लाइब्रेरी की लड़की को पटाकर सीड तोड़ चुदाई

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प्रिय पाठको, आप सबको पहले मेरा नमस्कार.
यह एक सच्ची चुदाई की कहानी है जो कि मेरे और लाइब्रेरी में मिली एक कमसिन लड़की के बीच की है।

इसके पहले की कहानी में एक्जाम देने पटना गए थे तो मैंने अपनी गर्लफ्रेंड और उसकी मां को चोदे थे।

पहले मैं अपने आप के बारे में बता दूँ.
मेरा नाम विक्रम है और मैं बिहार का रहने वाला हूं. मैं 5 फ़ीट 6 इंच लम्बा हूँ.

वैसे तो मेरे लंड ने बहुत से महिलाओं की चूत की गर्मी को शांत की है लेकिन दिसंबर महीने की ठंड की बात ही कुछ और है.

मैं दिल्ली के उत्तम नगर में रहता हूं और एक लाइब्रेरी में कर्मचारी चयन आयोग कि तैयारी करता हूं और रोज़ सुबह 7 बजे लाइब्रेरी में पढ़ने के लिए जाते थे।

मेरा सिट पिछे कि तरफ था जहां पर एक सिट तो खाली थी और बाकी बच्चे 12 बजे से पहले नहीं आते थे तो मैं अकेले ही पढ़ते थे।

एक दिन ऐसा ही अपने सीट पर बैठ कर पढ रहे थे। एक नई लड़की लाइब्रेरी में आई और मेरे बगल वाली सिट रिजर्व करवा ली।

जिस लड़की को चोदे ऊसका नाम पूनम था और पूनम
अपने सिट पर आई क्या बताऊं दोस्तो, उसको देख कर तो मेरे लंड में जैसे बिजली उतर गई, अचानक से लंड का साइज बड़ा हो गया।

उसका साइज 28-30-32 का था, जब मेरा मन उससे बात करने का किया तो उसके तरफ देखे और पूनम को धीरे से हैलो बोले, तो रिप्लाई में उसने भी हाथ हिला कर धीरे से हैलो कहा।

फिर हमने आपस में इधर उधर की बातें की. वो भी बात करने में जरा सी भी न हिचकिचाई.

बातों बातों में पता चला कि वो भी बिहार से है और यहां दिल्ली में मेडिकल की तैयारी करने के लिए आई है।

मैंने उसे काफी पर जाने के लिए पुछे तो वो मेरे साथ जाने को रेडी हो गयी ‌

हम साथ में लाइब्रेरी से निकले और काफी पिने के बाहर चले गए फिर हम दोनों साथ में काफी पी कर अपने लाइब्रेरी में आकर अपने सिट पर बैठ गए ‌

फिर हम दोनों फोन नम्बर एक्सचेंज किए और हमारी बात शुरू हो गई।
कुछ दिन तक सब नार्मल था।

फिर धीरे धीरे हमारी बातें गर्म होती गईं और सेक्स में बदल गईं.

वीडियो कॉल पर मैंने उसे नंगी देखा और अपना लंड भी दिखाए।

वो लंड देख कर एकदम से पागल सी हो गई और अपनी चूत में लंड लेने के लिए मचल उठी।

मैंने उसे दूसरे दिन अपने फ्लैट पर आने को बोलें तो पूनम
हां कर दी और दूसरे दिन शाम को मेरे फ्लैट पर मिलने का प्लान हो गया।

दूसरे दिन शाम को पूनम एक ब्लैक कलर की ड्रेस में मेरे फ्लैट पर आई.
क्या बताऊं भाई… उसे देख कर ऐसा लग रहा था कि कोई अप्सरा मेरे फ्लैट में आई हो।

फिर पूनम को बैठने को बोलें, और उसके लिए पानी लेने चला गए।

पानी लेकर आए और पानी देकर फिर बातें करने लगे।

तो पूनम भी मेरे साथ पूरी तरह से ओपन हो गई इसलिए सेक्स तक आने में टाइम नहीं लगा।

फिर पूनम की जांघ पर हाथ फेरना शुरू किया और धीरे धीरे पूनम की ड्रेस को ऊपर सरका दिए।
और पूनम मेरे लंड की फुंफकार को देख कर अचानक से मेरे लंड को पकड़ ली।

मैं जब तक कुछ बोलते उससे पहले ही पूनम मेरे लंड को मेरे जींस के ऊपर से मसलने लगी।

फिर मैं भी देर न करते हुए पूनम की गर्दन को पकड़े और होंठों से होंठ मिला कर पूनम की गुलाब की पंखुड़ी जैसे होंठों को चूसने में मुझे बड़ा मजा आ रहा था.

फिर मैंने पूनम की बूब्स पर हाथ रखे और मसलने लगे इससे उसकी सांसें गर्म होने लगी।
क्या बताऊं दोस्तो, इतने मुलायम बूब्स थे।

मैं जल्दी से पूनम की कपड़े उतारने लगे और जल्दी ही कपड़े निकाल कर पूनम को ब्रा और पैंटी में कर दिए।
पूनम को देख कर लग रहा था कि संगमरमर के फर्श पर ब्रा पैंटी के दाग लगी हैं।

फिर मैं पूनम की बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही चूसना शुरू कर दिए।

वो ‘अअह अम्म आह ओह उम्मम…’ करती हुई मेरे सर को पकड़ कर अपनी चूचियों पर दबा रही थी।

फिर जोश में आकर पूनम ब्रा को खींच कर फाड़ दिए जिससे दोनों चुचिया उछल कर बाहर आ गई।

फिर मैं दोनों चुचियों पर टूट पड़े।

कभी एक को चूसते तो दूसरी को मसलते, कभी दूसरे को चूसते तो पहले वाले को मसलते।

तो पूनम बस ‘आह आह ओह्ह उम्म…’ करती रही. कुछ देर बाद पूनम मेरे कपड़े को निकाल कर लंड को पकड़ कर ऊपर नीचे करने लगी।

तो मैंने पूनम की पैंटी को उभर कर दिए और चूत पर हाथ रखा चूत को सहलाने लगे।

तो पता चला पूनम की चूत एकदम गीली हो चुकी थी। और पूनम की चूत का पानी धीरे धीरे बाहर आ रहा था।

फिर पूनम को चूमते हुए पेट पर आए और धीरे धीरे चूत पर मुँह ले गए।

और जैसे ही पूनम की चूत पर जीभ रखे तो पूनम एकदम से सिहर गई और गर्म सांस लेते हुए ‘आह हम्म…’ कि

जब पूनम की चूत को चाटना शुरू किए तो पूनम आह ओह उम्म आम्म उह करते हुए लम्बी लम्बी सांस लेने लगी.
उस वक्त पूनम की दोनों चुचिया ऊपर नीचे हो रहे थी।

दिसंबर की ठंड में हमारे शरीर से पसीना आ रहा था। जहां कम्बल की जरूरत थी, वहां बस हम दोनों के बदन आग की भट्ठी का काम कर रहा था।
फिर कुछ देर बाद पूनम को मेरे लंड को चूसने को बोलें तो पूनम झट से राज़ी हो गयी फिर हम दोनों 69 में आ गए।

पूनम के मुँह में लंड को डालते ही मुझे जन्नत का अहसास हुआ।

और पूनम मेरे लंड को धीरे धीरे चूसती रही और मैं पूनम की उसकी चूत को कुरेद कुरेद कर चाट रहा थे।

पूनम का बदन अचानक से टूटने लगा और एक झटके में उसकी चूत में पानी छोड़ दी।

फिर भी पूनम मेरे लंड को चूसे जा रही थी। और रूकने का नाम नहीं ले रही थी।

फिर मैंने पूनम को रोक कर उसे बेड पर बैठा दिए और मुँह में अपना लंड एक झटके में ठूंस कर पूनम की बाल को पकड़ कर मुँह में घपाघप झटके देने लगे, जिसे पूनम गौं गौं करती हुई मेरे लंड को मुंह में लिए जा रही थी।

पूनम को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी फिर भी मेरे लंड को अपने मुँह से बाहर नहीं निकाला रहीं थीं।

करीब 10 मिनट तक पूनम की मुँह को चोदने के बाद पूनम की मुँह में झड़ गए और पूनम की मुंह को अपने लंड से निकले माल भर दिए।

फिर पूनम मेरे लंड का सारा माल पी गई।

झड़ने के बाद हम दोनों में थोड़ा सा आराम करने लगे।

तो पूनम कम्बल ओढ़ कर लेट गई। तो मैं भी थोड़ी देर बाद पूनम की कम्बल में ही घुस गए और चुचियों को सहलाने लगे।

तो पूनम धीरे धीरे गर्म होने लगी और गर्म सांसें छोड़ने लगी.
फिर चुचियों के साथ साथ चूत को भी सहलाने लगे।

तो पूनम की चूत फिर से गीली हो गई तो पूनम अपनी चूत में मेरे लंड को लेने के लिए बेचैन होने लगी।

तो पूनम को थोड़ा तड़पाने के लिए चूत में उंगली करने लगे।

पूनम की चूत में जैसे ही मेरी उंगली गई तो पूनम सीईओईई करने लगी।

पूनम की सिसकारी सुन कर मेरा लंड खड़ा हो गया।

तो पूनम झट से मेरे लंड को हाथ में पकड़ लि और लंड को सहलाने लगी, जिससे मेरा लंड पूरी तरह से टाइट हो गया।

तो बूब्स को चुसते हुए जोश जोश में एक बूब्स को काट लिया, जिससे पूनम सिसक गई और तेज़ से चिल्लाने लगी जिससे मेरा जोश और बढ़ गया तो और जोर जोर से बूब्स को चूसने लगे।
तो पूनम ‘आह उह उम्म अम्म आह और जोर से चूसो…’ बोलने लगी।

मुझे पूनम की चूची पीने में बहुत मज़ा आ रहा था। और साथ में पूनम की सिसकारी सुन सुन कर मेरे लंड उछलने लगा।

पूनम की गोरी चुचियों पर मेरे काटने से नीले दाग बन गए थे, जो बहुत ज्यादा सेक्सी टैटू की तरह नजर आ रहा था।

फिर मैंने दोनों के शरीर के ऊपर से कम्बल को हटा दिए क्योंकि अब शरीर की गर्मी ज्यादा हो गई थी।

फिर पूनम से पुछे – अब क्या ख्याल है?
तो पूनम नशीली आवाज में बोली – अब चुदने का ख्याल है।

तो मैंने कहा – खोलो अपनी चूत और मेरे लंड को अपने चूत में जाने दो।

फिर पूनम बोली – खुली पड़ी है मेरी चूत… चढ़ जाओ मेरे राजा और अपने लंड को मेरी चूत में जाने दो और फाड़ दो मेरी सीलपैक चूत!

तो मैंने कहा – मेरी रानी तुम्हारी चूत सीलपैक है या फटी है, मेरा लंड सब मालूम कर लेगा।

तो पूनम बोली – मेरी चूत में अभी तक किसी का लंड नहीं गया है तो फटी कैसे हो सकती है हंसते हुए बोली?

तो मैंने कहा – मेरी रानी चूत सिर्फ लंड से ही नहीं फटती… चूत की सील अपने आप भी फट जाती है।

तो पूनम चौंकी – और पुती ओ कैसे?

तो मैंने कहा – खेलने कूदने वाली लड़कियों की चूत की सील अपने आप फट जाती है. या आजकल की लड़कियां चूत में कुछ कुछ डालती रहती हैं, उससे भी चूत की सील फट जाती है।

फिर पूनम बोली – मैंने अपनी चूत में अभी तक उंगली भी नहीं डाली हू और न ही मैं कोई खेल खेलने वाली लड़की हूँ।

तो मैंने कहा – तब तो तुम्हें काफी दर्द होगा रानी!
तो पूनम बोली – हां मुझे मालूम है कि दर्द होगा, मगर मैं सहन कर लूंगी।

मैंने कहा – तुम्हें कैसे पता कि दर्द होता है?

फिर पूनम मुस्कुराते हुए बोली – मैं इतनी भी चूतिया नहीं हूँ और मेरे राजा मेरी चूत का सील तोड दो।

तो मैंने कहा – ओके मेरी रानी, एक बार फिर से लंड चूस दो ताकि चिकनी हो जाएं।

तो पूनम बोली – ओके बोली

और मेरे लंड को चूसने लगी और करीब 10 मिनट चुसने के बाद अपनी टांगें को फैला कर चुदने के लिए तैयार हो गई।
फिर पूनम की दोनों पैरों के बीच में बैठ कर पूनम की चुत पर जब जीभ घुमाने लगे और थूक लगा कर चूत को चिकना करने लगे।

फिर अपने लंड के सुपारे को पूनम की चूत रगड़ना शुरू किए तो पूनम मचलने लगी और अपनी गांड उठा कर मेरे लंड को अपनी चूत में डालने की कोशिश करने लगी।

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फिर मैंने अपने लंड को हल्का सा दाबकर लंड के सुपारे को पूनम की छोटी सी चूत में फंसा दिए।

तभी पूनम हल्की सी आवाज निकलने लगी जिसने पूनम को अहसास हो गया कि पहली बार चूत में लंड लेना कोई आसान काम नहीं है।

जब पूनम आवाज निकालने लगी तब पूनम के शरीर को सहलाने लगे और चूचियों को मसलने लगे और पूनम के होंठ पर अपने होंठ को रख कर किस करने लगे और अपने होंठ से पूनम के होंठ को मुंह में लेकर पूनम के मुंह को बंद कर दिए।

फिर पूनम को अपनी बाहों में पकड़ कर लंड को चूत में डालने लगे अभी मेरा दो इंच लंड चूत में घुस ही था की पूनम छटपटाने लगी और आह आह आह कि आवाज निकलने लगी जो मेरे मुंह से बंद के कारण बाहर आवाज नहीं आ रही थी

फिर मैंने देर न करते हुए अपने लंड को आधा इंच बाहर निकाले और और एक झटका मारे।

तो एक ही झटका में पूनम की सील टूट गई और पूनम तेजी से छटपटाकर बेहोश सी होने लगी थी। फिर मैंने अपने लंड को पिछे करके एक और झटका मारे तो मेरा लंड पूनम की चूत में बच्चादानी तक चला गया।

और मेरे लंड पर एक गर्म धार महसूस होने लगा तो अपने लंड की तरफ देखे तो मेरा पुरा लंड पूनम की खून से लाल हो गया था तो रूक कर पूनम के सर को चूमने लगे। और पूनम के शरीर को सहलाने लगे।

करीब 5 मिनट बाद जब पूनम पुरी तरह से होश में आई तो दर्द से कराहने लगी।

तो लंड को चूत में ही रहने दिए और पूनम के होंठ पर अपने होंठ को रख कर किस करने लगे और पूनम के शरीर को सहलाने लगे। करीब 15 मिनट बाद पूनम का दर्द जब कम हो गया।

तब पूनम अपनी मुंह खोल कर बोली अब तो सील तोड दिए हों तो चोदो अच्छे से

और पूनम मेरे ऊपर चढी तो लंड बाहर निकल गया फिर पूनम मेरे ऊपर बैठने के बाद मेरे लंड को हाथ से पकड़ी और चूत के सामने कर के लंड पर बैठ गई तो मेरा लंड फिर से पूनम की चूत को चिड़ते हुए बच्चादानी तक पहुंच गया और जा कर टक्कराई।

तो पूनम ‘आआ आह्ह उह्ह्ह… कि आवाज निकलने लगी।

और कुछ देर ऐसे ही मेरे लंड पर बैठ कर शांत पड़ी रही फिर कुछ देर बाद पूनम को दर्द कम हो गया तो मेरे लंड पर धीरे धीरे उछल कर चुदाई के मजे लेने लगी। ऐसे ही 15-20 मिनट तक मेरे लंड पर उछलती रही फिर मुझसे रहा नहीं गया तो पूनम की कमर पकड़ कर लिए और अपने लंड को निचे से ही पूनम की चूत में डालने लगे और पूनम भी अपनी चूत को मेरे लंड पर ऊपर नीचे करने लगी।

कभी मैं निचे से झटका मारते तो पूनम ‘आआह…’ करने लगती और मेरे शरीर पर अपनी नाखुन खड़ा देती तो कभी मैं पूनम की चूची के निप्पल को चूसने लगते और धीरे से निप्पल को दांत से काट भी लेते।

तो पूनम जोड़ से ‘आह ओह विक्रम फक मी हार्ड बेबी…’ कहने लगती थी।

फिर मैंने अब अपने स्पीड को बढ़ा देते और दोनों चुदाई का मजा लेने लगते तो पूनम खुशी से मेरे होंठ को अपने होंठों में दबा कर किस करने लगती थी।

और मैं पूनम की दोनों चूचियों को दबाने लगते थे और चूसने लगते थे।

तो पूनम जोंस में आकर चिल्ला कर चुदाई का मजा ले रही थी – आह चोद दो मुझे विक्रम… आह आह आह

और करीब 20 मिनट चोदने के बाद पूनम एकदम से अकड़ने लगी थी और जोर जोर से आह आह, आह सीत्कार निकलने लगी।

उसके बाद पूनम झड़ गई तो चुत में लंड जाने की आवाज बदल गई और छप चप चप्प…’ की आवाज आने लगी।

क्योंकि पूनम के झडने से मेरा पूरा लंड पूनम की स्पर्म से भीग गया था और मेरे लंड अभी भी पुरी ताकत से चूत को चोदने के लिए तैयार था झुकने का नाम नहीं ले रहा था।

फिर मैंने पूनम को अपने लंड पर से ‌निचे उतारे और फिर घोड़ी बनने को बोलें तो पूनम घोड़ी बन गई।

फिर पूनम के पीछे गए और अपने लंड को पकड़ कर पूनम को बोलें अपनी सर को निचे करो फिर जब पूनम सर निचे की तो पिछे से पूनम की चूत में डाल कर धक्का मार कर चोदने लगे।

जब पिछे से झटका मारते तो पूनम झटके के कारण आगे चली जा रही थी।

फिर मैंने पूनम की कमर को पकड़ कर तेज तेज शॉट मार कर चोदने लगे।

ऐसे से तेजी से 20 मिनट चोदने के बाद झडने वाले थे तब पूनम से पुछे तो बोली मेरी चूत में ही अपना स्पर्म डाल कर मेरी चूत को शांत करो और मुझे देखना है जब स्पर्म चूत में जाती है तो क्या फिल हो रहा है।

फिर और तेजी से 20-25 झटके मारे और पूनम की चूत में ही झड़ गए और अपने स्पर्म से पूनम की चूत को भर दिए। और पूनम के ऊपर ही गिर गए।

फिर कुछ देर बाद पूनम पुछी – क्या मैं प्रेगनेंट हो जाएगी?

तो मैंने कहा हां तो पूनम बोली मुझे अभी प्रेगनेंट नहीं होना है तो मैंने कहा दवाई बाहर से लेकर आएंगे तो खां लेना फिर सब ठीक हो जाएगा।

करीब 30 मिनट आराम करने के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा तो पूनम को फिर से चोदने के लिए पूनम को गर्म करने लगे और पूनम की चूत को सहलाने लगे तो पूनम सिसकारी निकलने लगी करीब 5 मिनट सिसकारी निकलने के बाद पूनम बोली विक्रम फक मी… अब देर न कर… जल्दी से फिर से अपने लंड को मेरी चूत में डाल कर मुझे चोदो… आह आह चोदो अपने लंड से मुझे जल्दी से चोद‌ कर शांत कर दो मेरी चूत को।

फिर मैंने पूनम को कहा मेरा लंड चूसने को को तो पूनम जल्दी से मेरे लंड को लालीप की चूसने लगी।

जब मेरा लंड पुरी तरह से टाइट हो गया और पूनम ने चुस कर मेरे लंड को गीला कर दी।

फिर पूनम के मुँह से अपने लंड को बाहर निकाले और पूनम की कुंवारी गांड के छेद पर रखे।

तो पूनम बोली – वो गलत जगह है मेरे राजा।

फिर पूनम की बात को सुनते हुए एक झटका मारे और लंड को पूनम की गांड़ में घुसा दिए।

तो पूनम चिल्लाने लगी आह आह मर गई विक्रम।

और छटपटाने लगी मेरे लंड को गांड़ से बाहर निकालने के लिए तो पूनम की कमर को जोर से पकड़ कर रखे थे तो पूनम छटपटा कर रह गई।
और 5 मिनट ऐसे ही रहने के बाद पूनम की गांड़ में दर्द कम हो गया फिर अपने हाथ को पूनम की गांड़ के नीचे करके गांड को ऊपर किए और लंड को गांड़ में डालने लगे तो फिर से पूनम दर्द से तड़फने लगी और बोली अब रूको नहीं तुम चोदते रहो क्योंकि दर्द भी हो रहा है और माजा भी आ रहा है।

फिर पूनम को घोड़ी बना कर पीछे से लंड को गांड़ में डाल कर झटका मारे मार कर पूनम की गांड़ को चोदने लगे।

तो पूनम आह आह आह ‘आआहह कितना दर्द दोगे विक्रम आज ही मेरी गांड़ को फाड़ डालोगे क्या… छोड़ भी दो अब फिर किसी और दिन चोद लेना मेरी गांड़ जितनी मर्जी करें में कहीं जा नहीं रही हूं तुम्हें छोड़ कर।

फिर मैंने अपने लंड को पूनम की गांड़ से पुरा बाहर निकाले और एक ज़ोर से झटका मारे तो मेरा सिधा पूनम की गांड़ में चला गया तभी पूनम जोड़ से आह आह करके चिल्लाई।

फिर पूनम की गांड़ को चोदने लगे और एक हाथ से पूनम की चूत को सहलाने लगे और एक उंगली को चूत में डालने लगे और पिछे से लंड को भी गांड़ में डाल रहे थे तो पूनम मदमस्त हो गई और दर्द में आह आह करते हुए बोलने लगी चोदो मुझे, आह आह चोदो मुझे और जोर से आह आह चोदो मुझे आह आह आह….

फिर मैं पूनम की गांड में बहुत जल्दी जल्दी लंड को अंदर बाहर करके चोदने लगे तो पूनम और जोर से आह आह आह चोदो विक्रम आह आह और तेज चोदो विक्रम आह आह आह आह….. मेरी चुत को चोदो अब विक्रम।

जब पूनम बोली तो जल्दी से पूनम को पल्टे और पूनम की एक पैर को अपने कंधे पर रख कर अपने लंड को पूनम की चूत में एक ही झटके में डाल कर चोदने लगे पूनम फिर से आह, आह, आह कि आवाज निकालने लगी और जोर जोर से चोदने से पूनम की चूत से शट शट फच फच की आवाज आने लगी थी दोनों आवाज मुझे संगीत की तरह अच्छा लग रहा था।

तो खुशी से और जोर से झटका मारते पूनम जोड़ से आवाज करती और साथ में फच की आवाज आती करीब ऐसे ही 10 मिनट चोदने के बाद पूनम की चूत में ही झड़ गए फिर पूनम के ऊपर ही लेट गए।

करीब 5 मिनट बाद पूनम मुझ से अपने ऊपर से हटा कर बाथरूम जाने के लिए उथी तो पूनम से चला नहीं जा रहा था फिर पूनम को पकड़ा बाथरूम लेकर गए क्योंकि मुझे लगा कहीं पूनम गिड ना जाए।

फिर हम दोनों गर्म पानी से शॉवर लेकर नहाने लगे करीब 1 घंटे नहाने के बाद पूनम का दर्द कम हो गया फिर दोनों बाहर आए।

और दोनों नंगें ही एक दूसरे को पकड़ कर सो गए और अगले दिन से दोनों फिर से लाइब्रेरी जाने लगे।

उसके बाद हम दोनों पढ़ते रहते और जब भी चुदाई करने का मन होता फ्लैट पर दोनों जाते और चुदाई करते ही आकर पढ़ने लगते।

आपके मेरी कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे कमेंट्स में जरूर बताएं.

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