Hii फ्रेंड्स
मैं राहुल आपका दोस्त
एक बार फिर आपके सामने एक कहानी लेकर आया हूँ जो मेरे साथ हुआ जब मैं अपनी बीबी (शिवानी) को उसके मायके से लेकर आ गया था ।
बात 10 दिन पहले की है, मेरे घर में मेरी बहन की शादी के बाद घर सुना सुना था इसलिए मेरी शादी शिवानी से की गई थी बेटा की शादी हुई बेटी की शादी हुई इसके बाद मेरे पापा मम्मी ने फैसला लिया की अब उनको वैष्णो देवी की दर जाना है क्योंकि उनके सारे ख्याब पुरे हुए इसलिए वो ट्रैन से कटरा चले गए ।
मैंने भी 4 दिन की छुट्टी लेली थी ऑफिस से, ये सोच कर की 4 दिन चाँद की छांव में शादी वाली जिंदगी का फायदा उठाऊंगा
पापा मम्मी 5 दिन बाद आने वाले थे इसलिए फूल मस्ती
सुबह का 6 बज रहे थे तभी शिवानी उठी और रसोई में गई मैं भी जागा हुआ था लेकिन आलस की वजह से उठ नही रहा था, 10 मिनट बाद वो चाय बना कर लाइ उसने मुझे चाय दिया और बोला जी और कुछ चाइए
मैं :- हाँ,
शिवानी – क्या ?
मैं – तुमहारी पप्पी 😘
शिवानी – बस इतनी सी बात ये लो 😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍
और बोलो क्या चाहिए ?
मैं – एक और चीज दूध🍼
शिवानी – अभी लाइ
मैं – रुको कहा जा रही हो ?
शिवानी – दूध 🍼लेन आपको चाहिए न ?
मैं – हाँ, लेकिन तुमहारा ।
शिवानी – मेरा दूध 🍼? लेकिन अभी तो मुझे दूध नही होता । वैसे भी मेरा दूध मैं सिर्फ हमारे बच्चे को दूंगी ।
मैं – क्यों बाइ, दूध की फैक्ट्री का मालिक और बच्चे का मैन्युफैक्चरर तो मैं हूँ मुझे क्यों नही ?
शिवानी – क्योंकि राहुल जी, अगर आपने दूध पी लिया तो हमारा बच्चा क्या पियेगा ?
मैं – चलो ठीक है । मुझे कुछ दूसरा चीज दो ।
शिवानी – क्या दू ?
मैं – मुझे आज का पूरा दिन तुम्हारे जिस्म के इस रस भरे गुलाब जामुन के नदी में डुपकी लगानी है ।
शिवानी – 💃ओह हो ओह मेरे सैंया जी क्या बात है ।
मैं – क्या इस नाचीज को इबादत करने का मौका मिलेगा ?
शिवानी – जी हाँ मेरा शरीर आपके लिए हमेशा खुला है इस तरह पूछ कर मुझे लज्जित न कीजिये ।
मैं धीरे धीरे उसके होठो के करीब अपने होठ लाता गया और जब उसके और मेरे बिच एक भी हवा नही बची तब मैंने उसके लवो से निकलने वाले तपिश को अपने होठ की ठंडी आगोश में कैद किया वो पहले से ज्यादा फ्रैंक हो गई थी इसलिए अब बो भी मेरा साथ खूब देने लगी थी
उसने मेरे शर्ट 👕के बटन को खोला और मुझे नँगा किया फिर मैंने भी उसके सलवार कमीज👚 को ऊपर किया और खोल उसके शरीर से अलग किया, मैंने उसके 👙ब्रा पेंटी को खोल अलग कर दिया अब वो पूरी तरह नँगी हो गई थी, उसने भी मेरा बेल्ट खोला और जीन्स के बटन खोल कर मुझे नँगा किया, मेरी चड्डी उतर्दी जैसे ही हम दोनों नँगे हुए हम दोनों ने एक दूसरे को बाहों में भर लिया, उसके पैर मेरे पैरों के चारो और जकड़ सा गया फिर मैंने भी उसको अपने बाहों में जकड़ उसके लिप्स💋💋💋 चूसता रहा मेरा लण्ड धीरे धीरे बड़ा होने लगा फिर उसके बूब्स को चूसने लगा और धीरे धीरे नीचे नीचे आते आते मैं उसके chut तक पहुच गया और 69 पोजीशन में आ गया उसने भी देर किए बगैर मेरे लण्ड को अपने मुंह में लिया और एक लॉलीपॉप की तरह चुसस्स चुसस्स कर चूस रही थी, मैं भी उसके रस से भरे चूत में अपनी जीभ डालकर चूसता रहा तभी 5 मिनट बाद उसने बोला सुनिये जी, मैं झड़ने वाली, मैंने कहा ठीक है जैसे ही वो झड़ी उसका सारा पानी मेरे मुह में आ गया फिर मैंने सारा सफ़ेद पानी जीभ से चाट कर साफ़ किया
और दोबारा सीधे हो गए फिर शिवानी बोली
जी अब रहा नही जाता जल्दी से डालिए न लण्ड मेरे अंदर, मैं भी देर न करते हुए अपने 15cm लंबे लण्ड को उसके चूत पर रखा और धक्का मारा, उसका थोड़ा दर्द हुआ लेकिन फिर वो सहज मेरे साथ साथ देने लगी,
मैं भी फकफक करते हुए उसके चूत में अपना हथियार पेलता रहा । उसके मुंह से मस्त मस्त आवाज🗣️ सुन कर मैं और बैचैन हो रहा था और जोर जोर से पेलता जा रहा था
शिवानी भी मदहोश हो गई और मैं भी तेज तेज और तेज होता गया 20 मिनट की चुदाई के बाद मुझे फील हुआ की अब झड़ने वाला हूँ फिर मैंने अपना सारा पानी उसके चूत में ही दाल दिया ।
उसके बाद दिन भर हमने 4-5 बार सेक्स किया और रात को भी नँगे चिपक कर सो गए ।