हैल्लो दोस्तों, कैसे हैं आप सब ? ये कहानी मेरे एक पाठिका की है जो मुझे वो लाइव करने के लिए दिया हैं तो पढ़िए ये खा नई उन्ही की जुवानी
मैं उम्मीद करती हूँ कि आप सब अच्छे होंगे और चुदाई के भरपूर मजे ले रहे होंगे | मेरा नाम आशिफा है और मैं मीरगंज की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र तैंतीस साल है और मैं एक शादी शुदा लड़की हूँ | मेरा रंग गोरा है और मेरी हाईट पांच फुट छः इंच है और मेरा बदन एक दम करीना खान के जैसे सुन्दर और जीरो फिगर है लेकिन मेरे दूध बड़े हैं और चूतड़ भी गोल और उठे हुए हैं | ये तो रही मेरी शारीरिक संरचना अब मैं बताती हूँ अपनी फैमिली के बारे में | मेरे घर में मैं, मेरे शोहर शाहरुख़, अब्बू रहमान, अम्मी शाखीना, एक ननद सजल है | मेरे शोहर मेकेनिक हैं और रसल चौक में उनकी दूकान है | अब्बू कुछ नहीं करते बस घर में रह कर हुक्का पीते रहते हैं | अम्मी घर का काम करती हैं | सजल कॉलेज की पढाई कर रही है | मैं इस साईट की फैन हूँ और मुझे इस साईट के बारे में मेरी ननद ने ही मुझे बताया था | मैंने एक बार उसको इस साईट में कहानियां पढ़ते हुए देख लिया था तो उसी ने बताया कि इस साईट में बहुत ही मजेदार कहानियां पोस्ट होती हैं | तब से मैं भी इसमें रोज ही कहानियां पढ़ती हूँ | दोस्तों आज जो मैं आप सब के सामने अपनी कहानी पेश करने जा रही हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की एक दम सच्ची घटना है मैं उम्मीद करती हूँ कि आप सब को मेरी कहानी जरुर पसंद आएगी और मजेदार भी लगेगा | अब मैं बिना वक़्त गंवाए अपनी कहानी का प्रसारण चालू करती हूँ |
ये घटना कुछ महीने पहले की है | मेरे घर के सामने एक हिन्दू फैमिली रहती है | उस घर में एक लड़का रहता है जिसका नाम सूर्या है और वो दिखने में गोरा है और बड़ा ही हेन्दम लगता है | मेरा पति तो उसके सामने चीनी कम चाय है | जब भी वो छत पर टहलता था तो मैं बस उसी को देखती रहती थी | मैं मन ही मन उसको पसंद करने लगी और उसके शारीरिक बनावट पर मर मिटी थी | मैं अक्सर सोते समय उसके बारे में ही सोचती रहती थी | मैं एक बार उसके साथ सोना चाहती थी | उसकी उम्र कोई छबीस के आस पास है | एक दिन की बात है मेरे घर वाले भोपाल गए हुये थे शादी में | हमारे यहाँ पर काफी चोरी होती थी और मैंने सोचा कि यार मैं रुक जाती हूँ | तो मेरे घर वाले चले गए और मैं घर में अकेले ही रह गई | मेरा रूम ऊपर है और मेरे रूम से सूर्या का रूम साफ दिखाई देता है | मैंने सोचा कि मेरे पास बस दो दिन का ही समय है कैसे न कैसे करके मुझे उसको पटाना ही पड़ेगा और अपनी चूत की उसके लिए तड़प मिटाना ही पड़ेगा तो मैं बैठे बैठे, टीवी देखते देखते, खाना बनाते बनाते बस प्लानिंग ही करती रहती | फिर मैं एक दिन नहा कर अपने रूम में गई और मैंने उस समय बस एक टॉवल लपेटे हुए थी | मैंने देखा कि सूर्या अपने रूम में ही है और उसकी नजर मेरे ऊपर ही है तो मैंने अपने टॉवल को निकाल दिया और अपने बदन को साफ करने लगी | मैंने तिरछी नजर से देखा तो वो अपने लंड को लोअर के ऊपर से ही मसल रहा था | मैं समझ गई कि ये मुझे देख कर गरम हो गया है तो मैंने तेल अपने हाँथ में ले कर अपनी चूत में लगाने लगी और वो अपने बड़े मोटे और काले लंड को निकाल कर हिलाने लगा | ऐसे ही हम दोनों कुछ देर तक करते रहे | थोड़ी देर के बाद मैं उसके घर तैयार हो कर | मैंने उसके घर का दरवाजा खटखाया और अन्दर से सूर्या ही निकला | मैंने उससे बनते हुए कहा कि मुझे खाना बनाना है क्या मुझे थोडा सा तेल मिल सकता है ? तो उसने कहा कि हाँ मैं समझ सकता हूँ कि पूरा तेल कहाँ खर्च हो गया | मैंने पूछा मतलब ? तो उसने कहा कि मैंने तुम्हे सब कुछ करते हुए देख लिया | मैंने शर्मा कर कहा तो बस देख लिया न अब मेरे घर चलो कुछ करते भी हैं | मेरी ये बात सुन कर वो खुश हो गया | उसके बाद हम दोनों मेरे घर आ गए और उसने मुझे तुरंत ही अपनी बांहों में दबोच लिया और मैं भी उसकी बांहों में बहुत ही अच्छा फील करा रही थी | उसके बाद उसने मेरे होंठ में अपने होंठ रख दिया और मेरे होंठ के रस को अपने नद्ड़े में उतारने लगा | मैं भी उसका साथ देते हुए उसके होंठ के रस को पीने लगी | वो मेरे होंठ को चूसते हुए मेरे चूतड़ को सहला रहा था और मैं उसके होंठ को चूसते हुए उसके बदन पर अपने हाँथ फेर रही थी | उसके बाद मैं उसके शर्ट को उतार कर उसे ऊपर से आधा नंगा कर उसके सीने पे हाँथ चलाने लगी | उसके बाद अपने घुटनों के बल बैठ कर उसके जीन्स को भी उतार दिया और फिर उसकी अंडरवियर को भी उतार कर उसे पूरा नंगा कर के उसके लंड को हिलाने लगी | फिर मैंने उसके लंड को अपनी जीभ से चाटने लगी तो उसके मुंह से आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह की सिस्कारियां निकलने लगी | मैं उसके लंड पर अपनी जीभ फेरते हुए हर एक हिस्से को चाट कर गीला कर रही थी और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां ले रहा था | फिर मैंने उसके लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी और उसके गोटों को भी सहला रही थी और वो आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए मजे ले रहा था |