हैलो दोस्तों,
कड़ाके कि सर्द और साथ में एक २६ साल की जवान औरत, ठंड दूर करने का सही सामान तो दोनों अपने अपने जैकेट खोलकर एक विशालकाय पेड़ के नीचे सेक्स की दुनिया में खो चुके थे और राहुल का ६-७ इंच लम्बा लंड दीपा के हाथ में था तो वो लंड को हिलाते हुए उसको पूरी तरह से टाईट करने के फिराक में थी तो मैं भी दीपा के टाईट लेगिंग्स को कमर से नीचे करने लगा और साथ ही टी शर्ट के ऊपर से ही बूब्स दबा रहा था, वो पैर के बल बैठकर मुझे लेगिंग्स नीचे करने का जगह दी तो मैं उसके लेगिंग्स को चूतड़ से नीचे करके बुर पर उंगली रगड़ने लगा और वो मेरे लंड को हिलाते हुए सिसक रही थी ” लगता है कि आज इस मन्दिर में मेरे चूत की पूजा भी होगी
( मैं उसके पैंटी की हूक खोलकर नग्न चूत के दरार में उंगली रगड़ने लगा ) जरूर बेबी, तू लंड देव को प्रसन्न कर तो मैं चूत देवी की पूजा अर्चना करूंगा ” और इतने में मैं एक उंगली उसकी बुर में घुसा दिया फिर उंगली रगड़ने लगा तो दीपा खुद को आगे कि ओर झुकाकर लंड से मुंह लगाई फिर डॉगी स्टाइल में होकर मेरे लंड का चमड़ा छीलकर उसको चूमने लगी तो समझो १०-१२ डिग्री की ठंड काम की आग लगने लगी और दीपा की चूत को उंगली से कुरेदता हुआ मैं अब दीदी की चूची को पकड़ दबाने लगा, तभी दीपा मुझे देख मुस्कुराने लगी और पूरा मुंह खोलकर लंड निगल गई तो समझो मैं स्वर्ग की सैर कर रहा था। दीपा मुंह में लंड डाले चूसने लगी तो मैं उसके सीने से लटकते चूची को मसलता हुआ चूत में उंगली कर रहा था और दीदी तभी अपने मुंह का झटका देते हुए मुखमैथुन करने लगी तो मेरी दोनों आंखें बन्द हो चुकी थी साथ ही मैं सिसक रहा था ” उह ओह बेबी सक इट, आह मजा आ गया ” तो दीपा के मुंह में मेरा लन्ड कड़ा हो चुका था साथ ही उसकी चूत में गर्मी होने लगी, इतने में मेरा दिमाग शन्न हो गया और आवाज सुनाई दी ” इधर ये क्या हो रहा है ” और दीपा झट से लंड को मुंह से निकालकर अपनी लेगिंग्स चूतड़ पर किए अपने गुलाबी चूत और चूतड़ को ढक ली तो मैं भी पैंट के अन्दर लंड करके सर उठाया तो मंदिर का एक गार्ड वहां खड़ा था ” तुम दोनों मंदिर परिसर में ऐसा गंदा काम कर रहे हो, शर्म नहीं आती
( मैं गार्ड को देख ) इधर आइए ” फिर मैं उठकर उसको दीदी से दूर ले गया ” देखिए गार्ड साहब अब जो होना था वो तो हो गया और दोनों के
( गार्ड ) तेरी लवर है या धंधा वाली, साली की चूतड़ और चूत देख तो मेरा लंड भी फुंफकारने लगा
( मैं अपना गुस्सा काबू में रखा ) तो दोनों जाते हैं ये लीजिए ” और अपने पर्स से दो सौ का नोट निकालकर उसको दे दिया फिर वो मुस्कुराता हुआ नोट पकड़ा और मैं दीपा की ओर जाने लगा तो वो बोला ” इधर सुनिए
( मैं गार्ड की ओर बढ़ा ) हां हां बोलिए
( वो ) सीधा ५०० का नोट देते तो एक रूम दो घंटे के लिए दे देता
( राहुल ) अच्छा तो रूम कहां है
( वो ) मंदिर परिसर में ही मेरे रहने के लिए मिला है
( मैं थोड़ा डरा हुआ था ) छोड़िए, पता चला कि वहां आप भी छोकरी पर चढ़ने को तैयार हो गए तब ” फिर दोनों मन्दिर परिसर से बाहर निकले तो दीपा बोली ” साला बीच में आकर दोनों का मूड खराब कर दिया
( मैं ) बेबी कूल डाउन, चल तुम्हें एक मस्त जगह ले चलते हैं ” तो दोनों बाईक से निकल पड़े और मेरा लन्ड पैंट के अंदर टाईट था, सोचा कि शॉपिंग मॉल में ही दीदी को चोदता हूं और जब वहां पहुंचा तो वो बोली ” तेरा दिमाग ठीक तो है, यहां क्या अचार डालोगे ” और मैं उसके कलाई थामकर मॉल की ओर चल पड़ा तो दीपा के कंधे में पर्स टंगा हुआ था तो दोनों लिफ्ट से तीसरी मंजिल पर पहुंचे और फिर मैं बोला ” तू लेडिज टॉयलेट में घुस और मैं सबसे नजरें बचाकर पहुंचूंगा ” वो लेडिज टॉयलेट की ओर गई तो मैं इधर उधर देखते हुए टॉयलेट के रूम में घुसा जिसमें चार पांच टॉयलेट थे और उसको मैं दूसरे नंबर टॉयलेट में घुसते देखा था तो उसमें घुसा और दीपा दरवाजे को अंदर से पकड़कर रखी थी, धीरे से बोला ” खोल बेबी ” फिर अंदर घुसा और दरवाजा बंद किया तो दीपा दीवार की ओर चेहरा किए मेरी ओर गान्ड किए खड़ी थी, दोपहर का वक़्त था सो टॉयलेट साफ सुथरी थी और मैं झट से दीदी कि लेगिंग्स और पेंटी को उतारकर अपना लंड पेंट नीचे करके बाहर किया फिर जमीन पर पैर के बल बैठ कर उसकी चूतड़ को चूमने लगा, वो दीवार पर दोनों हाथ लगाए घोड़ी बन चुकी थी तो उसके दोनों जांघ फैलाकर चूत को फैलाया और जीभ अंदर किए चाटने लगा तो वो पीछे मुड़कर बोली ” ज्यादा देर मत कर बस डालकर शुरू हो जा ” फिर भी मैं दीदी की बुर को पल भर तक जीभ से चाटता रहा और अब खड़ा होकर लंड पकड़े उसकी बुर में लंड पेलने लगा तो लंड बुर की गर्मी से झुलस रहा था लेकिन मैं एक तेज धक्का देकर चुदाई शुरू कर दिया और बंद टॉयलेट में भाई बहन की चूत चुदाई खड़े होकर कर रहा था तो उसके बूब्स पकड़ दबाने लगा और दीपा अपनी चूतड़ हिलाने लगी लेकिन कुछ देर की चुदाई के बाद उसकी बुर से रस निकलने लगा, फिर भी रसीले चूत को चोदता हुआ दीदी कि चूची मसल रहा था तो दीदी अपनी कमर स्प्रिंग की तरह हिलाते हुए चुदाई का आनंद दे रही थी और दोनों चुदाई का आनंद लेते हुए शॉपिंग का लुफ्त उठा रहे थे, दीदी की बुर से फचफच की आवाज आने लगी तो मेरा लंड बुर की गहराई दूढ़ने में लगा हुआ था और फिर ३-४ मिनट की चुदाई का अंत हुआ, मैं १०-१२ तेज झटका देकर उसकी बुर में वीर्यपात करा कर मस्त हो गया फिर दोनों अपने अपने योनि को साफ करके बारी बारी टॉयलेट से बाहर आए, दोनों शॉपिंग करके घर वापस चल पड़े।