……. चोद डालो” रिया का जिस्म अकड़ने लगीं और रिया बुरी तरह से काँपने लगीं. भाभी झड रही थी और उसकी चूत कसते हुए मेरे लंड को दबा कर निचोड़ रही थी. रिया का बदन आनंद के चरम पर पहुँच कर झटके खा रहा था. जब मैं भाभी की चूत द्वारा अपने लंड को ढिला और कसते हुए महसूस करने लगे तो चोदना बंद कर दिए. और अचंभित सा अपनी भाभी को झड़ते हुए देखा और इसमे एक जबरदस्त रोमांच का अनुभव हुआ. जब रिया का झड़ना कुछ कम हो गया तो मै पूरी निर्दयता से अपना लंड फिर से भाभी की चूत में दुबारा से डालने लगा और रिया को बुरी तरह से चोदने लगा. “ओह……… ओह भाभी……. ओह भाभी! विक्रम चोदो मुझे…… चोदो अपनी भाभी को…… ऐसे ही मेरे देवर…. चोद चोद कर फाड़ डालो मेरी चूत!” “और ज़ोर से… और ज़ोर से…. चोदो….. हाए में मरी…. उफफफ्फ़….. कितना मोटा लण्ड है मेरे प्यारे देवर का…. लगा दो पूरा ज़ोर….. मेरे देवर जी… ऐसे ही चोदो…. उफ़फ्फ़ में फिर से झड़ने वाली हूँ…. में फिर से झड़ने वाली हूँ….” “देखो कैसे आपके मोटे लौडे ने मेरी सुजी चूत फैला दी है. आपने अपनी भाभी की चूत का क्या हाल कर दिए आज देवर जी…….. हाए मेरी चूत… उफफफफ्फ़…. हे मेरे भगवान….. आज तो लगता है में मज़े से मर ही जाऊंगी…. मेरे प्यारे देवर जी में तो आपको बता भी नही सकती कि आप मुझे चोद कर कितना मज़ा दे रहे हो आज….. उफ़फ्फ़… कितना मज़ा है अपने देवर जी से चूत मरवाने में…. अहह…. हाँ और गहराई तक चोदी अपनी भाभी की चूत…… जड तक घुसेडा अपना लॉडा…… उफफफफफ्फ़ “अहह… आह. चोद डालो….. चोद डालो भाभी को…….. हे भगवान मेरा निकलने वाला है…. में झड रही हूँ…. मेरे साथ साथ आप भी देवर जी…. गिरा दो अपना माल मेरी चूत में….. भर दे अपनी भाभी की चूत अपने गरम रस से…” मै अपनी आँखे बंद किए और दाँत भिंचे पूरे ज़ोर से भाभी को चोदे जा रहा था. और भाभी के वीर्य उबलता हुआ महसूस कर रहे थे फिर मैं हलाल होने वाले बकरे की तरह एक उँची कराह भरते हुए एक आखरी धक्का लगा कर अपना लण्ड भाभी की चूत की जड तक पहुँचा दिए. रिया अपनी चूत में जबरदस्त ऐंठन महसूस करने लगीं और फिर रिया की चूत में गर्म वीर्य की बरसात सी होने लगीं. भाभी की मुँह एक घुटि चीख के रूप में खुली और कामोउन्माद के शिखर पर उसे उस वो आनंद प्राप्त हुआ. और भाभी की चूत सिकोड़ कर मेरे लण्ड को दबा कर निचोड़ने लगीं. और भाभी आनंद की चर्म अवस्था में थी और रिया अपना बदन झटक रही थी और रिया मुंह से बहुत सिसकारियाँ निकाल रही थी. धीरे धीरे भाभी का शरीर शांत होने लगा और नज़र उठाकर मुझे देखने लगी अभी भी मैं भाभी की चूत की गहराई तक लंड डाले हुए थे. “आह देवर जी…” रिया सिसकती हुइ बोली. “आपने तो कमाल कर दिया. एसा मज़ा बहुत दिनों बाद मिला है.” “सच कहूँ तो भाभी….. यह तो मेरी कल्पना से भी कही ज़यादा मज़ेदार था. उफ़फ्फ़ आपकी सुझी चूत…. आपकी टाइट चूत का तो कोई जवाब नही… में हमेशा सोचा करता था कि कैसे लगता मुझे भाभी आपकी टाइट चूत को चोद कर, अपनी भाभी कुआडी टाइट चूत को चोद कर! मगर आज जब मेने आपको चोदा तो जाना इस मज़े के बारे में तो कल्पना भी नही की जा सकती.” “मेरे ख़याल से मुझे चोदते वक़्त आज मुझे आपको भाभी कह कर नही पुकारना चाहिए” रिया हंसते हुए पुछी. “अच्छा देवर जी! तो फिर में आपको क्या कह कर पुकारूँ?” “मुझे नही मालूम” रिया हंसते हुए जवाब देती है “कुछ भी कह कर बुला सकते हो- पत्नी, रांड़ी, भोसड़ी… कुछ भी… और चाहो तो मुझे सिर्फ़ रिया कह कर भी पुकार सकते हो.” “ओके! में आपको रंडी नही मेरी रांड़… या फिर मेरी रंडी भाभी. या फिर साली कुतिया….. उम्म्म सोचना पड़ेगा! मगर आपको चोदने के समय भाभी कह कर पुकारने में भी अलग ही मज़ा है. यह एहसास कि भाभी को चोद रहा हूँ अलग ही मज़ा देता है…. मगर सोचना पड़ेगा…” “हाँ वाकई में जब आप अपना लण्ड मेरी चूत में फँसाए मुझे रंडी कहोगे तो मज़ा दुगना हो जाएगा. मगर ध्यान रहे आपको सिर्फ़ मुझे चोदने के वक़्त ही ऐसे नामों से या गालियाँ देकर पुकार सकते हो मगर बाकी पूरे समय में आपकी भाभी ही रहूंगी. और इस बात को कभी भूलीएगा नही” मैंने कहा “नही भूलूंगा. वैसे भी आज आप को चोदकर मैं भी चोदकर बन गया हूँ” “एक बहुत ही बढ़िया और जानदार चोदकर.” रिया हँसती हुए महसूस करने लगी की मैंने चूत से अपना लण्ड निकाल लिए तो रिया बोली आपके भैया इस चूत को अच्छे से चोदते नहीं है पर आपको देखना है आप कितना चोदते हो अपनी भाभी को और दोनों चुदाई शुरू कर दिए और 1 घंटे चोदने के बाद दोनों नंगे ही सो गए और कल होकर में दिल्ली अपने फ्लैट पर आ गया और आफिस जाने लगा।

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